शहडोल म.प्र .धनपुरी।आधुनिकता के दौर में आज मनुष्य और प्रकृति एक दूसरे के आमने.सामने आ खड़े हुये है। आलम यह है कि जिन लोगों पर इसे बचाने का जिम्मा सौंपा गया है आज वे ही इसे पलीता लगाते नजर आ रहे है। इसे खनिज माफिया की जीत कहे या प्रशासनिक अमले की लाचारी, रक्षक ही जब भक्षक बन बैठे हैं। तो फिर फ़रियाद सुनेगा कौन क्षेत्र में लगातार अवैध उत्खनन का कार्य बेखौफ जारी है। ग्रामीणों की माने तो इस पूरे काले कारोबार में क्षेत्र के दबंग द्वारा विनाश किया जा रहा हैं।बावजूद इसके माइनिंग विभाग के अफसरों व पुलिस की नजरों से इन वाहनों का गुजरना उनकी कार्यप्रणाली को संदेह के दायरे में ला रहा हैं। ग्रामीणों की माने तो प्रतिदिन पूरे क्षेत्र से सैकड़ो ट्रक ,ट्रेक्टरो द्वारा रेत रात दिन निकाली जा रही
बुढ़ार,अमलाई को भी नहीं बख्सा माफियाओ ने ,
समूचे अमलाई क्षेत्र में चल रहे रेत के अवैध उत्खनन और उसके परिवहन से ऐसा लगता है कि माफियाओं के आगे राजस्व, खनिज एवं पुलिस विभाग ने अपने घुटने टेक दिये है। जिसके चलते रेत माफियाओं द्वारा रेत का काला कारोबार बेखौफ होकर क्षेत्र के मंदिर घाटए बकही। सहित अन्य ग्रामों से किया जा रहा हैं और खनन माफिया अपने रेत के काले कारोबार को धड्ल्ले से अंजाम दे रहे है। अवैध रेत उत्खनन और परिवहन को लेकर दिखाई दे रहे जिम्मेदार विभाग के निष्क्रिय अधिकारियों के चलते शासन को लाखों रूपयों की राजस्व हानि उठानी पड़ रहीं है। आखिर कब जागेगा प्रशासन यह बड़ा सवाल खड़ा हो गया है।
बकही,सेमरा, छाटा बना अवैध रेत कारोबारियों के लिए स्वर्ग
बकही,सेमरा ,समेत आसपास के क्षेत्र से होकर गुजरी जीवन दायनी सोन नदी का सीना छलनी कर अमलाई, धनपुरी, बुढ़ार में जन सेवको की मिली भगत से रेत माफिया द्वारा इन दिनों रेत का उत्खन बेखौफ होकर परिवहन कर अच्छे दामो में बेच रहा ।वही बुढ़ार थानातंर्गत ग्राम सेमरा के छाटा स्थित मंदिर घाट में सुबह से लेकर देर शाम तक सैकड़ो ट्रेक्टर व टिपर वाहनों से नदी के घाटों मे अपना अवैध कब्जा काबिज किया जा रहा हैं। रेत माफिया पौ फटने से लेकर सूरज ढलने तक अंधाधुंध सैकड़ो ट्रेक्टर रेत का उत्खनन कर रहे है । जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि खारी के नदी घाटो को ग्राम के ही माफियाओं द्वारा खरीद लिया गया हैं। अवैध रेत उत्खनन और परिवहन को लेकर दिखाई दे रहे जिम्मेदार विभाग के निष्क्रिय अधिकारियों के चलते शासन को लाखों रूपयों की राजस्व हानि उठानी पड़ रहीं है।सूत्रों का कहना है तथाकथित रेत माफिया द्वारा जिन जन सेवको के नीचे से लेकर ऊपर तक के लोगो से साठ गाठ बना हर माह समरसता शुल्क मुहैय्या करा रहा । जिसका बखान शंक खुद अपने मुह से हर जगह कर रहा । इतना ही नही उक्त तथा कथित माफिया के इस काम का यदि कोई विरोध करता है तो उसके द्वारा सीना ठोकर इस बात का चौलेन्ज कर दावा करता है और यह कहते हुए की अनुविभाग क्षेत्र अमलाई, धनपुरी, बुढ़ार में मेरे रेत के कारोबार को कोई नही रुकवा सकता। जिस तरह से खुलेआम रेत का परिवहन किया जा रहा उसे देख लगता है की उसका दावा झूठा नही बल्कि उसके दावे में दम है यदि लोगो द्वारा उसके रेत से लदे वाहन की सूचना पुलिस को दी जाती है तो पुलिस उस ओर ध्यान नही देती बल्कि थाना क्षेत्र की पुलिस मूक बधिर बनी सब कुछ देखती रहती है । जिससे लोगो के जहन में कई तरह के सवाल उठते है। इतना ही नही उक्त तथा कथित माफिया के खिलाफ संबंधित विभाग द्वारा कार्यवाही भी की जा चुकी है । बाबजूद इसके वह अपनी हरकतों से बाज नही आ रहा बल्कि उसका दायरा दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा जो की इन दिनों वन परिक्षेत्र से रेत का उत्खनन करा परिवहन कर रहा।