राजेंद्र बंजारे के तीखे सवालों के लपेटे में भाजपा, राम मंदिर निर्माण की तो हवा निकल चुकी है..मुसलमान-मुसलमान भी खूब खेल लिया..तो कौन सा मास्टर स्ट्रोकअभी खेलना भाजपा का बाकी रह गया ?
भाजपा का मास्टर स्ट्रोक सारा देश जानता है, क्योंकि सबने पहले भी कई बार देखा है ! बस जानते और देखते हुऐ भी समझना कोई नहीं चाहता..
रायपुर,छात्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव एवं पूर्व जनपद अध्यक्ष राजेंद्र पप्पू बंजारे ने केंद्र की भाजपा सरकार को घेरते हुए कहा कि मसलन पहले चुनाव में ट्रेन में आग लगवाकर जली हुई लाशों की झांकी बनाकर शहर भर में घुमाना..
दूसरे चुनाव में अक्षरधाम पर हमला करवाना और हिन्दू बहुल राज्य में साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण..
2017 में मास्टर स्ट्रोक होता है अमरनाथ यात्रा में गुजराती बस पर हमला- ऐसी बस, जो न तो काफिले का हिस्सा होती है और न ही श्राइन बोर्ड में उसका रजिस्ट्रेशन होता है (याद रखिए बिना श्राइन बोर्ड में रजिस्ट्रेशन करवाए मोहन भागवत तक अमरनाथ नहीं जा सके थे )..बस की न कहीं चेकिंग होती है न बिना सुरक्षा के अकेले जाने पर रोका जाता है !
कांग्रेस प्रदेश सचिव श्री बंजारे ने कहा कि देश के सबसे बड़े और महत्वपूर्ण राज्य यूपी में मास्टर स्ट्रोक होता है उड़ी पर नियोजित हमला..कु़छ सैनिकों की मौत और फिर सर्जिकल स्ट्राईक का हौव्वा..
अब जबकि कु़छ ही महीनों में लोकसभा के चुनाव होने हैं तो लास्ट मास्टर स्ट्रोक मार ही दिया..
कांग्रेस प्रदेश सचिव श्री बंजारे ने केंद्र की भाजपा सरकार से सवाल खड़ा करते हुए कहा कि पुलवामा हमले पर शुरुआती जांच में सामने आये तथ्य देखें- 1- सबसे पहले बात आत्मघाती हमलावार की बात करें- 9 /10/ 2017 को भारतीय सुरक्षाबल के जवान मुठभेड़ में दो आतंकियो ‘अल्ताफ़ अहमद राथर’ और ‘अवनीरा जैनपोरा’ को मार गिराते हैं जबकि उनके तीसरे साथी ‘आदिल अहमद डार’ को गिरफ्तार कर लिया जाता है.. लेकिन मात्र कु़छ ही दिनों में उसे पता नहीं किसके कहने और किन शर्तों पर जेल से रिहा कर दिया जाता है..जबकि इससे पहले कभी किसी आतंकी को यूँ चुपके से रिहा नहीं किया गया..
2- हमले वाली जगह – जम्मू से श्रीनगर को जोड़ने वाली इस सड़क पर दुनिया में सबसे ज्यादा सुरक्षाबल मौजूद होते हैं.. सुरक्षा और चेकिंग की दृष्टि से यह दुनिया की सबसे सुरक्षित सड़क है .. लेकिन हमले से कु़छ ही महीनों पहले तत्कालीन भाजपा गठबंधन वाली सरकार ने यहाँ की सुरक्षा और गाड़ियों की जाँच बिल्कुल बन्द कर दी..पुलवामा के पास शिवनगर में तीन तीन चेकपोस्ट थे, उनको हटा लिया गया.. कु़छ दिन पहले एक गाड़ी तीनों चेकपोस्टों को तोड़कर भाग रही थी उसको पकड़ने के लिए जिस सैनिक ने फायर किया वो आज तक जेल में बंद है .. उसके बाद सुरक्षाबलों ने गाड़ियों की जाँच बंद कर दी..
3- ऐयरलिफ्ट को बंद करना – सेना के अलग अलग बेस कैम्प पर दो बार हमला पहले ही करवाया जा चुका, तो इसबार काफिले को चुना गया..लेकिन समस्या ये थी की जम्मू से श्रीनगर तक सैनिकों को ले जाने के लिए ऐयरलिफ्ट यानी वायुयानों की व्यवस्था थी .. इसलिए कु़छ दिन पहले यही सुविधा बंद कर दी गयी..
4- बस का चुनाव – 78 बसों के काफिले में सभी बसे बुलेटप्रूफ थी लेकिन पांचवे नम्बर की जिस बस को निशाना बनाया गया केवल वही बस बुलेटप्रूफ नहीं थी ..ये सटीक सूचना ऐन वक़्त पर किसने दी ?
5- 200 किलो RDX – श्रीनगर हाईवे पर जिस वक़्त बटालियन मूव कर रही थी उसी वक़्त एक कार जिसमें 200 किलो RDX भरा हुआ था, वो कई घंटो से वहाँ थी लेकिन किसी की नजर क्यों नहीं पड़ी ? कु़छ ईंटो की आड़ में घंटो तक खड़ी गाड़ी किसी को संदिग्ध क्यों नहीं लगी ? और सबसे बड़ी बात की, आतंकि इतना RDX कहाँ से इक्कट्ठा करते रहे?
6- आतंकी का वीडियो – हमले के महज पांच मिनिट बाद ही आतंकी आदिल अहमद डार का एक विडियो सामने आ गया, जिसे उसने न किसी न्यूज एजेंसी को दिया न किसी सुरक्षा एजेंसी को धमकी देकर भेजा, उसने केवल यूट्यूब पर डाला और चंद सेकंडों में ही न्यूज चेनल वालों की नजर पड़ गयी..अब जांच में सामने आ रहा है की वीडियो में आतंकी केवल होंठ हिला रहा है और आवाज किसी और की डब्ड है..
कांग्रेस प्रदेश सचिव श्री बंजारे ने कहा कि इस RDX विस्फोट में बस और सैनिकों के ही परखच्चे नहीं उड़े बल्कि राफेल, राममंदिर, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, डूबते बैंक, भागते लुटेरे, पिंजरे में कैद तोता और सुप्रीम कोर्ट के बाहर आकर रोते जजों जैसे मुद्दों के भी परखच्चे उड़ गये..
और केवल दो पहलुओं की जाँच ही सच बताने के लिए काफी होगी और ये जांचे मुश्किल से 1 -2 घंटे में पूरी हो सकती है कि
– जिस कार से हमला हुआ वो किसके नाम से रजिस्टर्ड थी ! और
– हमले के पांच मिनट बाद वायरल हुआ वीडियो किस मोबाइल या कम्प्यूटर से अपलोड किया गया था ?