बैकुंठपुर जिला चिकित्सालय में मिली लापरवाही की शिकायत ,विधायक अंबिका सिंहदेव पहुची अस्पताल, मरीजो से जाना हालचाल
कोरिया, आत्महत्या के प्रयास के बाद युवती को जिला चिकित्सालय में भर्ती किया गया। मामले में छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के ऑफिस से फोन आने पर फौरन बैकुंठपुर विधायक अंबिका सिंहदेव जिला चिकित्सालय पहुंचीं। दरअसल कोरिया के झगराखांड की 19 वर्षीय युवती रविवार को कनेर बीज खा ली थी। गंभीर अवस्था में उसे उपचार के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था। उपचार के दौरान लापरवाही की शिकायत मरीज के पिता ने सीधे स्वास्थ्य मंत्री टीएससी देव को फोन लगा कर दी। जिसके बाद हेल्थ मिनिस्टर ऑफिस से फोन किया गया।
हेल्थ मिनिस्टर के निजी सहायक ने इसकी पूरी जानकारी बैकुंठपुर की विधायक अंबिका सिंहदेव को देकर मामले को संज्ञान में लेने की बात कही। स्वास्थ्य मंत्री के कार्यालय से फोन आते ही मामले की गंभीरता को देखते हुए विधायक बिना देर किए जिला चिकित्सालय पहुंचीं। उन्होंने मरीज के स्वास्थ्य का जायजा लिया और उसके बेहतर इलाज के लिए चिकित्सकों को निर्देश भी दिए।
इसी दौरान सड़क दुर्घटना में घायल चर्चा के निखिल तिवारी का भी जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने जिला चिकित्सालय के वार्डों का दौरा किया तथा अव्यवस्था को लेकर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि मेरी पहली प्राथमिकता रहेगी कि जिला चिकित्सालय में सभी रोगों के चिकित्सक सहित पूरे स्टाफ की पूर्ति की जाए ताकि मरीजों का भार किसी चिकित्सक विशेष पर ना पड़े।
इस दौरान सिविल सर्जन डॉ. एसके गुप्ता ने विधायक को बताया कि बैकुंठपुर जिला चिकित्सालय में प्रतिवर्ष लगभग एक लाख से अधिक की ओपीडी तथा 13 हजार के लगभग मरीजों की भर्ती की जाती है। उन्होंने बताया कि जिला चिकित्सालय को 150 बिस्तर का अस्पताल घोषित किए जाने के बावजूद अभी तक पूरा सेटअप नहीं मिला है ,जिससे काफी परेशानी जाती है।
विधायक ने कहा कि चिकित्सकों की पूर्ति के बाद वेंटीलेटर और डायलिसिस मशीनों की सुविधा भी जिले जिला चिकित्सालय में उपलब्ध कराना आवश्यक होगा। उन्होंने कहा कि गंभीर अवस्था में आने वाले मरीजों के लिए आपातकालीन स्थिति में दवाइयों का पूरा स्टॉक जिला चिकित्सालय में होना बहुत जरूरी है , ताकि मरीज को गंभीर अवस्था में बेहतर इलाज दिया जा सके। उन्होंने जेनेरिक दवा केंद्र को 24 घंटे खोले जाने पर जोर दिया।
विधायक ने सिविल सर्जन से कहा कि अस्पताल के मेन गेट में लगे हेल्पडेस्क सेंटर में 24 घंटे स्टाफ की अनिवार्यता होनी चाहिए ताकि रात में आए मरीज के परिजनों को भटकना ना पड़े। सिंहदेव ने साफ शब्दों में कहा कि हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए कि बैकुंठपुर जिला चिकित्सालय में भर्ती हुए मरीज को बाहर रेफर ना करना पड़े, बाहर रेफर करने पर मरीज और उसके परिजनों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है वह आर्थिक और मानसिक रूप से टूट जाते हैं।
उन्होंने कहा कि हमारी हर संभव कोशिश यही होगी कि इस अस्पताल को सर्व सुविधा युक्त बनाएं ताकि लोगों को सुलभ और उच्च श्रेणी का उपचार मिल सके। विधायक ने जिला चिकित्सालय में सुरक्षा व्यवस्था पर भी जोर दिया।
सिविल सर्जन डॉक्टर गुप्ता ने बताया कि कलेक्टर कोरिया के माध्यम से सुरक्षाकर्मियों के पद पर बैगा जनजातियों के लोगों की भर्ती की जा चुकी है। जिन्हें सी ग्रेट जिला चिकित्सालय में पदस्थ किया जाएगा।
एमएलए ने जिला चिकित्सालय में ब्लड बैंक में हर समय पर्याप्त मात्रा में ब्लड रखने की भी बात कही। इस दौरान डॉ रामेश्वर शर्मा ,डॉक्टर सेंगर, डॉ सुरेंद्र पैकरा, कांग्रेस नेता आशीष डबरे,साहब सिंह काकू, काजू सिंह, युसूफ ,अर्पित मनु गुप्ता, राजीव गुप्ता सहित अनेक लोग उपस्थित थे।