राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता: छत्तीसगढ़ बना ओव्हर ऑल चैम्पियन
केबिनेट मंत्री डॉ. डहरिया ने विजेताओं को प्रदान की ट्रॉफी व पदक
रायपुर, राजधानी रायपुर में 23 दिसंबर से आयोजित 64वीं राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ राज्य के खिलाड़ियों ने अपने बेहतर खेल का प्रदर्शन करते हुए ओव्हर ऑल चैम्पयन का खिताब हॉसिल किया। चार दिनों तक चले इस राष्ट्रीय खेल महाकुंभ का आज रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम व मार्चपास्ट के साथ समापन हुआ। जे.आर.दानी. शासकीय कन्या उ.मा. विद्यालय में आयोजित समापन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ सरकार के केबिनेट मंत्री डॉ. शिव डहरिया ने प्रतियोगिता में शामिल सभी राज्यों के खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए उन्हें उनके उज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी और विजेता खिलाड़ियों को ट्रॉफी व पदक प्रदान किए। मंत्री डॉ. डहरिया ने कहा कि किसी भी खेल में हार-जीत से महत्वपूर्ण उसमें भाग लेना होता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता रायपुर ग्रामीण के विधायक श्री सत्यनारायण शर्मा ने की। रायपुर उत्तर के विधायक श्री कुलदीप जुनेजा, जिला पंचायत रायपुर की अध्यक्ष श्रीमती शारदा देवी वर्मा विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। स्कूल शिक्षा विभाग के संचालक श्री एस. प्रकाश, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री दीपक सोनी, जिला शिक्षा अधिकारी श्री ए.एन.बंजारा सहित प्रतियोतिगता में सभी 18 राज्यों के प्रभारी और खिलाड़ी उपस्थित थे।
ज्ञात हो कि राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता का आयोजन 23 से 26 दिसंबर तक रायपुर में किया गया। इसमें ड्राप रो बाल 19 वर्ष आयु वर्ग की बालक- बालिका, जीत कुनेडो, टेबल साकर तथा थ्रो-बॉल में 14 वर्ष आयु वर्ग के बालक-बालिकाओं की प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। इन प्रतिस्पर्धाओं में देश के 18 राज्यों के 747 छात्र-छात्राओं ने अपनी खेल प्रतिभा का प्रदर्शन किया। शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता में टेबल सॉकर बालक 14 वर्ष में छत्तीसगढ़ प्रथम, दिल्ली को द्वितीय तथा विद्याभारती को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ । बालिका में छत्तीसगढ़ को गोल्ड, दिल्ली को सिलवर और विद्याभारती को ब्रांज मेडल प्रदान किया गया। थ्रो बॉल बालक वर्ग में भी छत्तीसगढ़ अव्वल रहा। दूसरा स्थान दिल्ली ने तथा तीसरा स्थान मध्यप्रदेश ने प्राप्त किया। बालिका 14 वर्ष में छत्तीसगढ़ प्रथम दिल्ली द्वितीय तथा कर्नाटक ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। ड्रॉप रो बॉल बालक में छत्तीसगढ़ को प्रथम, दिल्ली को द्वितीय तथा सीएसईबी को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। बालिका में छत्तीसगढ़ को प्रथम, दिल्ली को द्वितीय और मध्यप्रदेश को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। जीत कुनेडो बालक में छत्तीसगढ़ को गोल्ड, दिल्ली को सिल्वर तथा विद्याभारती को ब्रांज मेडल प्राप्त हुआ। बालिका वर्ग में भी छत्तीसगढ़ का दबदबा रहा और गोल्ड हॉसिल हुआ और दिल्ली को सिल्वर पदक प्रदान किया गया।