पीडब्लूडी अधिकारियों की उपस्थिति में *नई सड़क पर मरम्मत का कार्य तीसरी बार* *वह भी अनदेखी का शिकार*
बिरसिंहपुर पाली – (तपस गुप्ता)कहते है जिस ठेकेदार को गुणवत्ता को ताक में रखकर घटिया निर्माण करने की आदत हो गई हो फिर उसके आदत पर सुधार करना बड़ा मुश्किल का काम है। कुछ ऐसा ही उदाहरण सामने है पाली नगर में सड़क निर्माण का..? जहाँ लाखो रुपये की लागत से बीते दिन पुराने अस्पताल तिराहे से प्रकाश चौक तक ठेकेदार राघवेंद्र सिंह के द्वारा सड़क निर्माण कार्य किया गया जो बनते ही दूसरे दिन से जगह जगह से टूटने लगा। सड़क के एक दिन में ही टूटने से नगर के लोगो ने इस काम का तीखा विरोध किया तो एसडीएम के निर्देश पर ठेकेदार राघवेंद्र सिंह ने दूसरी बार सुधार कार्य आरंभ कराया जो पुनः दोबारा सुधार कार्य के पश्चात पहले की तरह उखड़ने लगा। इस मामले की फिर शिकायत स्थानीय लोगो द्वारा जिला कलेक्टर व एसडीएम से की गई जिसके बाद तथाकथित ठेकेदार ने तीसरी बार पीडब्लूडी के अधिकारियों की उपस्थिति में कल सड़क का पुनः मरम्मत कार्य भारी दबाव में किया जो आज फिर से जगह जगह उखड़ने लगा।
*सड़क निर्माण के दौरान विरोध*
गौरतलब है कि जब ठेकेदार राघवेंद्र सिंह स्वयं पीडब्लूडी के अधिकारियों की उपस्थिति में तीसरी बार सड़क निर्माण सुधार कार्य करवा रहे थे उस दौरान थाना रोड में लोगो ने गलत काम का विरोध कर अधिकारियों से अच्छे निर्माण कार्य कराने की अपील की तो मौके में उपस्थित विभाग के जिम्मेदार अधिकारी ए के जैन सहित अन्य उनकी बातों को अनसुना कर आगे चलते बने।
*अधिकारियों की भूमिका सन्देहास्पद*
गौरतलब है कि बस स्टैंड तिराहे से लेकर पोंडी तिराहा व प्रकाश चौक से लेकर पुराने अस्पताल भवन तक करीब 65 से 70 लाख की लागत का सड़क निर्माण कार्य हुआ वह गुणवत्ता में अनदेखी कर किया गया। इस दौरान अधिकारी भी मौजूद रहकर निगरानी करते रहे लेकिन किसी ने सड़क निर्माण में लगने वाली सामग्री की परख नही की शायद इसी वजह से बीच बाजार की सड़क अभी से जगह जगह टूटते जा रही है। आलम यह है कि गंजरा नाला के समीप बनी सड़क मानो प्याज के छिलके जैसे उतर गई है।
*एसडीएम ने किया था निरीक्षण*
बताया जाता है कि कल तीसरी बार जब ठेकेदार ने थाना रोड में सड़क मरम्मत कार्य आरंभ किया उसके कुछ देर बाद गुणवत्ता की जांच करने एसडीएम दीपक चौहान भी मौके पर गए थे पर उन्होंने निरीक्षण के दौरान एजेंसी व जिम्मेदारों को क्या निर्देश दिए यह पता नही चला। बहरहाल ठेकेदार राघवेंद्र सिंह ने तो यहाँ साबित कर ही दिया कि वह अधिकारियों की नही अपनी मर्जी के मालिक है..? इस सम्बंध में जब एसडीएम दीपक चौहान से संपर्क किया गया तो उन्होंने फोन रिसीव नही किया जिससे उनकी प्रतिक्रिया नही मिल सकी।
*इनका कहना है*
सड़क निर्माण कार्य मे व्यापक धांधलेबाजी की जा रही है। अधिकारी कमीशनबाजी में लिप्त है जिसकी ऊपर शिकायत कर जांच कराई जाएगी।
*राजेश शर्मा जिलाध्यक्ष कांग्रेस उमरिया*
ठेकेदार के द्वारा आरम्भ से ही घटिया सड़क निर्माण किया गया था अब भी किया गया है जिसका हम विरोध करते है। मामले की शिकायत जिला प्रशासन से की जाएगी।
*विमल अग्रवाल अध्यक्ष व्यापारी संघ पाली*