शाही परिवार, राजनयिकों व 5000 कर्मचारियों ने अमीरात में श्री श्री का भव्य स्वागत किया
फुजायरा के नरेश ने भारतीय अध्यात्मिक गुरु की योग व ध्यान को हजारों तक पहुंचाने की प्रशंसा की
दुबई . शारजहाॅं के एक्सप्रो सेंटर में 5000 लोगों ने आर्टआॅफ लिविंग के प्रणेता श्री श्री रविशंकर जी से बातचीत और ध्यान किया। इस
अवसर पर श्री श्री ने खुशी और शांति के लिए कुजियाॅं भी बताई। फुजैराह केशासन द्वारा अपने देश में शांति और सोहार्द्र के लिए अंतर्राष्ट्र्ीय
सहनशीलता दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में श्री श्री के साथ ध्यान किया।फुजैराह फुटबाॅल स्टेडियम इस कार्यक्रम में परी तरह से भरा था और उपर से
श्री श्री ने संस्कृति के रंग से भरा और आध्यात्म का अनौखा रसास्वादनसंयुक्त अरब अमिरात के लोगों को कराया।फुजैराह के राजकुमार शेख मोहम्मद बीन हमीद बीन मोहम्मद अल शरकी इस अवसरपर उपस्थित थे ने गुरूदेव को ‘‘प्रेम और स्नेह के गुरू’’ से नवाजा। आगेउन्हौने कहा कि संयुक्त अरब अमिरात ने विभिन्न देशों के मध्य एकता औरभाईचारे के साथ सहनशीलता पर दृढ निश्चय को पूरा किया है साथ ही वैश्विकएकता में भी सराहनीय योगदान दिया है। उन्हौने श्री श्री के मानवतावादी कार्यों और मानवीय मूल्यों को बढाने के योगदान को सराहां।इससे पहले राजकुमार श्री शेख द्वारा गुरूदेव और आर्ट आॅफ लिविंग केप्रतिनिधिमंडल का भव्य स्वागत राॅयल महल अल रूमाईलह में किया गया।
राजकुमार के अलावा फुजैराह के शासक और सर्वोच्च काउंसिल सदस्य, भारत औरअमिरात के सदस्य जिनमें एम.ए. युसुफ अली, बी आर शेट्टी, जवाहर गंगारमानी और अजय कामजी प्रमुख थे। विदित है कि गुरूदेव इन दिनों अमिरात की चार दिनके दौरे पर आए हैं।अरब लीग के सेकेट्र्ी जनरल एच ई अहमद ने भी श्री श्री को क्षेत्र की भौगोलिक-राजनैतिक के विषय में चर्चा करने हेतु आमंत्रित किया।गुरूदेव ने इस अवसर पर कहा, ‘हम अरब देश में खुशी लाना चाहते हैं। आर्टआॅफ लिविंग इससे पहले भी इरान, इराक, सिरिया, लेबनान और जार्डन में यहकरता आ रहा है।’ गुरूदेव ने तेजी से छोटे हो रहे विश्व में मूल्यों कीस्थापना पर भी जोर दिया। उन्हौने कहा कि कैसे कुछ समय का ध्यान और श्वांसके बारे में थोडा सा ज्ञान से हम गुस्से, अवसाद से आज भी निपट सकते हैं।कार्यक्रम मंे ध्यान के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम, पारम्परिक अरब संगीतऔर योग नृत्य के अलावा भारतीय सांस्कृतिक नृत्य प्रस्तुत किए गए।अनविलींग इंनफिनिटी कार्यक्रम के तहत आगामी दिनों में गुरूदेव प्राचीनध्यान, योग, कसरत भी करवाने जा रहे हैं।