ऐतिहासिक नगरी बारसूर प्राचीन काल से सामाजिक-सांस्कृतिक गतिविधियों का महत्वपूर्ण केन्द्र : डॉ. रमन सिंह
मुख्यमंत्री ने किया लगभग 150 करोड़ रूपए के कार्याें का लोकार्पण -भूमिपूजन
रायपुर मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिह ने आज प्रदेश व्यापी अटल विकास यात्रा के दौरान दंतेवाड़ा जिले के पुरातात्विक और ऐतिहासिक महत्व के सुप्रसिद्ध स्थल बारसूर में आयोजित विशाल आम सभा को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि बारसूर प्राचीन समय से ही सामाजिक-सांस्कृतिक गतिविधियों का महत्वपूर्ण केन्द्र रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ अपनी स्थापना के रजत जयंती वर्ष तक देश के सबसे विकसित राज्यों में से एक होगा। हमने वर्ष 2025 तक नवा छत्तीसगढ़ बनाने का लक्ष्य रखा है। रजत जयंती वर्ष तक प्रदेश के हर गांव में सड़क, बिजली, इंटरनेट कनेक्टिविटी होगी। सभी गांवों में बुनियादी सुविधाओं के साथ सबके लिए पक्के मकान शिक्षा और स्वास्थ्य की बेहतर सुविधाएं होंगी।
डॉ. सिंह ने इस अवसर पर 137 करोड़ के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण, भूमिपूजन और शिलान्यास किया। उन्होंने इनमें से 53 करोड़ 27 लाख के कार्यों का लोकार्पण तथा 83 करोड़ 67 लाख रूपए की लागत के विभिन्न कार्यों का भूमिपूजन और शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 40 हजार से अधिक ग्रामीणों को विभिन्न हितग्राही मूलक योजना में 11 करोड़ 61 लाख रूपए के सामग्री और सहायता राशि वितरित की। इनमें संचार क्रांति योजना में 12 हजार महिलाओं को स्मार्ट फोन, एक हजार महिलाओं को प्रधानमंत्री उज्जवला योजना में रसोई गैस कनेक्शन, महात्मा गंाधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के श्रमिकों को टिफिन और टार्च वितरित कार्य शामिल है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार ने बस्तर और सरगुजा संभाग में वनवासियों पर शराब रखने और जंगल से लकड़ी ले जाने जैसे छोटे-छोटे 20 हजार से अधिक प्रकरणों का समाप्त करने का निर्णय लिया है। प्राथमिक वन समितियों के प्रबंधकों का मानदेय 12 हजार रूपए से बढ़कार 15 हजार रूपए कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि वन क्षेत्रों में तेन्दूपत्ता संग्राहकों को तेन्दूपत्ता बोनस के रूप में 750 करोड़ रूपए की राशि और 12 लाख चरण पादुकाओं का वितरण किया जा रहा है।
डॉ. सिंह ने कहा कि दंतेवाडा क्षेत्र ने राज्य निर्माण के पहले गरीबी, पिछड़ापन, पलायन, जैसी परेशानी झेली है। मुख्यमंत्री खाद्यान्न सुरक्षा योजना शुरू होने से एक बड़े परिवर्तन की शुरूआत हुई। अब छत्तीसगढ़ में कोई भी भूखा नहीं सोता। प्रधानमंत्री उज्जवला योजना में अनुसूचित जन जाति और अनुसूचित जाति के सभी परिवारों को रसोई गैस कनेक्शन दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आम लोगों का उत्साह देख कर लगता है कि दंतेवाड़ा की जनता सरकार के साथ चलना चाहती है, उन्होंने कहा कि अटल विकास यात्रा से मैं जनता को विश्वास दिलाने आया हूँ कि अब तक जो विकास हुआ है उससे चार गुना अधिक विकास आने वाले पांच साल में होगा।
डॉ. सिंह ने कहा -बस्तर के वनवासियों को पलायन और भूख की पीड़ा से मुक्ति मिल गई है, वन क्षेत्रों में कंदमूल फल खाकर जीवन यापन करने की बात अब बीते दिनों की बात हो गई है, मुख्यमंत्री खाद्यान्न योजना ने गरीबों को चिंता मुक्त कर दी है, आज बारसूर, दंतेवाड़ा सहित पूरा बस्तर बदल गया है, बस्तर के विकास को देखने देश के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री आते हैं, उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं से गांव गांव में विकास पहुंचा है, आने वाले दो महीनों में बस्तर का हर घर रोशन होगा, एक एक गांव को लक्ष्य बनाकर कार्य योजना बनाई गई है, शिक्षा के क्षेत्र में तो दंतेवाड़ा में चमत्कार हुआ है, यहाँ के बच्चे मेडिकल, इंजीनियरिंग, आई आई टी और आई आई एम में पढ़ रहे है, यही बच्चे आगे चल कर बस्तर के विकास की कहानी लिखेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा-आने वाले समय मे बस्तर के हर गांव में रोशनी होगी, शुद्ध पेयजल मिलेगा पूरा बस्तर इंटरनेट से जुड़ेगा, आने वाले पांच साल में छत्तीसगढ़ के विकास का स्वर्णिम इतिहास बनेगा। स्कूल शिक्षा मंत्री श्री केदार कश्यप ने भी आम सभा को संबोधित किया, कलेक्टर श्री सौरभ कुमार स्वागत भाषण दिया, लोकसभा सांसद श्री दिनेश कश्यप सहित अन्य जनप्रतिनिधि और आम नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।