15 सितम्बर से शहडोल में होगी फ़िल्म एटलस की शूटिंग ,धमनी कला गांव से होगा शुभारम्भ
शहडोल(तपस गुप्ता) परिवार में बुजुर्गों के प्रेम महत्व व प्रेम विवाह के बाद तलाक सहित मानव जीवन के विभिन्न पहलुओं पर आधारित फिल्म एटलस की शूटिंग शहडोल जिले में आगामी 15 सितम्बर से आरम्भ होगी यह फ़िल्म जिले में 30 सितम्बर तक शूट की जाएगी। उक्ताशय की जानकारी एटलस फ़िल्म के लेखक व निर्देशक विकास द्विवेदी ने पत्रकारों से साझा करते हुए बताया कि इस फ़िल्म की शूटिंग 15 सितम्बर को ग्राम धमनी कला से आरम्भ होगी जो विभिन्न दिनों में शहडोल के कई स्थलों में शूट की जाएगी। इन्होंने बताया कि फ़िल्म में स्थानीय वेश भूषा पहनावा को महत्व दिया गया है साथ ही फ़िल्म में स्थानीय कलाकारों को भी अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए अवसर प्रदान किया जाएगा। विकास द्विवेदी ने बताया कि जिस तरह सायकल बिना दोनों टायर टयूब व अन्य उपकरणों के नही चल सकती ठीक उसी तरह मानव जीवन बिना परिवार के प्रेम स्नेह सहभागिता व सहयोग के चल पाता। फ़िल्म में सर्वाधिक पारिवारिक जीवन की गतिविधियों और सुख दुख को लेकर तैयार की जा रही है। गौरतलब है कि इस फ़िल्म के कलाकार मुकुल नाग (जो साई बाबा सीरियल में बाबा साई का रोल निभा चुके है), भूपेश सिंह,बच्चन पचेरा, नरोत्तम बेन,(फंस गई जल मछरी)प्रदीप सिंह शहडोल में आ चुके है।
जाने फ़िल्म के लेखक व निर्देशक के बारे में
पारिवारिक फ़िल्म एटलस के लेखक व निर्देशक विकास द्विवेदी मूलतः शहडोल जिले के जयसिंहनगर के रहने वाले है उनके पिता रामनुग्रह द्विवेदी शासकीय कर्मचारी है। उनकी माता स्वर्गीय श्रीमती कल्पना द्विवेदी थी। विकास ने अपनी प्रारम्भिक पढ़ाई जयसिंहनगर से आरम्भ कर इंदौर चले गए जहाँ आगे की पढ़ाई खत्म की। पढ़ाई के दौरान लेखनी के जुनून ने उन्हें सीरियल में बतौर लेखक का स्थान दिया। टीवी चैनल स्टार प्लस व लाइफ ओके में प्रसारित हिंदी सीरियल सिया के राम,दफा 420 में विकास द्विवेदी ने सफलतम लेखक की भूमिका निभा चुके है। गौरतलब है कि फ़िल्म के निर्देशक व लेखक पाली के पत्रकार दीपू त्रिपाठी के भांजे है। विकास की इस सफलता पर उनका कहना था कि “होनहार बीरबान के होत चिकने पात” विकास बचपन से ही कला हुनर के मालिक रहे है। पढ़ाई के दौरान फ़िल्म देखने मे उनकी रुचि थी साथ ही उन्हें इंदौर में पढ़ाई के दौरान लेखनी करने की कोशिश की जाती रही है। आज उनकी कामयाबी से पूरे परिवार रिश्तेदार में बेहद खुशी का माहौल है जिससे सब यह कह रहे है कि “गुदड़ी के लाल ने कर दिया कमाल”