प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने लिखा हिदायतुल्ला विधी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति को पत्र
रायपुर/हिदायतुल्ला राष्ट्रीय विधि विश्वद्यालय एचएनएलयू के छात्र छात्राओं को सड़को पर हड़ताल करते 150 घंटो से अधिक समय बीत चुका है लेकिन उनके मांगो पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है यह विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़ का सबसे प्रतिष्ठान संस्थान है और इससे प्रदेश की गरिमा भी जुड़ी हुई है।
मैने छात्रों की ओर से जारी मांग पत्र को पढ़ा है और पिछले कुछ दिनों से मीडिया में उनकी मांगो के बारे में देख पढ़ रहा हूं। अगर वे भ्रष्टाचार की बात कर रहे है तो इसकी जांच होनी ही चाहिये। कम से कम किसी शिक्षण संस्थान को तो भ्रष्टाचार मुक्त छोड़ दिया जाता लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हो सका है।
अगर वे अपने कैंपस में थोड़ी स्वतंत्रता की बात कर रहे है तो इसमें क्या गलत है? यूनिवर्सिटी के छात्र कल खुद कानून के रख वाले बनने जा रहे है और उन्हें ही कैंपस में कैद रखने की कोशिश हो रही है। अगर वे रात को भोजन और लाईब्रेरी जैसी सुविधाएं चाहते है तो यह असंगत तो दिखता नहीं है। ऐसा प्रतीत होता है कि यह तानाशाही और तुगलकी बंधन वयस्क हो चुके छात्र-छात्राओं पर लादना उनके स्वाभाविक विकास में बाधक बन रहा है।
चिंताजनक तो यह है कि छात्राएं अपने गुरूजनों के खिलाफ यौन प्रताड़ना की शिकायत करने पर मजबूर हुई है। एक ओर तो “हम बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” की बात कर रहे है और दूसरी ओर बेटियों की शिकायतों को अनुसना कर रहे है। ऐसे में बेटियां कैसे बचेगी और कैसे पढ़ेगी? दुर्भाग्यजनक है कि ऐसी प्रतिष्ठित संस्थान में हाल ही में माननीय न्यायालय को फैसला देना पड़ा कि यह कुलपति की नियुक्ति ही गलत ढंग से हुई थी।
आप कुलाधिपति है, आशा है कि आप अविलंब इस मामले में हस्तक्षेप करेंगी और छात्र-छात्राओं की मांगो पर विचार के लिये तत्काल एक कमेटी का गठन करके विश्वविद्यालय में स्वतंत्र और पारदर्शी प्रबंधन की व्यवस्था लागू करने की दशा में काम करने के निर्देश देंगी।