ओपी चौधरी भ्रष्टाचार करके बच नहीं सकते : गोपाल राय
रायपुर। गोपाल राय ने कहा छत्तीसगढ़ के अंदर रायपुर के कलेक्टर और वर्तमान में भाजपा के नेता ओपी चौधरी सुर्खियों में रहे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह मुख्यमंत्री रमन सिंह के साथ बुलाकर के विशेष तौर पर भाजपा प्रवेश करवाया तब से ही छत्तीसगढ़ में यह प्रश्न उठता था कि आखिर वजह क्या है कि अचानक ओ पी चौधरी कलेक्टर से त्यागपत्र देकर भाजपा ज्वाइन कर लेता है चौधरी के भाजपा जाने के पीछे चौधरी का भ्रष्टाचार छिपा है पूरी कहानी भ्रष्टाचार की है जिसकी शुरुआत बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा जिले से होती है दंतेवाड़ा जिले में जिला पंचायत भवन के बगल में जो जमीन है जिसका खसरा नंबर 576 जोकि 3.67 एकड़ की जमीन प्राइवेट लैंड थी
इस जमीन के मालिक बैजनाथ जीत है मुझे 26 अक्टूबर कुछ और लोगों ने मिलकर खरीदा उसके बाद वहां उसी जमीन पर विकास भवन बनाने की योजना बनाई गई।
इस योजना के तहत उक्त जमीन को खरीदकर उसके बदले बस स्टैंड के पास कमर्शियल जमीन देने की बात की गई।
इसके बाद ओपी चौधरी दंतेवाड़ा के कलेक्टर बनते हैं और 2 मार्च 2013 को 4 मालिकों में से एक मालिक मोहम्मद साजिद के नाम से कलेक्ट्रेट में आवेदन किया गया और 22 मार्च 20 13 को रेवेन्यू इंस्पेक्टर रिपोर्ट दाखिल कर देता है।
15 अप्रैल को जमीन को कृषि भूमि से ट्रांसफर करके जिसकी कीमत ₹4000000 थी उसके बदले में बस स्टैंड के पास करोड़ों रुपए की कमर्शियल जमीन दे दी जाती है।
तब से लेकर आज तक में जमीन वैसी ही पड़ी है वहां कोई भी विकास भवन नहीं बना लेकिन जो पार्टी को कमर्शियल जमीन दी गई थी वहां एक भव्य कमर्शियल भवन बन गया जहां 1-1फ्लैट की कीमत 40 -4000000 रुपए है
इसके बाद हाईकोर्ट में 4 लोगों ने पीआईएल दाखिल की जिसके बाद कोर्ट ने इस पर सुनवाई की और सुनवाई के बाद 15 ।9।2016 को ऑर्डर दिया कि कलेक्टर को कृषि योग्य भूमि को कमर्शियल भूमि से अगला बदली करने का अधिकार नहीं है यह जो काम किया वह कानून सम्मत नहीं है इसे निरस्त किया जाता है इसके बाद कोर्ट ने ₹100000 का जुर्माना लगाया गया
हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी सरकार ने कोई भी जांच का आदेश नहीं दिया जांच के पहले ओपी को सस्पेंड भी नहीं किया गया लेकिन कोई जांच नहीं की गई और ना ही कुछ काम किया गया इसी बार्गेनिंग के आधार पर अपने भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए ऑफिस चौधरी में इस्तीफा दे दिया और भाजपा ज्वाइन कर ले
मोदी को यह मालूम था कि छत्तीसगढ़ के अंदर सरकार बदलने जा रही है जो कि उनके भ्रष्टाचार की जांच कराएगी ऐसे में हाईकोर्ट के आदेश की अवहेलना करते हुए ओपी को बचाया गया जो कि हाईकोर्ट के आदेश की अवहेलना का मामला भी बनता है जिस पर सरकार ने भ्रष्टाचार को संरक्षण दिया
आम आदमी पार्टी ने मांग की कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी ओके चौधरी के खिलाफ जांच करने की गई और अगर जांच की गई है तो उस रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाए
ओपी चौधरी से पूछना चाहते हैं कि क्या आपने इस भ्रष्टाचार की वजह से भाजपा ज्वाइन करने का फैसला किया
ओपी चौधरी भ्रष्टाचार करके बच नहीं सकते, 197 दंड संहिता के तहत आम आदमी पार्टी लोकायुक्त में FIR दर्ज कराएंगे आरोपी चौधरी के इस पूरे मामले की जांच के लिए आम आदमी पार्टी लड़ाई लड़ेगी।