कोरिया जिले का जिला महिला बाल विकास विभाग एक एैसा विभाग है जहा पर एक अधिकारी अतिरिक्त चार प्रभार मे रह कर कार्य कर रहा है प्रभारी जिला अधिकारी चार चार प्रभार मे रहकर कार्य कर रहे है। जिले का महिला बाल विभाग हमेषा ही किसी ना किसी कारणवष सुर्खियो मे रहता है इस बार यह विभाग एक ही अधिकारी के पास 4-4 प्रभार होने के कारण चर्चा मे है एक तरफ जिला महिला बाल बाल विकास अधिकारी के पद पर पदस्थ अधिकारी को जिला कार्यक्रम अधिकारी का प्रभार और साथ मे तीन परियोजना अधिकारी का अतिरिक्त वितीय प्रभार होने के कारण परियोजनाओ मे होने से कार्य प्रभावित हो रहे है वही इनकी व्यवस्था के कारण कई कार्य हो ही नही पा रहे है जबकि हर विकास खडं के जनपद पंचायत मे सी0ओ,बी0ओ0 बी0एम0ओ0 आदि के पदस्थ होने के बाद भी जिले के प्रभारी जिला अधिकारी को अतिरिक्त तीन परियोजनायो का प्रषासनिक प्रभार है।वैसे भी कोरिया जिले का महिला बाल विकास विभाग सोने की खान होने के लिए काफी चर्चित है। क्योकि इस विभाग मे जिस अधिकारी को प्रभार भार मिल जाये फिर वो सारी सेटिंग वो स्वयं कर लेता है ये विभाग अधिकारीयो की कमाई के लिए काफी चर्चित रहा है और है। प्रभारी अधिकारी को परियोजनाओ का प्रभार देकर कार्य कराया जा जा रहा है। मजे की बात तो है कि सभी तीनो परियोजनायो का प्रषासनिक प्रभार भी प्रभारी जिला अधिकारी को दिया गया है। जिस के कारण विकास ख्ंाड परियोजना के वितीय कार्य उनके प्रभार के कारण प्रभावित हो रहे है ।बताया जा रहा है कि संबधित अधिकारी किसी भी परियोजना मे नही पहुच पाते है और सारे कार्य जिला कार्यालय कोरिया से ही निपटाकर परियोजनाओ को संचालन कर रहे है अधिकारी के इस कार्यषैली के कारण किसी भी परियोजना के कार्य समय पर नही हो पा रहे है। परियोजना कार्यालय मे पदस्थ लिपिको के द्धारा प्रभारी अधिकारी के परियोजना ना आने पर आये दिन परेषान होते देखा जा सकता है जिले मे कई एैसे अधिकारी र्है जो अपना स्वयं के कार्यो को समय पर नही कर पा रहे है और एक ये भी अधिकारी है जो जिले के चार अतिरिक्त प्रभार का कार्य कर रहे है। जिला क्रार्यक्रम अधिकारी के प्रभार मे रहते हुए भी परियोजनाओ का प्रभार और अपना स्वयं का प्रभार होने के बाद तीन.तीन परियोजनाओ का प्रभार स्वयं रखकर चार प्रभार मे कार्य कर रहै है यहा पर सवाल यह उठता है की इतनी अव्यास्थाओ के बीच एक अधिकारी इतने प्रभारो पर क्यों काम कर रहा है? साथही यह भी कि विकास खडं परियोजना स्तर पर अधिकारी नही है।जिन्हे परियोजना कार्यलायो का प्रभार देकर योजनायो का संचालन किया जा सके?विभागीय सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार की परियोजना के वितीय प्रभार मे होने के कारण अधिकारी के द्धारा परियोजना कार्यालय के सारे वितीय दस्तावेज जिला मुख्यालय मे बुलाकर हस्ताक्षर किये जाते है।इस तरह इस प्रभारी अधिकारी के कार्यषैली से परियोजना के सारे कार्य प्रभावित हो रहे है कार्यकर्ता सहायिका ,माध्यन भोजन, पूरक पोसण आहार से संबधित राषियो का समय पर भुगतान ना होना सबसे बडा परेषानी का कारण बना हुआ है। प्रषासन को विकास खंड स्तर के अधिकारीयो को प्रभार दिलाकर कार्य कराया जाये जिससे कार्य समयावधि पर हो सके और लोगो को हो रही ामस्या से निजात मिल सके।