चिरिमिरी में पर्यावरण संरक्षण की स्थिति काफी दयनीय:हितेंद्र वर्मा

सालो से एस.ई .सी .एल .कर रहा वनों का दुरपयोग ,रोकथाम के लिए पर्यावरण विभाग के अधिकारियो ने ली बैठक
पर्यावरण विभाग के अधिकारियो ने चिरिमिरी के आवासीय कालोनियों सहित ओपनकास्ट माइन्स का दौरा कर लिया पर्यावरण के नुकसान का जायजा
महापौर रेड्डी की पहल पर किया दौरा, जल्द ही सरकार को देगी कमेटी अपनी रिपोर्ट
जोगी एक्सप्रेस
अंकुश गुप्ता
चिरमिरी छत्तीसगढ़ । महापौर के. डोमरु रेड्डी की शिकायत पर छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल के संभागीय पर्यावरण अधिकारी जितेंद्र वर्मा तथा उनके सहयोगी चौधरी एक दिवसीय प्रवास पर चिरिमिरी आये और महापौर के. डोमरु रेड्डी के साथ हल्दीबाड़ी, डोमनहिल, गोदरी पारा में स्थित एस ई सी एल की आवासीय कालोनी में जाकर वहां की साफ सफाई का जायजा लिया तथा कालोनियों की बजबजाती नालियों और मकानों के सामने जगह जगह पड़े कचरे के ढेर को देखकर अपनी नाराजगी जताई । इसके बाद वे चिरमिरी कालरी के रोड सेल के काँटा घर गए जहाँ रास्ते में चलने वाले भारी वाहनो के कारण उठते हुए कोल डस्ट के गुबार को देखकर दंग रह गए । काँटा घर के बाहर कोयला लोड कर जा रही गाड़ियों को बिना तिरपाल लगाये बाहर जाते देखकर उन्होंने रोड सेल के सुरक्षा चौकी में तैनात सुरक्षा प्रहरियों को फटकार लगाई तथा आगे बिना तिरपाल लगाये कोयला लोड गाड़ियों को बाहर जाने की अनुमति नही देने का निर्देश दिया ।
इसके बाद पर्यावरण अधिकारी चिरमिरी कालरी ओपनकास्ट परियोजना के उप क्षेत्रीय प्रबंधक के कार्यालय पहुचे और उन्हें साथ लेकर ओपनकास्ट क्षेत्र का दौरा किया एवं उन कोल स्टॉक का भी अवलोकन किया जिनमे आग लगी हुई है । आग बुझाने के प्रबंधन के उपायों से पर्यावरण अधिकारी असंतुष्ट नजर आये तथा अपनी नाराजगी उन्होंने उप क्षेत्रीय प्रबंधक के सामने जाहिर भी की । उप क्षेत्रीय प्रबंधक ने पानी की अनुपलब्धता बताते हुए उन्हें संतुष्ट भी करने का प्रयास किया ।

उपरोक्त सन्दर्भ में जानकारी देते हुए महापौर के. डोमरु रेड्डी ने बताया कि उन्होंने कई बार एस ई सी एल चिरमिरी के मुख्य महाप्रबंधक को पत्र लिखकर एस ई सी एल की कालोनियों में साफ सफाई की व्यवस्था ठीक करने व टंचिंग ग्राउंड में कचरा डिस्पोजल करने, टूटे सैप्टिक टैंकों की मरम्मत कराने, डस्ट को नियंत्रित करने के लिए रोड में पानी का छिड़काव करने तथा कोयला लोड करके जाने वाली वाहनो को तिरपाल से ढकने के लिए कई बार पत्राचार किया और मौखिक चर्चा भी किया लेकिन एस ई सी एल के अधिकारियो के कानों में जूं तक नहीं रेंगी । जिसके बाद मजबूर होकर उन्होंने छत्तीसगढ़ पर्यावरण मंडल को पत्र लिखकर उपरोक्त सभी मामलो की शिकायत की जिसके बाद आज पर्यावरण अधिकारियो का चिरिमिरी दौरा हुआ और उन्होंने अपनी आँखों से सारी सच्चाई देखी ।