विधायक श्यामबिहारी के प्रयास से शासकीय लाहिड़ी पीजी कालेज,व शासकीय विवेकानंद पीजी कालेज को स्नात्कोत्तर विषयों की मिली स्वीकृति
चिरमिरी। शासकीय लाहिड़ी पीजी कालेज चिरमिरी व शासकीय विवेकानंद पीजी कालेज मनेन्द्रगढ़ में नये स्नात्कोत्तर विषयों की स्वीकृति मिली। क्षेत्रीय विधायक श्री जायसवाल ने प्रदेश के मुखिया उच्च शिक्षा मंत्री का जताया आभार।
क्षेत्रीय विधायक श्याम बिहारी जायसवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि विधानसभा के मानसून सत्र में प्रदेश के मुखिया डाॅ रमन सिंह व उच्च शिक्षा मंत्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय से मिलकर चिरमिरी मनेन्द्रगढ़ के पीजी कालेजों में नवीन विषयों की स्वीकृति प्रदान करने हेतु चर्चा किया था। जिसके परिणाम स्वरूप गत दिवस शिक्षा विभाग ने शासकीय लाहिड़ी पीजी कालेज चिरमिरी में एमए हिंदी साहित्य, पीजीडीसीए की कक्षा शुभारंभ सहित 30-30 सीटों के साथ ही लाहिड़ी कालेज मंे ही बीए अंग्रेजी साहित्य के लिए 60 सीटों की स्वीकृति प्रदान की है। वहीं शासकीय विवेकानंद पीजी काॅलेज मनेन्द्रगढ़ में बीसीए के लिए 40 सीटो की स्वीकृति प्रदान की गई है। इसके साथ ही विधायक श्री जायसवाल ने बताया कि सभी नवीन पीजी व अन्य स्वीकृत विषयों के लिए शिक्षकों की पदस्थापना का भी प्रावधान किया गया है। इन नवीन विषयों पर छात्र-छात्राओं को 31 अगस्त तक दाखिला मिल सकेगा। इस सौगात से क्षेत्र के कई छात्र-छात्राओं को इसका लाभ मिल सकेगा। उन्होने कहा कि प्रदेश के ऐतिहासिक कालेजों में से एक शासकीय लाहिड़ी महाविद्यालय में अब 9 विषयों में स्नात्कोत्तकर विषयों पर अध्ययन कार्य चल रहा है। यह महाविद्यालय अब अपने गौरवशाली ऐतिहासिक दिनों को पुनः जीवंत करने की ओर अग्रसर हो चुका है। नवीन भवन की सौगात नवीन डिजिटल लाईब्रेरी सहित विभिन्न सुविधाओं के विस्तार से अब छात्रों की रूचि इस महाविद्यालय की ओर बढ़ी है। 400 की दर्ज संख्या 2013-14 के सत्र में जो रही आज वह बढ़कर 1000 के करीब पहुंच चुकी है। जिससे मुझे काफी खुशी महसूस होता है कि हमने जिस कार्य को संजोने का काम किया था वह पूर्ण हो रहा है। आने वाले दिनों में लाहिड़ी महाविद्यालय को माडल कालेज के रूप में बनाने की प्रक्रिया को हम आगे बढ़ाने जा रहे है। नये विषयों की स्वीकृति के लिए मै प्रदेश के मुख्यमंत्री डाॅ रमन सिंह व उच्च शिक्षा मंत्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय का क्षेत्र के सभी छात्र-छात्राओं की ओर से आभार व्यक्त करता हूं।