मोबाइल तिहार में स्मार्ट फोन पाकर खिल उठे महिलाओं और युवाओं के चेहरे
रायपुर, मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज यहां बूढ़ातालाब (विवेकानंद सरोवर) के सामने इंडोर स्टेडियम में संचार क्रान्ति योजना (स्काई) के तहत आयोजित समारोह में प्रदेशव्यापी मोबाइल तिहार का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने प्रतिकात्मक स्वरूप 7 महिलाओं और युवाओं को स्मार्ट फोन प्रदान किए। मुख्यमंत्री के हाथों स्मार्ट फोन पाकर महिलाओं और युवाओं के चेहरे खिल उठे।
अनुसुइया धीवर पिछले दो सालों से आशा क्लस्टर लेवल फेडरेशन (स्वसहायता समूह और ग्रामीणों संगठनों की उच्च स्तरीय संस्था) की अध्यक्ष हैं। फेडरेशन से जुड़ी 7500 महिलाओं का नेतृत्व एक कठिन दायित्व है। अपने पति के स्मार्ट फोन से अनुसुइया ने जाना था कि इसके माध्यम से बड़ी संख्या में लोगों तक पहुँचना, उन्हें अपनी बातों से अवगत कराना, उन्हें जागरूक करना तथा अपनी बातें कहना आसान है। संचार क्रांति योजना से मिले स्मार्ट फोन से अनुसुइया 42 ग्रामीण संगठनों एवं 700 स्वसहायता समूहों को वाट्सएप ग्रूप के माध्यम से जोड़कर इनकी मानीटरिंग कर सकेंगी। स्काई योजना के माध्यम से अनुुसुइया धीवर जैसे ही अब समूह की अन्य महिलाओं के पास भी स्मार्ट फोन हो जाएगा। इससे सूचनाओं का प्रसार तेजी से हो सकेगा। इससे उनका समूह अपनी वित्तीय स्थिति, मीटिंग की तिथियां, भुगतान की तिथियां, आकस्मिक निधि की आवश्यकता, एक दूसरे की समस्याओं को जानना एवं उनके निराकरण के लिए की जा रही कार्रवाई से अवगत हो सकेंगे। बैंकों में जाने की अनावश्यक परेशानी से सदस्यों को बचाने अनुसुइया समूह को डिजिटल पेमेंट सिस्टम से भी जोड़ने की योजना बना रही हैं।
खेती-किसानी में स्मार्ट फोन से मिलेगी मदद
भारती एक युवा एवं प्रतिभाशाली लडकी है जो कृति इंस्टीट्यूट आफ टीचर्स एजुकेशन से डीएलईडी की पढ़ाई कर रही हैं। वो एक किसान परिवार से है और उनकी इच्छा है कि खेती-किसानी में अपने पिता की मदद कर पाएं। उसकी यह इच्छा अब संचार क्रांति योजना से पूरी हो रही है। स्मार्ट फोन मिलने से उनके सपनों को पंख लग गए है। उनके पिता ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं हैं अतः भारती अब अपने स्मार्ट फोन पर इंटरनेट की मदद से अपने पिता जी की खेती-किसानी के लिए प्लान करेंगी। जैसे कब और किस तरह का खाद डालना, बीजों का चुनाव, कीटनाशक का चुनाव आदि जिससे उनके खेतों में बेहतर पैदावार मिल सके और फसल की गुणवत्ता भी अच्छी हो।
शांति अपने मोबाईल से देख सकेंगी सिलाई की नई-नई डिजाइन
श्रीमती शांति दास माना में रहती हैं, उनका टेलरिंग का व्यवसाय है। उनके पति दिव्यांग हैं और फलों की दुकान लगाते हैं। परिवार मूल रूप से शांति की आय पर निर्भर है। शांति के पास अभी सीडीएमए मोबाइल है। संचार क्रांति योजना से मिले स्मार्ट फोन से वे अपने उपभोक्ताओं को वाट्सएप समूह के माध्यम से जोड़ेंगी। उनके उपभोक्ता दूरदराज के इलाकों में भी रहते हैं इसके माध्यम से उनसे संपर्क करना, डिजाइन के बारे में उनकी राय लेना, उन्हें डिजाइन वाटसएप के माध्यम से दिखा देना बेहद आसान रहेगा। इसके पहले उसके उपभोक्ता दुकान आकर अपने फोन से डिजाइन दिखाते थे। वो इसे पेपर में बनाती थी और फिर इसे सिलती थी। नये स्मार्ट फोन के माध्यम से वो नई-नई डिजाइन भी सीख सकेंगी तथा अपना हुनर और निखार सकेंगी। वह टैक्सटाइल मार्केट में आए नये ट्रेंड पर भी नजर रख सकेंगी तथा इसके मुताबिक अपने उपभोक्ताओं को डिजाइन दे पाएंगी।
हेमिन साहू अब मोबाइल के जरिए किसानों को करेंगी प्रशिक्षित
श्रीमती हेमिन साहू 12वीं पास एक ग्रामीण महिला है। उनके पति श्री लखन साहू चंद्रखुरी में खेती-मजदूरी का कार्य करते है। हेमिन साहू वर्तमान में राष्ट्रीय ग्रामीण अजीविका मिशन के तहत अजीविका कृषक मित्र मंे काम रही है। वो इसके अंतर्गत एक मास्ट्रर ट्रेनर के रूप में क्षेत्र के किसानों को खेती-किसानी की नई-नई तकनीकों के बारे में प्रशिक्षण दे रही है। अभी तक वह 400-500 किसानों को प्रशिक्षित कर चुकी है। मास्टर टेªनर होने के कारण उन्हें अपने प्रशिक्षण में विविध दस्तावेजों और वीडियो को उपयोग में लाना पड़ता है। किन्तु उनके पास सीडीएमए फोन होने के कारण किसानों को कृषि संबंधी वीडियो नहीं दिखा पा रही थी। संचार क्रान्ति योजना (स्काई) ने हेमिन साहू को यह अवसर दे दिया कि वे प्रशिक्षण के दौरान बेहतर तरीके से किसानों को जानकारी प्रदान कर सकें और एक क्लिक के माध्यम से सभी किसानों से संपर्क में रह सकती है। अब वह किसानों की समस्याओं को शीघ्रता से सुलझा सकेंगी।
कुन्तुला जगत अपने बेटी के मैच को देख सकेंगी लाईव
श्रीमती कुन्तुला जगत रायपुर नगर निगम के वार्ड-24 राजातालाब की निवासी है। कुन्तुला जगत एक गृहणी है। उनकी तीन बेटियां है, जिसमें से एक बेटी फुटबॉल खिलाड़ी है जो कई नेशनल गेम्स खेल चुकी है। श्रीमती कुन्तुला जगत कहती है कि स्मार्ट फोन मिल जाने से वो और उनकी दोनों और बेटियां अब अपनी खिलाड़ी बेटी के मैच ऑनलाईन देख सकेंगे। कुन्तुला जगत कहती है कि ज्योति जब बाहर खेलने जाती है तो उसकी चिंता लगी रहती है। स्मार्ट फोन के जरिए अब वह वीडियो कॉलिंग से बात करने के साथ-साथ उसे देख भी सकेंगे।
दिव्यांग कौशल्या साहू जानकारी के लिए किसी दूसरे पर नहीं रहेंगी आश्रित
पैरों से दिव्यांग कौशल्या साहू डिग्री कॉलेज में एमएससी बॉटिनी की छात्रा है। उनका सपना है कि वो टीचर बनकर बच्चों के जीवन में शिक्षा की रोशनी फैलाएं। कौशल्या साहू कहती है कि संचार क्रान्ति योजना (स्काई) सचमुच में छात्रों को खुले आसमान में अपने पंख फैलाने का मौका दे रही है। स्मार्ट फोन आज हर इंसान की जरूरत है। बिना स्मार्ट फोन के आप वर्तमान दुनिया से मुकाबला नहीं कर सकते। कौशल्या कहती है स्मार्ट फोन से शिक्षा, स्वास्थ्य, ज्ञान-विज्ञान के साथ मंनोरंजन के भरपूर संसाधन आपके हाथ में उपलब्ध होते है। वो कहती है किसी भी जानकारी के लिए अब उन्हें किसी दूसरे पर निर्भर नहीं होना पड़ेगा अब वह एक क्लिक में हर महत्वपूर्ण जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकेंगी।
विनय ताण्डी सात समुन्दर पार अपने भाई से करेगा अब वीडियो कॉलिंग
किसान परिवार में जन्मे विनय ताण्डी हार्दिक कॉलेज ऑफ नर्सिंग में अध्ययनरत है। विनय के बड़े भाई विमल ताण्डी यूएसए (अमेरिका) में रहते है। वो अपने भाई से सीडीएमए मोबाइल से ही कभी-कभी बात कर पाते है। संचार क्रान्ति योजना (स्काई) के तहत स्मार्ट फोन मिल जाने से विनय और उनका परिवार सात समुन्दर पार बैठे अपने भाई से वीडियो कॉलिंग कर उससे न केवल बात कर सकेंगेे बल्कि उसे मन भर निहार भी सकेंगे। विनय अभी तक अपने दोस्तों के स्मार्ट फोन के द्वारा यू टॅयूब के जरिए मेडिकल और नर्सिंग साईन्स से संबंधित अध्ययन सामग्री को प्रैक्टिल सहित देखते थे। अब वो भी आसानी से अपने कोर्स से संबंधित नई-नई जानकारी अपने मोबाइल में आसानी से देखकर सीख सकेंगे।