अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल से रोजगार सहायक पर गिरी गाज
*कलेक्टर के निर्देश पर जांच उपरांत की गई कार्यवाही*
उमरिया -(तपस गुप्ता) पिछले 6 दिनों से पंचायत के कई कार्यो में भारी भ्रष्टाचार को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे ग्रामीणों की पुकार जिला प्रशासन ने सुन ली है कलेक्टर के निर्देश पर जांचोपरांत संबंधित जनपद करकेली ग्राम रहठा के रोजगार सहायक नारद प्रसाद पिता रामस्वरूप महरा की सेवा समाप्ति के आदेश शनिवार की दोपहर दिए गए हैं। इस मामले में सीईओ करकेली आरके मंडावी ने बताया कि उक्त रोजगार सहायक के विरुद्ध कई मामले में शिकायतें थी जिस पर कलेक्टर के निर्देश पर जांच उपरांत कार्रवाई की गई है। विदित हो कि ग्राम रहटा (बड़ी मोहनी) में बीते सोमवार से स्थानीय ग्रामीण मोतीलाल विश्वकर्मा, शंभू प्रसाद मेहरा, कमला प्रसाद एवं गुलबदन महरा ग्राम बड़ी मोहनी में स्थित शासकीय विद्यालय के प्रांगण में पंचायत हुए भ्रष्टाचार विरोधी गतिविधियों को लेकर भूख हड़ताल पर थे,इस मामले में शुक्रवार को संबंधित सीईओ आरके मंडावी सहित,डीईओ रणमत सिंह,तहसीलदार भागीरथी लहरे सहित दूसरे अधिकारी मौके पर पहुंचे थे और ग्रामीणों से हड़ताल समाप्त करने का निवेदन भी किया था परंतु अनिश्चित कालीन हड़ताल पर बैठे ग्रामीणों ने कार्यवाही उपरांत ही हड़ताल समाप्त करने की बात कही थी। शनिवार की दोपहर कलेक्टर के निर्देश पर संबंधित रोजगार सहायक पर कार्यवाही की गयी जिसके बाद उक्त रोजगार सहायक को सेवा समाप्ति के आदेश दे दिए गए हैं। इस मामले में बताया जाता है कि रोजगार सहायक के ऊपर मेड बंधान, विद्यालय मेंटेनेंस कार्य, मजदूरी भुगतान, वृद्धावस्था पेंशन सहित दूसरे मामलों पर वित्तीय अनियमितता की शिकायत ग्रामीणों ने की थी,वित्तीय अनियमितता के अलावा बातचीत के दौरान स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम मोहनी निवासी अनाथ हेमराज पिता गोविंद विश्वकर्मा से प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत के नाम पर रोजगार सहायक द्वारा मोटी रकम ली गई है, इसके साथ स्थानीय कई ग्रामीणों से पात्रता पर्ची के नाम पर भी पैसे ऐंठे गए हैं इसके अलावा शासकीय विद्यालय में मेंटेनेन्स के नाम पर बिना कोई मेंटेनेन्स किये ही मोटी रकम आहरण कर ली गयी।