भाजपाईयों का काला दिवस राजनैतिक नौटंकी :सुशील आनंद
केन्द्र सरकार के तानाशाही पूर्ण आचरण को छुपाने भाजपा आपातकाल की दुहाई दे रही है
रायपुर/ भारतीय जनता पार्टी के द्वारा आपातकाल की याद में मनाये गये काला दिवस को कांग्रेस ने भाजपा की नौटंकी बताया है। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि आपातकाल के संबध में कुछ भी कहने के पहले भाजपाई अपने गिरेबान में झांक कर अपनी केन्द्र सरकार के चरित्र का आत्मअवलोकन करें। आपातकाल देश की तत्कालीन परिस्थितियों के आधार संवैधानिक प्रावधानों के तहत लिया गया घोषित निर्णय था। वर्तमान समय में भारतीय जनता पार्टी की केन्द्र सरकार ने पूरे देश में अघोषित आपातकाल लगा रखा है। देश की संवैधानिक संस्थाओं की स्वात्यता नष्ट की जा रही है, देश के इतिहास में पहली बार सुप्रीम कोर्ट के चार जजों को न्याय मांगने जनता की अदालत में आने का दुर्भाग्यजनक निर्णय लेना पड़ा। चुनाव आयोग की निष्पक्षता कटघरे में है, सीएजी की रिपोर्ट लोकसभा और विधानसभाओं में प्रस्तुत नहीं होने दी गयी, मीडिया की आवाज को दबाया जा रहा है, विरोधियों की आवाज दबाने सीबीआई और ई.डी जैसी संस्थाओं का दुरूपयोग किया जा रहा है। गोवा, मणीपुर, मेघालय, में जनमत को अपमानित कर राज्यपालों और धन बल के सहारे भारतीय जनता पार्टी की सरकारें बनवा दी गयी। भाजपा का यह अघोषित आपातकाल, घोषित आपातकाल से ज्यादा खतरनाक और भयावह है। 1975 का आपातकाल देश विरोधी तत्वों पर अंकुश लगाने व्यवस्था को सुधारने आर्थिक अनियमितता पर अंकुश लगाने लगाया गया, हो सकता है इससे कुछ लोगों को असुविधा हुई हो लेकिन वर्तमान का अघोषित आपातकाल भाजपा सरकार ने अपनी राजनैतिक महत्वाकांक्षाओं की पूर्ति के लिये लगा रखी है। इससे देश का आमआदमी परेशान है। देश का आम आदमी अपने को बेबस महसूस कर रहा है। मीसा बंदियों की तथा कथित देश भक्ति का सार्टिफिकेट देने वाली भारतीय जनता पार्टी ने आजादी की लड़ाई लड़ने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का कभी सम्मान नहीं किया। देश की आजादी की लड़ाई के पुरोधा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम का भाजपा यशोगान करती है। केन्द्र और राज्य में सरकार चला रही भारतीय जनता पार्टी के पास उपलब्धियों के नाम पर कहने और करने को कुछ नहीं है। इसलिये भाजपाई काला दिवस मनाने की नौटंकी पर चर्चा में बने रहने का बहाना खोज रहे है।