चरण स्पर्श कितना पावन यह नीयत पर निर्भर करता है:सुशील आनंद
रायपुर/प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा चरण छूने पर भाजपा नेताओं को फटकार लगाने पर कांग्रेस ने कटाक्ष किया है। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा है कि चाटुकारिता कर पद प्रतिष्ठा हासिल करने की भारतीय जनता पार्टी की पुरानी परंपरा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी पहले लालकृष्ण आडवानी का पैर छूते थे, यह अलग बात है कि आज कल ये अडवानी जी का अभिवादन भी स्वीकार करना पसंद नहीं करते है। अपने खुद के चरित्र में आये इस बदलाव के बाद वे चाहते हैं। समूची भारतीय जनता पार्टी में बदलाव आ जायें ताकि जनता उनके खुद के इस बदलाव को नोटिस न करें। वैसे भी छत्तीसगढ़ के भाजपा नेताओं को भाजपा के राष्ट्रीय नेता लगातार डाटते फटकारते रहते है। इसमें कुछ भी नया नहीं है। इसके पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह जब छत्तीसगढ़ आये थे तो उन्होंने भी राज्य के भाजपा के नेताओं को फटकार लगाया था। अब प्रधानमंत्री मोदी फटकार लगा गये। भारतीय संस्कृति में चरण स्पर्श बड़ों के आर्शीवाद लेने और उनके प्रति आदर प्रकट करने का पुरातन माध्यम रहा है। चरण स्पर्श कितना पुनीत है चरण छूने वाले और चरण स्पर्श करवाने वाले की नीयत पर निर्भर करता है। जब नीयत में खोट हो तब यह पुनीत कार्य भी चाटुकारिता लगती है।