भाजपा का दलित प्रेम मात्र छलावा, सिर्फ वोट की राजनीति
•अम्बेडकर अनुयायी शिक्षित,अब संगठित हो रहे है,और भाजपा की चाल को अच्छी तरह से समझ रहे है।
जोगी एक्सप्रेस
रायपुर छत्तीसगढ़, जनता कांग्रेस, छत्तीसगढ़ (जे) के प्रदेश प्रवक्ता भगवानू नायक ने कहा कभी दलित विरोधी मानसिकता वाली पार्टी भाजपा और उनके नेता दलित विरोधी बयान देने थकते नहीं थे आज उसी पार्टी के द्वारा गली गली में दलितों के मसीहा बाबा साहेब की जयंती मना रहे है, भाजपा नेता जय भीम का नारा लगा रहें है। वर्तमान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने भी कभी दलितों को मन्द बुद्धि कहा था, विदेश राज्य मंत्री वी.के.सिंह ने तो दलितों की तुलना कुत्तों से की थी जिसमें संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय अनुसूचित आयोग ने कड़ी कार्यवाही की थी, उत्तरप्रदेश महिला मोर्चा की प्रदेशाध्यक्ष मधु मिश्रा, भाजपा उपाध्यक्ष उमाशंकर सिंह सहित अनेक भाजपा नेताओं ने भी दलित विरोधी बयान दिए थे। स्वंत्रता, बंधुता, समता और भाईचारा पर आधारित विश्व का सबसे अच्छा संविधान और आरक्षण को लेकर भी भाजपा में विरोधाभाष बयान आता रहा है, इसके साथ ही भाजपा राज में देशभर में दलित अन्याय और अत्याचार के आंकड़े चैकाने वाले है। ऐसे में अचानक से भाजपा का दलितों के प्रति प्रेम जागना हजम नहीँ होता। बाबा साहेब के अनुयायी उनके बताएं रास्ते में चलते हुए आज तेजी से शिक्षित और संगठित हो रहे है और भाजपा की चाल को समझ रहे है। आगे नायक ने कहा भाजपा सत्ता प्राप्ति के लिए समय समय पर तरह तरह की नाटक और नौटँकी करती रहती है सत्ता प्राप्ति के लिए जनता को गुमराह करती है। भाजपा के 13 साल के कार्यकाल में छत्तीसगढ़ में भी दलित अत्याचार चरम सीमा में है। जनहित की आवाज उठाने वाले जुझारू युवा सतीश नवरंगे को अभिरक्षा में मार दिया जाता है, दलित बहन के साथ सामूहिक बलात्कार कर हत्या कर दिया जाता है न जाने कितने दलित अन्याय और अत्याचार रोज होते है और सरकार कार्यवाही के नाम पर मात्र औपचारिकता निभाती है फिर फाइलें ठंडे बस्ते में बन्ध जाती है। भाजपा दलितों को कितना भी रिझाने का प्रयास कर ले लेकिन दलित भाजपा के नियत और नीति को जान चुके है, अपने अपमान का बदला बाबा साहेब द्वारा दिए गए वोट के अधिकार से ही आगामी चुनाव में लेकर रहेगी।