रायपुर,पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री  अजय चन्द्राकर आज यहां अपने निवास कार्यालय में आयोजित छत्तीसगढ़ ग्रामीण विकास विस्तार अधिकारी संघ के राज्य स्तरीय सम्मेलन में शामिल हुए। श्री चन्द्राकर ने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था राष्ट्र की धूरी है। भारत ग्रामीण एवं कृषि प्रधान देश हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में लोग ज्यादातर परम्परागत व्यवसायों से जुड़े होते हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास विस्तार अधिकारी ग्रामीण विकास की रीढ़ है। अतः ग्रामीण विकास सेवा से जुड़े अधिकारियों को ग्रामीणों के विकास और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए शासकीय कर्तव्यों से हटकर भी सहभागिता होनी चाहिए।
श्री चन्द्राकर ने अधिकारियों से ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए आवश्यक मार्ग-दर्शन दिया। उन्होंने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ‘बिहान’ के तहत ग्रामीण गरीब परिवारों की महिलाओं को स्व-सहायता समूहों में गठित कर शासन की योजनाओं से लाभान्वित करने को कहा। उन्होंने योजना के तहत गठित इन समूहों की महिलाओं को बैंक लिंकेज कराने पर भी जोर दिया। श्री चन्द्राकर ने सम्मेलन में ग्रामीण विकास अधिकारियों को नये तकनीकों से भी अपडेट रहने की सीख दी। उन्होंने पंचायत एवं ग्रामीण विकास प्रशिक्षण संस्थान के माध्यम से कम्प्यूटर प्रशिक्षण देने का भी बल दिया।
श्री चन्द्राकर ने ग्रामीण विकास विस्तार अधिकारियों द्वारा की गई मांग पर सैद्धांतिक सहमति प्रदान करते हुए विभाग के अपर मुख्य सचिव को नियमानुसार मांग पूरा करने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त उनकी विभिन्न मांगों पर भी राज्य शासन द्वारा सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया। सम्मेलन में छत्तीसगढ़ ग्रामीण कृषि विकास अधिकारी संघ के प्रांता अध्यक्ष श्री कृष्ण कुमार डहरिया, प्रदेश पदाधिकारियों में सर्वश्री रंजीत सिंह, मित्र सिंह साहू, के.आर. नेताम, परसराम साहू, लक्ष्मण सिंह साहू और सुश्री तेजेश्वरी बघेल सहित बड़ी संख्या में अन्य सदस्य उपस्थित थे।