रायपुर  – भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्री थावर चंद गहलोत ने छत्तीसगढ़ में दिव्यांगजनों ,बुजुर्गों और तृतीय लिंग समुदाय के उत्थान के लिए हो रहे कार्यों की सराहना की .श्री गहलोत अपने ओड़िसा दौरे से लौटते समय कुछ देर के लिए माना स्थित स्वामी विवेकानंद विमान तल पर रुके थे.इस दौरान उन्होंने समाज कल्याण के विशेष सचिव और संचालक डॉ संजय अलंग सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों  से मुलाकात की . समाज कल्याण विभाग द्वारा केन्द्रीय मंत्री को दिव्यांग बच्चों द्वारा निर्मित पेंटिंग भेंट की गयी .जिसे देखकर केन्द्रीय मंत्री बहुत खुश हुए उन्होंने कहा की इन बच्चों की प्रतिभा को प्रगति मैदान ,सूरजकुंड जैसे राष्ट्रीय स्तर के मेलों में अवसर मिलना चाहिए .उन्होंने विशेष सचिव श्री प्रसन्ना को इस आशय का  प्रस्ताव भेजने को कहा.

भेंट के दौरान केन्द्रीय मंत्री से श्री प्रसन्ना ने छत्तीसगढ़ में दिव्यांगजनों के लिए राष्ट्रीय स्तर के अनुसन्धान और शैक्षणिक केन्द्रों की स्थापना का अनुरोध किया. उन्होंने श्री गहलोत को  दिव्यांगजनों ,बुजुर्गों और तृतीय लिंग समुदाय के उत्थान हेतु राज्य शासन द्वारा किये जा रहे विशेष प्रयत्नों की जानकारी दी और कहा कि राष्ट्रीय स्तर के अनुसन्धान और शैक्षणिक केन्द्रों की स्थापना से छत्तीसगढ़ में दिव्यांगजनों की बेहतरी के लिए और अधिक कार्य किये जा सकेंगे. श्री गहलोत ने श्री प्रसन्ना को इसके लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजने को कहा . श्री प्रसन्ना ने इस दौरान श्री गहलोत को छत्तीसगढ़ में समाज कल्याण विभाग द्वारा शुरू की गयी टोल फ्री हेल्प लाइन  नंबर 104 ,बुजुर्गों के लिए शुरू की गई ‘बापू की कुटिया’ और दिव्यांग जनों लिए रोजगार मेले,तृतीय लिंग समुदाय के लिए  के लिए संचालित विभिन्न योजनाओं और उन्हें कला के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा के अनुरूप कार्य दिलाने के लिए किये जा रहे प्रयासों के बारे में बताया . समाज कल्याण विभाग के संचालक डॉ संजय अलंग ने श्री गहलोत को अंतर्राष्ट्रीय व्हील चेयर क्रिकेट प्रतियोगिता में शामिल प्रदेश के दो खिलाडियों और राष्ट्रीय श्रवणबाधित क्रिकेट प्रतियोगिता में प्रदेश के दिव्यांग युवाओं के बेहतरीन प्रदर्शन के बारे में अवगत कराया जिस पर श्री गहलोत ने प्रसन्नता व्यक्त की. डॉ अलंग ने श्री गहलोत को समाज कल्याण विभाग द्वारा ब्रेल लिपि में मुद्रित दिव्यांगजन अधिनियम और श्रवणबाधित दिव्यांगों से संवाद के लिए निर्मित सांकेतिक भाषा में मुद्रित कार्ड के बारे में अवगत कराया.श्री गहलोत ने संचालक समाज कल्याण को इसकी प्रति दिल्ली भेजने को कहा.केन्द्रीय मंत्री ने छत्तीसगढ़ में संचालित सभी गतिविधियों की सराहना की और कहा कि छत्तीसगढ़ में इतने अच्छे कार्य हो रहे हैं इसके बारे में देश के सभी राज्यों को जानना चाहिए .उन्होंने श्री आर प्रसन्ना से कहा इस तरह की गतिविधियों और बेस्ट प्रेक्टिसेस के बारे में वे केंद्र सरकार को नियमित रूप से अवगत कराते रहें ताकि देश के अन्य राज्यों को भी इसके लिए प्रेरित किया जा सके. श्री गहलोत ने बैठक के दौरान बताया कि केंद्र सरकार द्वारा श्रवणबाधित दिव्यांगों के लिए सांकेतिक भाषा के 3000 शब्दों का शब्दकोष तैयार करवाया गया है जो जल्द ही सभी राज्यों को उपलब्ध कराया जायेगा .