October 24, 2024

सीताफल के आइसक्रीम से समूह के महिलाओं की चेहरे पर आई चमक : हथनीकला की मिनीमाता महिला समूह के सदस्यों को 2 लाख रूपये की आय

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मुंगेली –जिले के विकासखण्ड पथरिया के सांसद आदर्श ग्राम हथनीकला के मिनीमाता खाद्य सुरक्षा समूह के महिलाओं ने सीताफल के पल्स से आइसक्रीम निर्माण कर अच्छी आमदनी प्राप्त कर रहे है। इससे माली हालत में सुधार के साथ ही आत्मनिर्भर बन रहे है। समूह की महिलाएं दूसरे के लिए प्रेरणास्त्रोत बन रही है। समूह की महिलाओं ने बताया कि पहले परम्परागत घरेलू और खेती कार्य करती थी। इसके अलावा उनके पास दिन में अन्य कार्यो के लिए समय शेष रहता था। समूह के अध्यक्ष श्रीमती राजकुमारी पात्रे ने बताया कि एक दिन कृषि विभाग में संचालित आत्मा योजना की जानकारी मिली। योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए समूह के महिलाओं ने प्रण किया। मिनीमाता खाद्य सुरक्षा समूह में 10 सदस्य शामिल है ग्राम हथनीकला के मिनीमाता खाद्य सुरक्षा समूह की महिलाओं ने आत्मा योजनांतर्गत आइसक्रीम निर्माण एवं पल्स एक्सट्रेक्सन मशीन एवं रिवॉल्विंग फण्ड तथा प्रशिक्षण प्राप्त किया। महिलाओं ने बताया कि कबीरधाम जिले में आयोजित कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम भ्रमण और किसान मेला में भाग लिया। जय दुर्गा मां महिला कृषक अभिरूचि समूह कवर्धा की महिलाओं से प्रेरणा प्राप्त कर उत्साह से कार्य करने का संकल्प लिया। कृषि विभाग मुंगेली द्वारा उच्च गुणवत्तायुक्त सीताफल के पल्स से आइसक्रीम निर्माण हेतु प्रशिक्षण दिया गया। समूह की सदस्य महिलाओं ने बताया कि कलेक्टर मुंगेली के सहयोग से समूह को मनियारी फ्रुट्स प्रोजेक्ट के अंतर्गत शामिल किया गया एवं समूह को आवश्यक आइसक्रीम निर्माण हेतु मशीन और पल्स एक्सट्रेक्सन मशीन प्रदान किया गया। आज वर्तमान में समूह की महिलाओं द्वारा सभी मौसमी फलों का पल्स से आइसक्रीम निर्माण कर मेले में अलग स्टाल लगाकर आइसक्रीम विक्रय कर रहे है। आइसक्रीम विक्रय कर अच्छी आय अर्जित कर रहे है। समूह की महिलाओं ने बताया कि अन्य लोगों को और समूह की महिलाओं को प्रेरित कर रहे है।मिनीमाता खाद्य सुरक्षा समूह के अध्यक्ष श्रीमती राजकुमारी और सदस्य कु. सरिता ने बताया कि सीताफल के पल्स से आइसक्रीम विक्रय से वर्ष 2017 में लगभग 2 लाख रूपये तक आमदनी हुई। इस प्रकार समूह के प्रत्येक महिला सदस्यों को 20-20 हजार रूपये आय प्राप्त हुई। आय की राशि से जिंदगी संवर गई है। बच्चों की पढ़ाई लिखाई और खेती कार्य में खर्च कर रहे है। भविष्य में उन्नत तकनीक अपनाकर और अधिक आय प्राप्त करने की योजना है।

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