मध्यप्रदेश के पाली में मिला अति कुपोषित बच्चा ,महिला बाल विकास अधिकारी की पहल पर भेजा गया एम्स भोपाल
बिरसिंहपुर पाली(तपस गुप्ता) पाली नगर पालिका क्षेत्र में स्थित वार्ड 13 में निवासरत एक गरीब परिवार के अति कुपोषित बच्चे को महिला बाल विकास अधिकारी मोनिका सिन्हा व स्वास्थ्य अधिकारियों के पहल पर उच्च चिकित्सा सेवा के लिए एम्स भोपाल भेजा गया है। गौरतलब है कि वार्ड 13 में रहने वाले इसरत सलमानी के घर मे बीते डेढ़ माह पूर्व एक बच्चा पैदा हुआ जो शारीरिक रूप से कमजोर था जहाँ उसकी पत्नी सहाना बेगम ने अपने बच्चे की अच्छी तरह देखभाल कर उसकी सेवा की लेकिन स्वास्थ्य में सुधार नही हुआ जिसकी जानकारी महिला बाल विकास अधिकारी मोनिका सिन्हा को लगी तब इन्होंने बच्चे को पाली के पोषण पुनर्वास केंद्र में 5 मई को भर्ती कराकर 14 दिन तक चार फॉलोअप में स्वास्थ्य उपचार दिया लेकिन बच्चे की हालत नही सुधरी। बताया गया है कि पीड़ित बच्चे का वजन 2 किलो 2 सौ ग्राम था जिसका निरन्तर वजन घटते जा रहा था ऐसी स्थिति में बच्चे को रेफर कर शहडोल के पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती करने के लिए भेजा गया था लेकिन शहडोल पोषण पुनर्वास केंद्र में पदस्थ किसी चिकित्सक द्वारा यह कह दिया गया कि उनका बच्चा ठीक है साथ ही कथित चिकित्सक ने उनसे अच्छा बर्ताव नही किया जिससे वह वापस पाली घर आ गए। जब इस बात की जानकारी दूसरे दिन महिला बाल विकास अधिकारी मोनिका सिन्हा को लगी तो वह ततपरता दिखाते हुए अपने विभाग के पर्यवेक्षक जे पी सिंह के साथ पीड़ित परिवार के घर पहुचे और दोबारा उस पीड़ित कुपोषित बच्चे को पुनः पाली के पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कर पाली बीएमओ व्ही के जैन को इसकी जानकारी देकर संभागीय सलाहकार यूनिसेफ दीपक पांडेय से चर्चा की। पीड़ित बच्चे के लगातार गिरते वजन को देखते हुए महिला बाल विकास अधिकारी मोनिका सिन्हा ने अन्य जिम्मेदार अधिकारियों सहित पीड़ित बच्चे के परिवार से बात कर व्यवस्था के साथ उसे राज्य पोषण पुनर्वास केंद्र भोपाल में भर्ती कराया है जहाँ उसका उच्च चिकित्सकीय सेवा आरम्भ कर दी गई है। उल्लेखनीय है कि महिला बाल विकास अधिकारी मोनिका सिन्हा की पहल से इसरत सलमानी सहाना बेगम के बच्चे को स्वास्थ्य लाभ मिलना आरम्भ हो गया है।