शहर के एटीएम दिखावे के लिए हो रहे साबित , उपभोक्ता हो रहे परेशान
बैकुण्ठपुर। कोरिया जिले में बैंकों के एटीएम में कैश नहीं होने की खबरों ने एक बार फिर नोटबंदी के दौर की याद दिला दी है। सोशल मीडिया पर लोग ‘कैश नहीं है’ की तख्ती लगे एटीएम की तस्वीरें शेयर कर रहे हैं। जिले में जिला मुख्यालय मे लगे दर्जनों बैकों के एटीएमों मे कैस की किल्लत, जिले के एकलौते नगर निगम, मनेन्द्रगढ़, चरचा कोलरी, खडगवां, पटना सहित सभी बैकों में स्थिति ज़्यादा गंभीर बताई जा रही है। बैंक मैनेजरों की हालिया रिपोर्ट भी कहती है कि सिस्टम में पर्याप्त मात्रा में कैश नहीं है। बैक प्रबंधक बताते है कि बैकों मे कैस नोटबंदी के समय से ज्यादा है। प्रबंधकों की मानें तो कुछ इलाकों में अचानक और बढ़ी हुई मांग से कुछ जगहों पर किल्लत पैदा हुई है और इसे जल्द ही निबटा दिया जाएगा। सांथ ही कहा कैश की कोई कमी नही हैं, ये अलग बात है कि कैश कहीं कम है तो कहीं ज़्यादा दो-तीन दिन में सब ठीक हो जाएगा।
एटीएम खाली, कैश के लिए दर दर भ टक रहे लोग
सवाल उठता है कि सर्कुलेशन में पर्याप्त मात्रा में नकदी होने के बावजूद एटीएम में कैश क्यों नहीं है। क्या कुछ लोग बड़ी संख्या में नकदी की जमाखोरी कर रहे हैं। मतलब उन्होंने बैंकों से पैसा निकाल तो लिया है, लेकिन फिर इसे सिस्टम में बनाए रखने के बजाय अपने पास रोक लिया है या फिर बैंकों के पास करेंसी नोट्स की कमी है और मशीनों से नोटों की छपाई कम हो रही है। ग्राहकों की मानें तो भारतीय स्टेट बैंक चरचा मे शाखा प्रबंधक की मनमानी चरम पर है। बुजुर्ग महिलाओं सहित सभी ग्राहकों को अमिश्न बढ़ानें के कारण ग्राहक सेवा केन्द्र भेज दिया जाता है। जबकि चरचा भारतीय बैंक शाखा से सलका मे चल रहे ग्राहक सेवा केन्द्र मे ग्रामिणों के खुन पसिनें की कमाई को डकार लिया गया है। जिसके बद भी प्रबंधक द्वारा एटीयम मे कैस न रखकर कमिशन मिलने के कारण ग्राहकों के कमाई मे डाका डालना आदत मे सुमार हो गया है।