आजीविका एप से युवाओं को मिलेगी रोजगार मूलक प्रशिक्षण की जानकारी
दुर्ग-जिले के युवाओं को रोजगार-स्वरोजगार से जोड़कर उनका उन्नयन करने के उद्देश्य से जिला स्तर पर आजीविका एप बनाया गया है। जिले के युवाओं को रोजगार मूलक प्रशिक्षण की जानकारी देने के लिए बनाए गए एप का राजस्व एवं कौशल विकास मंत्री श्री प्रेम प्रकाश पाण्डेय ने आज सेक्टर-1 नेहरू नगर सांस्कृतिक भवन मंे आयोजित जिला आजीविका एवं कौशल मेला में शुभारंभ किया। इस एप के माध्यम से युवाओं को विभिन्न टेªडों में पंजीयन करने के साथ-साथ काउंसिंलिंग, प्रशिक्षण और विभिन्न नियोक्ताओं के माध्यम से रोजगार प्राप्त करने की संपूर्ण प्रक्रिया की जानकारी इसके माध्यम से मिलेगी। कोई भी युवा आजीविका एप के माध्यम से आवेदन कर मनचाहा टेªड में अपनी कौशल व रूचि के आधार पर प्रशिक्षण ले सकेगा। जिला आजीविका एवं कौशल मेला में आज जिलेभर से बड़ी संख्या में युवाओं ने उपस्थित होकर कौशल प्रशिक्षण की जानकारी लिया। पूर्व में पंजीकृत लगभग 1000 से अधिक युवाओं को विभिन्न नियोक्ताओं के द्वारा विभिन्न पदों पर भर्ती किया गया। इस दौरान विभिन्न टेªडों में प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके युवाओं को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र एवं उद्यम स्थापित करने के लिए ऋण स्वीकृति का चेक का वितरण किया गया।आजीविका एवं कौशल मेला कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजस्व मंत्री श्री प्रेम प्रकाश पाण्डेय ने युवाओं से भरी सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज का समय हुनर का समय है। जो युवा अपनी हुनर को पहचान कर उसे अपने जीवन में आत्मसात कर आगे बढ़ता है, वह मंजिल दर मंजिल सफलता की राह पर चढ़ता है। उन्होंने युवाओं का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि जीवन में कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता है। जो भी अवसर मिलता है, उस राह पर चढ़कर अपनी मंजिल को प्राप्त करने प्रेरित किया। मंत्री श्री पाण्डेय ने कहा कि देश व प्रदेश सरकार के द्वारा युवाओं को तराशने के लिए अनेक प्रकार की योजनाएं बनाकर उनका कौशल उन्नयन कर रही है। उन्होंने कहा कि देश में सर्वाधिक संख्या नौजवानों की है। नौजवानों से ही देश का भविष्य निर्धारित होता है। नौजवानों को सबसे अधिक रोजगार की चिंता होती है। नौजवानों की इस चिंता को दूर करने के लिए केन्द्र व राज्य सरकार के द्वारा कौशल को हर व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए कौशल अधिकार कानून बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति में प्राकृतिक हुनर होता है। इन हुनर को तराशने के लिए एक अवसर की जरूरत होती है। युवाओं की हुनर को स्थापित करने और उन्हें समाज की मुख्यधारा में जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती रमशीला साहू ने कहा कि बेटे और बेटियों में अनेक प्रकार की प्रतिभा व हुनर छुपी हुई है। अवसर के अभाव मंे आज की युवा अपने-आप को साबित नहीं कर पाते हैं, ऐसे युवाओं को विशेष अवसर उपलब्ध कराते हुए, उनमें छुपी हुई प्रतिभा को स्थापित करने का कार्य आजीविका एवं कौशल उन्नयन के माध्यम से किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत देश गांवों का देश है। ग्रामीण युवाओं में अनेक प्रकार की प्रतिभा होने के बाद भी सही और उचित अवसर नहीं मिलने से युवाओं में छुपी हुई प्रतिभा सिमट कर रहा जाती है। ऐसे हुनरमंद युवाओं को तराशकर उनका उन्नयन करने का बीड़ा सरकार के द्वारा उठाया गया है। उन्होंने कहा कि अब युवा शक्ति को अपने-आप को स्थापित करने का अवसर मिला है। इससे देश का नवनिर्माण करने और नए भारत बनाने का मार्ग प्रशस्त हुआ है।कलेक्टर श्री उमेश कुमार अग्रवाल ने ग्राम स्वराज अभियान के साथ ही कौशल उन्नयन के लिए जिले में चलाए गए अभियान की विस्तार से जानकारी दी। युवाओं को रोजगार-स्वरोजगार से जोड़ने के लिए जिले में 157 आजीविका शिविर लगाया गया है। इसके माध्यम से ग्रामीण और शहरी युवाओं का चिन्हांकन विभिन्न टेªडों में प्रशिक्षण के लिए किया गया है। चिन्हांकित युवाओं को उनकी मन पसंद टेªडों में प्रशिक्षण देने के साथ ही काउंसिंलिंग कर विभिन्न नियोक्ताओं के माध्यम से रोजगार की उपलब्धता सुनिश्चित किया गया है। जिले में 34 हजार से अधिक युवाओं का चिन्हांकन विभिन्न टेªडों में प्रशिक्षण के लिए चिन्हांकित किया गया है। अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार से जोड़ने के उद्देश्य से सभी 9 नगरीय निकायों एवं तीनों विकासखण्ड में आजीविका केन्द्र खोला जा रहा है।नगर निगम, उद्योग, अंत्यावसायी, शहरी आजीविका मिशन, नाबार्ड, लीड बैंक, रोजगार एवं स्वरोजगार विभाग के द्वारा अभियान चलाकर युवाओं को हुनरमंद बनाने का कार्य किया जा रहा है। आज आजीविका मेला में विभागीय अधिकारियों के द्वारा स्टॉल लगाकर विभिन्न टेªडों में प्रशिक्षण की जानकारी भी दी गई। इस अवसर पर जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती माया बेलचंदन, भिलाई-चरोदा नगर निगम की महापौर श्रीमती चंद्रकांता माण्डले सहित बड़ी संख्या में युवा उपस्थित हुए।