कर्नाटक का रण : चुनाव प्रचार चरम पर, राहुल और PM मोदी के बीच ‘जुबानी जंग’ तेज
नई दिल्ली: कर्नाटक में विधानसभा चुनाव होने में अब सिर्फ 8 दिन बचे हैं. वहां सियासी पारा भी लगातार चढ़ता जा रहा है. ऐसे में वहां चुनाव का प्रचार-प्रसार अब अपने चरम पर है. कर्नाटक के रण को जीतने के लिए भारतीय जतना पार्टी से लेकर कांग्रेस तक ने एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है. कर्नाटक की जनता को लुभाने के लिए दोनों तरफ से ताबड़तोड़ रैलियां हो रही हैं. रैलियों में पीएम मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी एक-दूसरे पर जमकर निशाना साध रहे हैं.
कांग्रेस से सत्ता छीनने के प्रयास में भाजपा के प्रचार को बढावा देने के लिए पीएम मोदी ने तीन चुनावी जनसभाओं को, जबकि राहुल गांधी ने अपनी चुनावी यात्रा के दौरान चार जनसभाओं को संबोधित किया. प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य की राजधानी बेंगलुरु में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कर्नाटक सरकार भ्रष्टाचार में ‘गोल्ड मेडलिस्ट’ है और कांग्रेस नेता ‘सत्ता के नशे में चूर’ हैं.
राहुल गांधी ने इस पर पलटवार करते हुए भाजपा पर राफेल लड़ाकू विमान सौदे में भ्रष्टाचार और भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी को बचाने का आरोप लगाया. उन्होंने इस मुद्दों पर प्रधानमंत्री की चुप्पी पर सवाल उठाया. सिद्धारमैया सरकार को ‘सीधा रुपैया सरकार’ बताते हुए मोदी ने बल्लारी में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि एक आम आदमी अधिकारियों को रिश्वत दिये बिना अपना कोई काम नहीं करा सकता.
उन्होंने कुछ समय पहले बेंगलुरु के एक कैफे में एक व्यक्ति की पिटाई करने वाले विधायक एनए हैरिस के बेटे मोहम्मद नालपाद के संदर्भ में कहा, ‘शहर में खराब कानून व्यवस्था बिना वजह नहीं है. कांग्रेस विधायक के बेटे ने मासूम लोगों की पिटाई की और सरकार ने उन्हें बचाया. उनके नेता सत्ता के नशे में चूर है.’ खनन घोटाले में कथित रूप से संलिप्त विवादित रेड्डी बंधुओं को भाजपा द्वारा टिकट देने को लेकर विपक्ष के हमले का सामना कर रहे मोदी ने कर्नाटक सरकार पर पलटवार करते हुए उस पर आरोप लगाया कि वह खनन नीति तैयार नहीं करके अवैध खनन को रोकने के केंद्र के प्रयास को नाकाम कर रही है.