विवादों में फसा 65वां नेशनल अवॉर्ड सेरेमनी
65वां नेशनल अवॉर्ड सेरेमनी विवादों की वजह से चर्चा में रहा. 68 लोगों ने अवॉर्ड लेने से इसलिए मना कर दिया क्योंकि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सिर्फ चुनिंदा लोगों को अवॉर्ड देने वाले थे और बाकी बचे लोगों को सूचना और प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी अवॉर्ड देने वाली थीं.
यह विवाद बुधवार को उस समय शुरू हुआ, जब अवॉर्ड पाने वाले रिहर्सल करने के लिए विज्ञान भवन पहुंचे. वहां सबको पता चला कि रामनाथ कोविंद समारोह में बस 1 घंटे के लिए आएंगे और 107 में से सिर्फ 11 लोगों को अपने हाथ से अवॉर्ड देंगे.इस फैसले से कई आर्टिस्ट, म्यूजिशियन, डायरेक्टर्स, कंपोजर्स, प्रोड्यूसर्स और टैक्नीशियन्स नाराज हुए हैं. बेस्ट डॉक्यूमेंट्री फिल्म के विजेता आरसी सुरेश ने कहा- हमें धोखा दिया गया है क्योंकि 18 अप्रैल को हमें जो चिट्ठी दी गई थी, उसमें लिखा था कि राष्ट्रपति हमें अवॉर्ड देंगे. पिछले 64 साल से यही होता आ रहा है. यह हमारा इगो नहीं है.
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह पर विवाद, 131 में से 68 विजेताओं ने अवॉर्ड लेने से किया इनकार
फिल्म वॉकिंग विद द विंड के लिए तीन अवॉर्ड पाने वाले प्रवीण मोरेना ने कहा- स्मृति ईरानी समझाने की कोशिश कर रही थीं कि ये प्रोटोकॉल है और इसे फॉलो करना होगा. हम इस बात से हर्ट हैं.
साभारः आज तक