जस्टिस जोसेफ के प्रमोशन पर बेनतीजा खत्म हुई कोलेजियम की बैठक
नई दिल्ली। उत्तराखंड हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस केएम जोसेफ के प्रोन्नति के मामले में सुप्रीम कोर्ट की कोलेजियम की बुधवार को मीटिंग हुई, लेकिन कोई निर्णय नहीं लिया जा सका। फिलहाल चार अन्य जजों के नामों पर विचार का मसला टाल दिया गया है। इस बैठक में सुप्रीम कोर्ट ने पर्याप्त प्रतिनिधत्व के सिद्घांत को ध्यान में रखते हुए कलकत्ता, राजस्थान, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट के जजों को सुप्रीम कोर्ट प्रोन्नति करने पर भी विचार का मामला एजेंडे में शामिल था। सरकार के बीच तनातनी की वजह बने जोसेफ के मामले में होने वाली बैठक अहम मानी जा रही थी। कोलेजियम के कुछ सदस्य केंद्र की कार्यप्रणाली को लेकर सार्वजनिक तौर पर अपनी नाराजगी जता चुके हैं।
गौरतलब है कि जोसेफ ने ही वह विवादास्पद फैसला दिया था जिसकी वजह से 2016 में उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन लगाने का केंद्र का आदेश निष्प्रभावी हो गया था। मामले की सुनवाई हाई कोर्ट की जिस बेंच ने की थी, उसकी अगुआई जोसेफ कर रहे थे। माना जा रहा है कि केंद्र ने अपनी खुन्नस निकालने के लिए उनके नाम पर आपत्ति जताई थी।
चीफ जस्टिस दीपक मिश्र की अगुआई में कोलेजियम उन विकल्पों पर विचार करने जा रही थी जिससे जोसेफ को सुप्रीम कोर्ट में लाया जा सके। कोलेजियम के बाकी सदस्यों में जस्टिस जे चेलामेश्वर, रंजन गोगोई, मदन बी लोकुर व कुरियन जोसेफ हैं। जस्टिस जोसेफ के साथ कोलेजियम ने वकील इंदु मल्होत्रा को सुप्रीम कोर्ट का जज बनाने की सिफारिश 10 जनवरी को की थी। 26 अप्रैल को केंद्र ने इंदु मल्होत्रा के नाम को मंजूरी देते हुए जोसेफ के सुप्रीम कोर्ट का जज बनाने से इन्कार कर दिया था।