समन्वित खेती से किसानों की आमदनी होगी दोगुनी: बृजमोहन अग्रवाल
रायपुर, कृषि एवं जल संसाधन मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2022 तक किसानों की आमदनी को दोगुनी करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। किसान समन्वित खेती अर्थात खेती के साथ-साथ साग-सब्जी उत्पादन, पशुपालन, मछलीपालन जैसे कृषि से जुड़े कार्यों को अपनाकर अपनी आमदनी को दोगुनी कर सकते हैं। श्री अग्रवाल ने इसके लिए किसानों से केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ लेने की अपील की है।
कृषि मंत्री श्री अग्रवाल आज रायपुर जिले के विकासखण्ड मुख्यालय आरंग और कृषि महाविद्यालय रायपुर में ग्राम स्वराज अभियान के तहत आयोजित कृषक कल्याण दिवस तथा संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा – सिर्फ धान की फसल लेने से आय दोगुनी नहीं होगी बल्कि किसान आगे आकर इन योजनाओं का लाभ उठाएं और उन्नत तथा आधुनिक तकनीक से खेती-किसानी कर अपनी आय को दोगुनी करें।
कृषि मंत्री श्री अग्रवाल ने इस अवसर पर केन्द्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत बड़ी संख्या में किसानों को उन्नत कृषि यंत्र, किसान क्रेडिट कार्ड, बीज मिनीकिट्स, मछली आईस बॉक्स और करीब एक करोड़ रूपए अनुदान राशि के चेक प्रदान किए। कृषि मंत्री श्री अग्रवाल ने कहा कि अधिक उर्वरकों के उपयोग से धरती की उर्वरा शक्ति खत्म हो रही है। इसे बचाने के लिए आवश्यक है कि अधिक से अधिक जैविक खेती की जाए। इससे पैसे की बचत के साथ ही स्वास्थ्य भी बेहतर होगा। किसान सिर्फ धान की खेती न करें बल्कि ड्रिप और स्प्रिंकलर लगाकर दो से तीन फसल लंे साथ ही मछली पालन, पशुपालन और बागवानी की फसलों को लगाकर समन्वित खेती करें ताकि उनकी आमदनी दो से तीनगुना बढ़ सके। श्री अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किसानों को शून्य प्रतिशत पर ऋण, 6 हजार यूनिट तक निःशुल्क बिजली, 24 घण्टें बिजली, उनके उपज के एक-एक दाने का मूल्य दिलाने समर्थन मूल्य पर धान खरीदी करने के साथ ही खाद-बीज मुहैया करा रही है। आज कम्प्यूटर का जमाना है, कम्प्यूटर से खेती हो रही है। नयी पीढ़ी इन तकनीकों से खेती कर इसे बड़े व्यवसाय के रूप मंे अपना सकती है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आरंग विधायक श्री नवीन मारकण्डेय ने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार किसानों की बेहतरी के लिए हर कदम उठा रही। आरंग क्षेत्र में नहर लाईनिंग, स्टॉप डेम के निर्माण के साथ ही सूक्ष्म सिंचाई के लिए इसे एक मॉडल के रूप में विकसित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पशुधन के संरक्षण और संवर्धन के लिए यहां गोथली गांव में एक गौ अभ्यारण्य का निर्माण भी किया जा रहा है। जो पूरे देश में अपनी तरह का पहला अभ्यारण्य होगा। किसान संगोष्ठी को भारत सरकार के कृषि मंत्रालय के उप सचिव श्री अरूण चौधरी, कृषि विभाग के संचालक श्री केरकेट्टा ने भी संबोधित करते हुए किसानों को सरकार की योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाने की अपील की। इस अवसर पर पूर्व विधायक श्री संजय ढीढी, जिला पंचायत सदस्य श्री द्वारिका साहू, श्री पप्पू साहू, डॉ. गुलाब टिकरिहा, उद्यान विभाग के संचालक श्री नरेन्द्र पाण्डेय, संयुक्त संचालक कृषि श्री गयाराम तथा अनुविभागीय दण्डाधिकारी आरंग सुश्री शीतल बंसल सहित बड़ी संख्या में क्षेत्र के जनप्रतिनिधि और किसान उपस्थित थे। कृषि महाविद्यालय के सभागृह में आयोजित किसान संगोष्ठी में किसानों के साथ इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ0 एस.के.पाटिल,प्रबंध संचालक मंडी बोर्ड श्री अभिजीत सिंह, कृषि विभाग के संचालक श्री एम एस. केरकेट्टा और संचालक विस्तार सेवाएं डॉ.ए.एल. राठौर भी उपस्थित मौजूद थे।