न्याय, संवेदना और जनविश्वास के संगम में हिंदी मासिक समाचार पत्र के प्रवेशांक का विमोचन अविस्मरणीय पल – जिला न्यायाधीश हिदायत उल्ला खान

देपालपुर(इंदौर) – लोकतंत्र की आत्मा तब और अधिक सुदृढ़ होती है, जब न्यायपालिका, मीडिया और समाज जनहित के समन्वित उद्देश्य के लिए एक मंच पर एकत्र होते हैं। ऐसा ही प्रेरणादायी और ऐतिहासिक क्षण देपालपुर में 13 दिसंबर 2025 को साकार हुआ, जब तहसील विधिक सेवा समिति देपालपुर के तत्वावधान में वर्ष 2025 की अंतिम नेशनल लोक अदालत का सफल आयोजन किया गया और इसी गरिमामयी अवसर पर देपालपुर से प्रकाशित होने वाले मासिक हिंदी समाचार पत्र ‘विश्वनाथ समाचार’ के प्रवेशांक का विधिवत एवं भावपूर्ण विमोचन किया गया। यह आयोजन केवल न्यायिक प्रक्रिया तक सीमित नहीं रहा, बल्कि आम नागरिक को त्वरित, सुलभ और मानवीय न्याय से जोड़ने की प्रतिबद्धता का सशक्त संदेश बनकर उभरा। कार्यक्रम की अध्यक्षता तहसील विधिक सेवा समिति देपालपुर के अध्यक्ष एवं जिला न्यायाधीश माननीय श्री हिदायत उल्ला खान ने की। जिला न्यायाधीश श्री खान ने कहा कि नेशनल लोक अदालत गरीब, वंचित और आम नागरिक के लिए न्याय का भरोसेमंद माध्यम है, जहां संवाद और सहमति के जरिए वर्षों पुराने विवादों का समाधान संभव होता है। उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि जिम्मेदार और सकारात्मक पत्रकारिता न्यायिक व्यवस्था और समाज के बीच विश्वास की सेतु का कार्य करती है। इस अवसर पर सिविल न्यायालय में पदस्थ न्यायाधीशगण श्रीमती रिजवाना कौसर, सुश्री सुमित्रा ताहेड़ एवं सुश्री दिव्या श्रीवास्तव की गरिमामयी उपस्थिति रही। जिला न्यायाधीश श्री हिदायत उल्ला खान ने ‘विश्वनाथ समाचार’ के प्रवेशांक का विमोचन करते हुए इसे संविधान, सत्य और सामाजिक सरोकारों से जुड़ी पत्रकारिता की एक सशक्त शुरुआत बताते हुए प्रवेशांक में नेशनल लोक अदालत की अपील के शानदार प्रकाशन की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया एवं भारत सरकार की गाइडलाइनों के अनुरूप निष्पक्ष, संतुलित और तथ्यपरक समाचार, समाज में न्याय के प्रति भरोसे को और मजबूत करते हैं। कार्यक्रम में एडीपीओ विक्रम राव, अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अंतरसिंह मौर्य, सचिव दिनेश डोड, उपाध्यक्ष दिलीप सिंह डाबी, कोषाध्यक्ष युवराज नागर, वरिष्ठ अधिवक्तागण राजेन्द्र पटेल, सी.एल. पटेल, बी.आर. पटेल,चेतन हार्डिया, मालती जोशी, रजनी पंवार, सचिन बैरागी,वीरेंद्र नागर, अर्जुन नागर, अब्दुल गफ्फार, मनोज देसाई, चिंतामन बाथम, विपिन धाकड़,प्रमोद तिवारी सहित बड़ी संख्या में अधिवक्तागण, न्यायिक कर्मचारीगण एवं सामाजिक प्रतिनिधि उपस्थित रहे। सभी ने एकमत से कहा कि जन सरोकारों से जुड़ी निर्भीक पत्रकारिता ही लोकतंत्र को जीवंत बनाए रखती है। इस अवसर पर ‘विश्वनाथ समाचार’ के संपादक संदीप सेन को न्यायाधीशगण एवं वरिष्ठ अभिभाषकों ने शुभकामनाएं देते हुए विश्वनाथ समाचार पत्र को विधिक जागरूकता के साथ-साथ पीड़ित की पीड़ा, आमजन की समस्याओं और समाज के वास्तविक मुद्दों को पूरी संवेदनशीलता के साथ जन-जन तक पहुंचाने में मददगार होने की आशा प्रकट की। संपूर्ण आयोजन सौहार्द, गरिमा और सकारात्मक ऊर्जा से परिपूर्ण रहा। नेशनल लोक अदालत के इस सफल आयोजन और ‘विश्वनाथ समाचार’ के प्रवेशांक विमोचन ने यह स्पष्ट संदेश दिया कि जब न्यायपालिका और मीडिया जनहित में एक साथ कदम बढ़ाते हैं, तब समाज में न्याय केवल व्यवस्था नहीं, बल्कि विश्वास बन जाता है।