December 22, 2024

वन क्षेत्र की परिधि से चल रहा रेत का कारोबार

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पुराने सीमांकन के आधार पर हो रहा रेत का उत्खनन और परिवहन
पसान और चोलना रेत खदान वन क्षेत्र की सीमा पर हो रहे संचालित

इण्ट्रो – खनिज विभाग में पदस्थ जिम्मेदार अधिकारी नियमों का पालन न करते हुये मनमाने तरीके से ठेका कंपनी को रेत उत्खनन और परिवहन करनेेे की इजाजत दे रखे हैं। राजस्व और वन विभाग से सहयोग लिये बिना ही कई रेत खदानों का संचालन किया जा रहा है। पुराने सीमांकन/चिन्हांकन के आधार पर वन क्षेत्र से रेत का उत्खनन और परिवहन किया जा रहा है जिस पर रोक लगाने की आवश्यकता है।
अनूपपुर। खनिज विभाग की सबसे महत्वपूर्ण तत्वों में एक रेत भी शामिल है, इस रेत से शासन को करोड़ो रूपये का राजस्व प्राप्त होता है। परंतु जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही और नियम कानून के विपरीत कार्य होने के कारण संचालन में कई तरह के विसंगतियों से सामना करना पड़ता है, वहीं अन्य विभाग भी इनके लापरवाही का शिकार होते हैं। और उनका भी नुकसान करा देते हैं। कुछ इसी तरह का मामला अनूपपुर जिले में रेत को लेकर चल रहा है। जब से रेत का ठेका एसोसिएट कामर्स को प्राप्त हुआ है उसके बाद से खनिज विभाग अपने दामाद की तरह खातिरदारी करते हुये खुली छूट दे रखी है। यही कारण है कि कंपनी के गुर्गे न तो पुलिस से डरते हैं और न ही अन्य विभागों से किसी भी प्रकार की कार्यवाही से कतराते हैं।
एनओसी और सीमांकन है समस्या
खनिज विभाग द्वारा ठेका कंपनी को रेत खदाने तो स्वीकृत कर दी परंतु नियमों के तहत वर्तमान के सीमांकन पर ध्यान नहीं दिया गया। पुराने सीमांकन के आधार पर खदानों का संचालन शुरू करवा दिया गया और निरीक्षण के नाम पर कालिख पोती जा रही है। जिले के कई खदानों के संचालन के लिये जो अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी किया गया है वह भी संदेह के दायरे में है। चोलना रेत खदान और पसान वन क्षेत्र की सीमा पर संचालित और परिवहन हो रही है जिसमें गलत तरीके से अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी कर दी गई है। जबकि वन सीमा के 250 मीटर के अंदर खदान संचालित नहीं किया जा सकता है लेकिन नियमों को भूलकर रेत खदानों का संचालन किया जा रहा है। वन विभाग और राजस्व विभाग के सहयोग से उच्च स्तरीय जांच टीम बनाकर निरीक्षण एवं वस्तुस्थिति की जांच की जाये तो कई कमियां उजागर हो जायेंगी।
मनमाने ढंग से स्वीकृत किया लीज
पसान रेत खदान को लेकर सी एम हेल्पलाईन में शिकायत की गई थी जिसके बाद वन विभाग के कर्मचारियों ने निरीक्षण कर मौका पंचनामा तैयार करते हुये वन परिक्षेत्राधिकारी कोतमा को स्पष्टीकरण सौंपते हुये लिखा कि बीटगार्ड-कल्याणपुर एवं बीट गार्ड चपानी द्वारा स्वीकृत रेत खदान पसान की जांच मौके से किया गया है। रेत खदान बीट कल्याणपुर के कक्ष क्र आरएफ 464 की सीमा लाइन से लगे राजस्व भूमि से रेत का उत्खनन करना पाया गया जो बीट कल्याणपुर के कक्ष क्रमांक आरएफ 464 की सीमा लाइन से 250 मीटर के अन्दर किया जा रहा है तथा बीट सकोला के कक्ष कमाक आरएफ 463 के अन्दर से रेत का परिवहन किया जा रहा है। जबकि वनमण्डलाधिकारी अनुपपुर के द्वारा स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि जिन स्थानो पर वन क्षेत्र से लगे क्षेत्र में लीज आवंटित किया जाना प्रस्तावित है उन क्षेत्रो का वन विभाग के साथ संयुक्त सर्वेक्षण करवाकर वन क्षेत्रो से 250 मीटर की दूरी पर सीमांकन कराये जाने की पश्चात ही लीज आवंटन किया जाना उचित होगा एवं ऐसे क्षेत्र जहाँ लीज से लगे हुए वन क्षेत्र से होकर रास्ता है उन क्षेत्रो में भी लीज का आवंटन किया आना उचित नही होगा। वर्तमान मे जो लीज स्वीकृत हुआ है लीज स्वीकृति के पहले किसी भी प्रकार का संयुक्त सीमांकन नही किया गया है। नियमत: संयुक्त बीमांकन के पश्चात लीज स्वीकृत किया जाना था परंतु ऐसा नही किया गया है, लीज स्वीकृत मनमाने ढंग से किया गया है।
वन विभाग न तैयार किया पंचनामा
परिक्षेत्र सहायक कोतमा के द्वारा बीट गार्ड कल्याणपुर और बीट गार्ड चपानी के साथ सी एम हेल्पलाईन की शिकायत पर जांच करते हुये 5 दिसम्बर को शिकायत कर्ता की उपस्थिति में स्वीकृत रेत खदान पसान की जांच मौके पर जाकर किया गया। इस दौरान बीट कल्याणपुर के सीमा लाईन से लगे भूमि सेे रेत का उत्खनन का कार्य होना पाया गया है। उन्होने पंचनामा मेें यह भी उल्लेख किया कि रेत खदानों का लीज तो आबंटित कर दिया गया है लेकिन सीमांकन न होने से कई तरह के समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। जब तक संयुक्त टीम उपस्थित होकर सीमांकन एवं चिन्हांकन नहीं करती है तब तक वन क्षेत्र से लीज स्वीकृत नहीं किया जाना था जबकि वन विभाग ने पूर्व में भी खनिज विभाग को सूचना देकर अवगत करा दिया था परंतु खनिज विभाग में पदस्थ खनिज अधिकारी आशा लता वैद्य की धुलमुल रवैये के कारण मनमाने ढंग से रेत खदानों का संचालन हो रहा है।

इनका कहना है…….

वन विभाग के नियमों का पालन के बाद ही रेत खदानों का संचालन किया जाना चाहिये। मुझे जानकारी उपलब्ध करा दीजिये मैं इससे संबंधित सभी गतिविधियों को दिखवाता हूं।
विपिन कुमार पटेल, वनमण्डलाधिकारी अनूपपुर


हमारे पास वन विभाग से कोई जानकारी नही आई है, शायद खनिज निरीक्षक ईशा वर्मा जांच में गई थी उन्हीं से आप बात कर लीजिये।
आशा लता वैद्य, खनिज अधिकारी
खनिज विभाग अनूपपुर


निरीक्षण की जानकारी व दस्तावेज मुझे उपलब्ध करवा दीजिये मैं दिखवा लेता हूं।
हर्षल पंचोली, कलेक्टर अनूपपुर

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