कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला जल एवं स्वच्छता समिति की बैठक संपन्न
स्वच्छता के क्षेत्र में जिले में बेहतर परिणाम लाने हेतु विभागवार गतिविधियों के कैलेंडर जारी करने के कलेक्टर ने दिए निर्देश
उमरिया 20 नवंबर – कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन ने जिला जल एवं स्वच्छता समिति की बैठक में कहा कि 19 नवंबर से हमारा शौचालय हमारा सम्मान अभियान प्रारंभ हो गया है , जो आगामी 10 दिसंबर तक चलेगा । आपने कहा कि अभियान अंतर्गत सौपे गये दायित्वों का भलि भांति निर्वहन करें । स्वच्छता के क्षेत्र में जिले में बेहतर परिणाम लाने हेतु विभागवार गतिविधियों का कैलेंडर जारी करते हुए कार्यक्रम की मॉनिटरिंग हर स्तर पर किए जाने के निर्देश दिए गए। जिले में निर्मित समस्त सामुदायिक स्वच्छता परिसरों को अभियान अंतर्गत पानी की व्यवस्था अनिवार्य रूप से करते हुए उन्हें सुचारू रूप से संचालित करने के निर्देश दिए गए।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अभय सिंह ने कहा कि संस्थागत व्यक्तिगत तथा सामुदायिक शौचालय के उपयोग तथा जो शौचालय जीर्ण-शीर्ण हो गये है उनके मरम्मात का कार्य अभियान के रूप में लिया जाए। जिला समन्वयक स्वच्छता मिशन मनीषा कांड्रा ने जिले में चल रही स्वच्छता गतिविधियों की जानकारी दी तथा बताया कि शासन व्दारा 19 नवंबर से 10 दिसंबर तक विशेष अभियान चलाया जा रहा है । इस अभियान में उत्कृष्ट कार्य करने वाली पंचायतों को पुरस्कृत भी किया जाएगा। बैठक में जिला प्रमुख अधिकारी उपस्थित रहे।
क्र०298
सामान्य प्रशासन समिति एवं सामान्य सभा की बैठक 28 नवंबर को
उमरिया 20 नवंबर। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अभय सिंह ने बताया कि जिला पंचायत उमरिया की सामान्य प्रशासन समिति एवं सामान्य सभा की बैठक 28 नवंबर को अपरान्ह 1 बजे से जिला पंचायत उमरिया के सभाकक्ष में आयोजित की गई है। बैठक में सर्व संबंधितों से उपस्थिति की अपेक्षा की गई है ।
क्र०299
डा राजेश तोमर होंगें बांधवगढ टाईगर रिजर्व के नये वन्य प्राणी चिकित्सा अधिकारी
उमरिया 20 नवंबर। राज्य शासन व्दारा पशु चिकित्सको को प्रशासकीय दृष्टि से पदस्थापना से स्थानांतरित करते हुए डा० नितिन गुप्ता वन्य प्राणी स्वा0 अधिकारी बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व को महाराजा मार्तण्ड सिंह जुदेव व्हाईट टाईगर मुकुंदपुर सतना तथा डा राजेश तोमर वन्य प्राणी स्वा0 अधिकारी महाराजा मार्तण्ड सिंह जुदेव व्हाईट टाईगर मुकुंदपुर सतना को बांधवगढ टाईगर रिजर्व उमरिया के लिए स्थानांतरित किया है।
क्र०300
जिला जल एवं स्वच्छता मिशन समिति गठित
उमरिया 20 नवंबर। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण योजना अंतर्गत पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देशानुसार जिला जल एवं स्वच्छता मिशन समिति का गठन किया गया है । समिति में कलेक्टर अध्यक्ष होगे। इसी तरह मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत उमरिया उपाध्यक्ष तथा वनमंडलाधिकारी, जिला परिवहन अधिकारी, परियोजना प्रशासक आदिवासी विकास, मुख्य स्वा0 चिकित्सा अधिकारी, परियोजना अधिकारी जिला शहरी विकास अभिकरण, कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकीय सेवा, कार्यपालन यंत्री जल संसाधन सदस्य तथा कार्यपालन यंत्री लोक स्वा0 यांत्रिकीय सदस्य सचिव तथा जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग, उप संचालक सामाजिक न्याय विभाग, जिला शिक्षा अधिकारी, जिला परियोजना समन्वयक सर्व शिक्षा अभियान तथा जिला समन्वयक स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण सदस्य होगे ।
समन्वयक स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) उमरिया सांसदों के साथ-साथ जिले के सभी विधायकों , एमएलसी को विशेष आमंत्रित के रूप में इन बैठकों में भाग लेने का अनुरोध किया जा सकता है एवं रोटेशन के आधार पर अधिकतम चार सरपंचों का प्रतिनिधित्व (कम से कम 2 महिला सरपंच होनी चाहिए) इन्हे उचित प्रक्रिया के बाद जिला कलेक्टर द्वारा प्रत्येक माह में आयोजित होने वाली बैठक के पूर्व नामित कराया जायेगा।
डीडब्ल्यूएसएम की भूमिकाएं और जिम्मेदारियां
ग्रामीण जलापूर्ति एवं स्वच्छता से संबंधित कार्यों की प्रगति की योजना, क्रियान्वयन, निगरानी एवं समीक्षा, जिला कार्य योजना और वीएपी का कार्यान्वयन सुनिश्चित करना, उपरोक्तानुसार गठित समिति अपने कार्यक्षेत्र में शासन से जारी निर्देश एवं स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) की मार्गदर्शिका में उल्लेखित प्रावधानों के अनुसार योजना के क्रियान्वयन हेतु अंतर्विभागीय समन्वय कर समस्त आवश्यक कार्यवाही , रिर्पाेटिंग , दस्तावेजीकरण करना सुनिश्चित करेंगी। जिला स्तर पर गांव में जलापूर्ति योजनाओं , परियोजनाओं को प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान करना, ठोस एवं तरल अपशिष्ठ प्रबंधन गतिविधियों के माध्यम से गांवों ओडीएफ स्थिति की स्थिरता और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता के स्तर में सुधार करना, गांवों को ओडीएफ प्लस मॉडल बनाना, सभी स्वच्छता परिसंपत्तियों जैसे प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन इकाइयों, पृथक्करण शेड, अपशिष्ट संग्रह वाहन, खाद गड्ढे, जीडब्ल्यूएम प्रणाली, एफएसटीपी, गोबरधन संयंत्र आदि। अभिसरण के माध्यम से गांवों में स्रोत स्थिरता कार्यों और ग्रेवाटर प्रबंकन के लिए धन की उपलब्धता सुनिश्चित करना।
क्र०301
पुलिस उप महिनिरीक्षक शहडोल जोन शहडोल द्वारा किया गया जिला उमरिया का वार्षिक निरीक्षण
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उमरिया 20 नवंबर । निर्धारित वार्षिक निरीक्षण रोस्टर अनुसार पुलिस उप महानिरीक्षक शहडोल जोन शहडोल सविता सोहाने द्वारा पुलिस लाइन उमरिया में आयोजित जनरल परेड में सलामी पश्चात पुलिस में अनुशासन को बनाये रखने हेतु परेड का महत्व समझाते हुये परेड का निरीक्षण करते हुये बैंड दल का निरीक्षण किया गया उसके पश्चात वाहन शाखा का निरीक्षण करते हुये वाहन के रखरखाव की स्थिति का जायजा लिया गया साथ ही परेड एवं वाहन शाखा के लिये आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये । जनरल परेड के पश्चात पुलिस लाईन परेड ग्राउंड में आयोजित बलवा परेड रिहर्सल का निरीक्षण करते हुये बलवा परेड रिहर्सल का महत्व, रिहर्सल के दौरान सीखी जाने बाली बारीकियों एवं कानून व्यवस्था स्थिति निर्मित होने पर प्रक्रिया को अमल में लाने के दौरान बरती जाने वाली साबधानियों के संबंध में बारीकी से बतलाया गया । इसके पश्चात पुलिस लाइन की सभी शाखाओं का निरीक्षण करते हुये अंत में आयोजित पुलिस सम्मेलन का संबोधित करते हुये मुस्तैदी के साथ बेहतर पुलिसिंग को कायम रखने एवं अनुशासन के साथ डियूटी करने की बात कहते हुये पुलिस अधिकारी, कर्मचारियों की समस्याओं को सुना गया । इस अवसर पर श्रीमान पुलिस उप महिनिरीक्षक शहडोल जोन शहडोल, पुलिस अधीक्षक उमरिया, अति. पुलिस अधीक्षक उमरिया, अनु. अधिकारी पुलिस उमरिया , पाली, समस्त थाना , चौकी प्रभारी , अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थिति रहे ।
पुलिस लाईन में निरीक्षण के पश्चात श्रीमान के द्वारा थाना कोतवाली का निरीक्षण करते हुये संपूर्ण थाना परिसर का भ्रमण करते हुये रंग-रोगन, साफ-सफाई की स्थिति का जायजा लिया गया, थाना में संधारित रिकार्ड की स्थिति को चौक किया गया । आधुनिक पुलिसिंग हेतु जारी नवीन नवाचार सभी को सीखने एवं लागू करने हेतु आवश्यक निर्देश दिये गये । फरियादी से सही व्यवहार, शिकायत पर शीघ्र कार्यवाही, रात में बंदी की उपस्थिति में विशेष सतर्कता जैसे आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये । इसके पश्चात थाना अजाक, अनु. अधि. पुलिस उमरिया कार्यालय, पुलिस कंट्रोल रूम, कार्यालय सायबर सेल का निरीक्षण कर कार्यशैली का जायजा लेते हुये उपस्थित प्रभारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये । इसके पश्चात कार्यालय पुलिस अधीक्षक उमरिया में संचालित सभी शाखाओं को निरीक्षण करते हुये कृत कार्य, लंबित कार्य, निराकरण हेतु की जा रही कार्यवाही इत्यादी की जानकारी लेते हुये बेहतर कार्य हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये । पुलिस उप महानिरीक्षक द्वारा उत्कृष्ट कार्य कर रहे अधिकारी / कर्मचारियों को इनाम से पुरूष्कृत किया गया ।
क्र०302
पुलिस अधीक्षक ने आरोपी पर किया पांच हजार रूपये का ईनाम घोषित
उमरिया 20 नवंबर । पुलिस अधीक्षक निवेदिता नायडू ने थाना नौरोजाबाद जिला उमरिया के अपराध क्रमांक 401/24 धारा 137 (2) बी एन एस के आरोपी पर पांच हजार रूपये का ईनाम घोषित किया है । ईनाम वितरण के संबंध में पुलिस अधीक्षक का अंतिम निर्णय होगा ।
क्र०303
आदर्श गांव की परिकल्पना को लेकर ग्राम पठारीकला में बैठक संपन्न
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उमरिया 20 नवंबर – विकासखंड करकेली सेक्टर निगहरी में चयनित आदर्श गाँव की परिकल्पना को साकार रूप देने के उद्देश्य से ग्राम पठारी कला में मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद् के द्वारा ग्राम के नागरिकों के साथ बैठक का शुभारम्भ स्व सहायता समूह की बहनांे द्वारा गीत से प्रारंभ किया गया । जिसमें ग्राम पंचायत पठारीकला के सरपंच गोविद सिंह सचिव रामू प्रसाद सोनी ,जन अभियान परिषद् के जिला समन्वयक रविन्द्र शुक्ला वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता कृष्णराज सिंह जन अभियान परिषद् जिला कार्यालय उमरिया के लेखापाल आकाश दुबे, नवांकुर संस्था प्रतिनिधि सुनीता तिवारी परामर्शदाता संतोष कुमार त्रिपाठी प्रस्फुटन साथी सिंह मरकाम सेक्टर के सीएमसीएलडीपी छात्र महाजन सिंह, वृन्दावन सिंह , कान्हा राय, लवकुश सिंह शामिल हुए । ग्राम पठारीकला के सम्मानित जनप्रतिनिधि आगनबाड़ी कार्यकर्ता आशा कार्यकर्ता महिला स्वसहायता समूह की महिलाएं और ग्रामीण जनों की उपस्थिति रही । सरपंच गोविन्द सिंह द्वारा बैठक के विषय में सूक्ष्म बिंदु पर गाँव के बारे में जानकारी प्रदान की ।
जिला समन्वयक रविन्द्र शुक्ला द्वारा आदर्श ग्राम बनाने के विषय चर्चा करते हुए ग्राम के नागरिकों से आव्हान किया कि हम जिस परिकल्पना को लेकर आपके ग्राम में बैठक कर रहे हैं उसमे आप सभी की पूर्ण सहभागिता के साथ ग्राम पठारीकला को एक श्रेष्ट आदर्श गाँव बनाकर रहेंगे । जन सहयोग से इस ग्राम की संभावित आदर्श ग्राम बनाने हेतु कुछ बिषय निकाल कर उन पर सर्वे के माध्यम से आगे बढ़ाना पड़ेगा। नशा मुक्ति स्वच्छता पर्यावरण शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार प्राकृतिक खेती दूध उत्पादन इन विषयों पर क्या काम कर सकते हैं और इसमें कैसे ग्राम को आगे बढ़ा सकते हैं इस पर हमें काम करना पड़ेगा।
बैठक में नशामुक्त अभियान के तहत नशा का कारोबार न हो, और गाँव के लोग नशा करने वाले भी न हों ग्राम सभा के माध्यम से गाँव के मामलो को निपटाना अन्धविश्वास पर विश्वास न करने के लिए प्रेरित करना केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओ को गाँव मे पूर्ण रूपेण स्थापित करना स्थानीय समुदायों की पूर्ण भागीदारी हेतु प्रेरित करना धार्मिक व सामाजिक संस्थाओं का गाँव मे पूर्ण योगदान की चिंता . जनभावनाओ को समझकर उनके अनुरूप स्थानीय जरूरत अनुसार कार्य करना सहित अन्यन बिंदुओ पर चर्चा की गई ।
क्र०304
शासकीय महाविद्यालय पाली में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का हुआ आयोजन
रक्तदान कर जीवन दान का दिया संदेश,जीवन बचाने के लिए आगे आई नारी शक्ति
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उमरिया 20 नवंबर- रक्तदान जीवनदान के उद्देश्य से ब्लड बैंक अधिकारी डॉ. मुकुल तिवारी व पाली महाविद्यालय प्राचार्य डॉ आर.के झा के मार्गदर्शन पर रेड रिबन क्लब व युवा टीम उमरिया द्वारा शासकीय महाविद्यालय बिरसिंहपुर पाली में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। रक्तदान शिविर में 06 यूनिट रक्त का संग्रह किया गया।
पुलिस पाली थाना प्रभारी मदनलाल मरावी ने उपस्थित रक्तदाताओं को बताया कि रक्तदान शरीर शोधन की एक प्रक्रिया है। रक्तदान करने से षरीर में नया रक्त तैयार होता है और पहले के रक्त में उपलब्ध कई तरह के कोलेस्ट्राल आदि कम होते हैं। पाली महाविद्यालय प्राचार्य डष्. आरके झा ने कहा कि रक्तदान महादान है। स्वस्थ लोगों को साल में एक बार जरूर रक्तदान करना चाहिए। इससे बेहतर स्वास्थ्य रहता है।युवाओं से साल में कम से कम दो बार रक्तदान करने का आह्वान किया। रक्तदान करने से दिल की सेहत में सुधार, दिल की बीमारियों और स्ट्रोक के खतरे को कम करता है।
रक्तवीर हिमांषु तिवारी ने कहा कि रक्तदान महा दान है। रक्त की दो बूंद से किसी जरूरत मंद व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है, इसलिए इस पुन्य के कार्य में रक्तदान के लिए युवाओं को बढ़-चढ़ कर सहयोग देना चाहिए। सभी रक्त वीरों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।षिविर में नारी षक्ति ने ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। रक्तदान षिविर के दौरान पुलिस पाली थाना प्रभारी मदनलाल मरावी, पाली महाविद्यालय प्राचार्य डष्. आरके झा,जिला चिकित्सालय लैब टेक्नीषियन विनीत साहू,अफ़रोज़, राश्ट्रीय सेवा योजना प्रभारी डष् षाहिद सिद्दीकी,डष् मंसूर अली,डष् ऋतु सेन,अनुभव श्रीवास्तव,डष् त्रिभुवन गिरी,डष् नरेष षुक्ला ,रक्तवीर हिमांषु तिवारी ,खुषी सेन,मुस्कान महोबिया,वर्शा बर्मन,खुषबू बर्मन,साक्षी रैदास,लश्मी महोबिया, रक्तदाता सावित्री सिंह प्रीती सिंह प्रतिभा चतुर्वेदी आरती देवी सोनम भार्या नम्रता देवी नेहा सिंह वर्षा देवी षीतल चौधरी एवं सभी उपस्थित रहे।
क्र0305
पर्वतारोही मुस्कान को मिलेगी 4 लाख की प्रोत्साहन राशि
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेश की साहसी बिटिया को दी बधाई
उमरिया 20 नवंबरदृ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अशोक नगर जिले की निवासी पर्वतारोही सुश्री मुस्कान रघुवंशी को उनकी उपलब्धियों के लिए बधाई देते हुए 4 लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि देने के निर्देश दिए हैं। सुश्री मुस्कान अशोक नगर जिले के ग्राम महाना के निवासी श्री रामकृष्ण रघुवंशी की बेटी हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आस्ट्रेलिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट कोंजिअस्को को कम उम्र में फतह कर विश्व रिकार्ड बनाने वाली मुस्कान के साहसिक कार्य के लिए बधाई देते हुए आगामी पर्वतारोहण कार्यक्रम की सफलता के लिए शुभकामनाएं भी दी हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश की यह बेटी नई सफलताएं प्राप्त करेगी।
उल्लेखनीय है कि 23 वर्ष आयु की मुस्कान भोपाल के रविन्द्र नाथ टैगोर विश्वविद्यालय से बीपीएड का पाठ्यक्रम कर रही हैं। उन्होंने जब आस्ट्रेलिया के पर्वत की चोटी को छुआ था तो अपने आयु वर्ग में सबसे कम उम्र की पर्वातारोही थीं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 24 अगस्त 2024 को चंदेरी प्रवास के दौरान मुस्कान को उनके द्वारा बनाए गए रिकार्ड के लिए बधाई दी थी। मुस्कान शीघ्र ही दक्षिण अफ्रीका के तंजानिया में माउंट क्लीमंजारो की चोटी पर पहुंचने के लिए रवाना होने वाली हैं।
क्रमांक306
अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस 10 दिसम्बर को
मुख्य अतिथि राज्यपाल श्री पटेल और विशेष अतिथि उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल होंगे
वरिष्ठ नागरिकों की देखभाल और सुरक्षा, सामाजिक जिम्मेदारी, कानूनी सुरक्षा और मानव अधिकार विषय पर केन्द्रित रहेगा
उमरिया 20 नवंबरदृ अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस 10 दिसम्बर को आरसीव्हीपी नरोन्हा प्रशासन एवं प्रबंधकीय अकादमी में आयोजित होगा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल और विशेष अतिथि उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल रहेंगे। अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस के कार्यक्रम का केन्द्रीय विषय “भारत में वरिष्ठ नागरिकों की देखभाल और सुरक्षा, सामाजिक जिम्मेदारी, कानूनी सुरक्षा और मानव अधिकार’’ पर आधारित होगा।
मानव अधिकार आयोग के कार्यवाहक अध्यक्ष श्री मनोहर ममतानी ने मानव अधिकार आयोग में विषय से संबंधित विभागों के अधिकारियों की आयोजन की तैयारियों के संबंध में बैठक ली। बैठक में वृद्धजन कल्याण से संबंधित योजनाओं एवं अन्य सुसंगत जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। बैठक में सामाजिक न्याय, स्वास्थ्य, पुलिस, नगर निगम, अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान के अधिकारी और मानव अधिकार आयोग के सदस्य श्री राजीव कुमार टंडन भी उपस्थित रहे।
क्रमांक 307
भगवान श्रीराम और पांडवों की जीत का आधार उनके जीवन मूल्य ही थे
- मुख्यमंत्री डॉ. यादव
भारतीय जीवन मूल्यों के सामर्थ्य ने ही प्रधानमंत्री श्री मोदी को वर्तमान वैश्विक संघर्षों में शांतिदूत के रूप में स्थापित किया
उच्च शिक्षा का बदलता स्वरूप और हमारे जीवन मूल्य विषय पर चर्चा और विचार-विमर्श
सम-सामयिक दृष्टि से महत्वपूर्ण
मुख्यमंत्री ने किया एसोसिएशन ऑफ यूनिवर्सिटीज ऑफ एशिया एंड द पैसिफिक के 17वें सम्मेलन का शुभारंभ
उमरिया 20 नवंबरदृ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि भारत का अतीत गौरवशाली रहा है और भारत प्राचीनकाल से ही वैश्विक स्तर पर उच्च शिक्षा का मुख्य केन्द्र रहा। कई देशों के विद्यार्थियों, राजकुमारों ने तक्षशिला, नालंदा जैसे भारत के विश्वविद्यालयों में शिक्षा ग्रहण की। लेकिन ऐतिहासकि रूप से हमें ऐसा कोई उल्लेख प्राप्त नहीं होता, जिसमें भारत में शिक्षा ग्रहण किए किसी व्यक्ति अथवा सत्ताधीश ने अन्य राज्य पर आक्रमण किया हो। यह तथ्य प्राचीन काल से चली आ रही हमारी शिक्षा व्यवस्था के सुदृढ़ जीवन मूल्यों और नैतिक मूल्यों को दर्शाता है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव मंगलवार को होटल ताज में एसोसिएशन ऑफ यूनिवर्सिटीज ऑफ एशिया एंड द पैसिफिक के 17वें सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
अतीत से वर्तमान की कई घटनाएं जीवन मूल्यों के प्रति दृष्टिकोण की भिन्नता के कारण हुई
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि ष्उच्च शिक्षा का बदलता स्वरूप और हमारे जीवन मूल्यष् विषय पर आयोजित यह सम्मेलन सम-सामयिक महत्व का है। अतीत से लेकर वर्तमान तक की कई घटनाएं जीवन मूल्यों के प्रति दृष्टिकोण की भिन्नता के परिणाम स्वरूप ही घटित हुईं। रामायण काल में रावण हो या महाभारत काल में कौरव, योग्यता और क्षमता में कोई भी कम नहीं था, लेकिन उनके जीवन मूल्य और नैतिक मूल्य उचित नहीं थे, इसी कारण उन्हें कभी सम्मान नहीं मिला और वे समाज में तथा इतिहास में सदैव नकारे गए। कर्ण की योग्यता अद्भुत थी, लेकिन उनकी दृष्टि, प्रतिशोध, जिद और नकारात्मक भाव ने उन्हें पतन की ओर अग्रसर किया। इसी प्रकार के उदाहरण हमें सोने की लंका बनाने वाले रावण के भी प्राप्त होते हैं। सभी प्रकार के वैभव और सामर्थ्य होने के बाद भी वे कभी स्वीकारे नहीं गए और नैतिक मूल्यों के आधार पर ही वनवासी श्रीराम ने उन्हें परास्त किया। अर्थात् यह नैतिक मूल्यों और जीवन मूल्यों की ही विजय थी।
नई शिक्षा नीति के माध्यम से लागू किए जा रहे हैं कई नवाचार
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने रूस-यूक्रेन युद्ध और इजराइल के संघर्ष का उल्लेख करते हुए कहा कि हमारे आदर्शों और जीवन मूल्यों का ही परिणाम है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी इन संघर्षों में भी शांति के लिए प्रयास करते दिखाई देते हैं। यह भारतीय जीवन मूल्यों के सामर्थ्य को दर्शाता है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि वर्ष 2020 से लागू नई शिक्षा नीति के माध्यम से पढ़ने और सीखने की प्रक्रिया को अधिक लचीला, सरल और रूचिपूर्ण बनाते हुए विद्यिार्थियों को विभिन्न संकायों के विषयों के अध्ययन की सुविधा प्रदान की गई है। अध्ययन प्रक्रिया को आयु के बंधन से मुक्त करते हुए क्रेडिट प्रदान करने जैसे नवाचार भी प्रदेश में किए गए हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने एसोसिएशन ऑफ यूनिवर्सिटीज ऑफ एशिया एंड द पैसिफिक को मध्यप्रदेश में अपनी गतिविधियों के विस्तार के लिए आमंत्रित किया।
वैश्विक स्तर की शिक्षा देश में ही उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध
जागरण लेक सिटी यूनिवर्सिटी के चांसलर श्री हरिमोहन गुप्ता ने बताया कि 35 देशों में फैले एसोसिएशन ऑफ यूनिवर्सिटीज ऑफ एशिया एंड द पैसिफिक का सम्मेलन भारत में पहली बार हो रहा है। एसोसिएशन मध्यप्रदेश में उच्च शिक्षा और कौशल विकास पर केन्द्रित वैश्विक संस्थाओं की स्थापना कर विद्यार्थियों को वैश्विक स्तर की शिक्षा देश में ही उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। इस अवसर पर प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा श्री अनुपम राजन, शिक्षाविद श्री अनूप स्वरूप और विभिन्न विश्वविद्यालयों के प्रतिनिधि तथा विषय-विशेषज्ञ उपस्थित थे।
क्रमांक308
उज्जैन में बनेगी प्रदेश की पहली मेडिसिटीरू मुख्यमंत्री डॉ. यादव
उमरिया 20 नवंबरदृ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि उज्जैन में प्रदेश की पहली मेडिसिटी बनने जा रही है। राज्य सरकार चिकित्सा सेवा और चिकित्सा शिक्षा को और अधिक बेहतर बनाने के लिए गंभीर है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में चिकित्सा सेवा और आयुष के माध्यम से स्वास्थ्य और चिकित्सा को समग्रता में देखते हुए नई अवधारणा पर कार्य हो रहा है। इसके चलते उज्जैन में बनने वाली मेडिसिटी में न केवल मेडिकल कॉलेज रहेगा अपितु नर्सिंग, पैरामेडिकल, अनुसंधान सुविधा, चिकित्सक-विशेषज्ञ और स्टॉफ के आवास सहित संपूर्ण व्यवस्था होगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि वे स्वयं इस कैंपस का भूमि-पूजन करेंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि पिछले 20 साल में मध्यप्रदेश सरकार ने चिकित्सा के क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम उठाए हैं। वर्ष 2004-05 में प्रदेश में मात्र 5 मेडिकल कॉलेज थे, वर्तमान में प्रदेश में 17 मेडिकल कॉलेज संचालित हैं साथ ही 8 कॉलेज निर्माणाधीन हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सिंहस्थ अवधि में लगभग 15 करोड़ की आबादी उज्जैन में होगी। सामान्य समय में भी लगभग 5 से 7 करोड़ यात्री प्रतिवर्ष उज्जैन पधार रहे हैं। अतः यहां मेडिसिटी का बनना उपयोगी और महत्वपूर्ण है। उज्जैन में आकार ले रही मेडिसिटी के लिए मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दीं।
क्रमांक309
युवाओं को रोज़गार देने के लिए संकल्पबद्ध सरकार, भर्ती की प्रक्रिया शीघ्र- मुख्यमंत्री डॉ. यादव
प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय श्रेणी के सीधी भर्ती के रिक्त पदों को भरने के आदेश जारी
वर्ष-वार भर्ती कैलेंडर जारी, युवाओं को मिलेंगे शासकीय सेवा में नौकरियों के अवसर
उमरिया 20 नवंबर। राज्य शासन अगले 5 वर्षों में 2 लाख 50 हजार सरकारी नौकरियां उपलब्ध कराने प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय श्रेणी के सीधी भर्ती के रिक्त पदों की पूर्ति करने के आदेश जारी कर दिए हैं। रिक्त पदों पर भर्ती के लिए हर साल सरकारी परीक्षा कैलेंडर जारी किया जायेगा।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि राज्य सरकार ने संकल्प पत्र-2024 के बिन्दु “रोजगार के अवसर” में युवाओं को सरकारी नौकरियों में सेवा का अवसर देने संकल्प दोहराया है। इस संकल्प को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ते हुए सरकारी नौकरियों में भर्ती की सभी औपरिकताएं पूरी की जा रही हैं और जल्दी ही भर्ती की प्रक्रिया भी शुरू की जायेगी।
उप मुख्यमंत्री श्री जगदीश देवड़ा ने सभी विभागों को भर्ती की प्रक्रिया संबंधी औपचाकिताएं पूरी करने के निर्देश दिये हैं, जिससे वर्षवार भर्ती की प्रक्रिया बिना रूकावट पूरी की जा सके। राज्य शासन के इस निर्णय से सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा पहले जारी निर्देश एवं आदेश निष्प्रभावी होंगे लेकिन पहले जारी आदेशों, परिपत्रों के आधार पर ऐसे रिक्त पदों पर, जिन पर विभागों द्वारा दिनांक 30 अक्टूबर, 2024 तक भर्ती की कार्यवाही कर दी गई है, वह निरस्त नहीं मानी जायेगी। इनमें सीधी भर्ती के रिक्त पदों पर भर्ती के लिए कार्यवाही कर्मचारी चयन मण्डल, म.प्र. लोक सेवा आयोग/ अन्य संस्था को प्रेषित किये गये हैं। इसके अलावा नियुक्ति की जा चुकी है परंतु कार्यभार ग्रहण किया जाना शेष है या परीक्षा परिणाम के आधार पर नियुक्ति पत्र जारी किया जाना शेष है।
मुख्य रूप से संवर्ग में स्वीकृत पदों के आधार पर 5ः पदों की ही सीधी भर्ती से पदपूर्ति करने के लिए प्रशासकीय विभाग को अधिकृत किया गया है। यह परिपत्र वर्ष 2028-29 तक के लिये स्थगित किया जाता है।
राज्य शासन द्वारा प्रथम श्रेणी, द्वितीय श्रेणी एवं तृतीय श्रेणी के सीधी भर्ती के रिक्त पदों की पूर्ति गणना के संबंध में मार्गदर्शन दिया गया है। इसके अनुसार सर्वप्रथम प्रत्येक संवर्ग में 1 अप्रैल 2024 की स्थिति में सीधी भर्ती के रिक्त पदों की गणना की जायेगी। इनमें ऐसे पद जिनके संबंध में कार्यवाही कर्मचारी चयन मंडल/ एमपीपीएससी या अन्य संस्थाओं में प्रचलन में है, रिक्त पदों की गणना में शामिल नहीं किए जायेंगे। ऐसे 13ः पद जो पिछड़ा वर्ग के लिए अंतिम परीक्षा परिणाम के बाद रोके गए हैं, इनको भी रिक्त पदों की गणना में नहीं लिया जायेगा।
ऐसे संवर्ग जिनमें रिक्त पदों की संख्या 1 से 50 तक है, की पद पूर्ति दो चरणों में की जायेगी (अर्थात 50ः पद वित्तीय वर्ष 2024-25 में एवं शेष 50ः पद वित्तीय वर्ष 2025-26 में भरे जायेंगे)। ऐसे संवर्ग जिनमें रिक्त पदों की संख्या 51 से 200 तक है, उनमें पद पूर्ति तीन चरणो में आधार पर की जायेगी। यदि 33ः से कम है, तो एक बार में रिक्त पदों की पूर्ति, यदि 33ः अथवा अधिक है पर 66ः से कम है तो वर्षवार पदपूर्ति होगी। प्रथम वर्ष 2024-25 में 8ः द्वितीय वर्ष 2025-26 में 46ः और तृतीय वर्ष 2026-27 में 46ः की पदपूर्ति होगी।
यदि रिक्त पदों की संख्या यदि 66ः अथवा अधिक है तो वर्षवार पदपूर्ति में, प्रथम वर्ष 2024-25 में 8ः, द्वितीय वर्ष 2025-26 में 31ः, तृतीय वर्ष 2026-27 में 31ः, चतुर्थ वर्ष 2027-28 में 30ः भर्ती होगी।
ऐसे संवर्ग जिनमें रिक्त पदों की संख्या 200 से अधिक है वहां पदपूर्ति के संबंध में निम्न सिद्धांत अपनाए जायेंगे। सीधी भर्ती के रिक्त पदों की संख्या यदि 25ः से कम है, तो एक बार में रिक्त पदों की पूर्ति होगी। यदि 25ः अथवा अधिक है, पर 50ः से सीधी भर्ती के रिक्त पद कम है तो वर्षवार पदपूर्ति होगी। इसमें प्रथम वर्ष 2024-25 में 8ः, दूसरे साल 2025-26 में 46ः और तीसरे साल 2026-27 में 46ः पदों की पूर्ति होगी। रिक्त पद यदि 50ः या उससे अधिक या 75ः से कम है, तो प्रथम वर्ष 2024-25 में 8ः, दूसरे साल 2025-26 में 31ः, तीसरे साल 2026-27 में 31ः और चौथे साल 2027-28 में 30ः पदों की पूर्ति होगी। इसी प्रकार यदि रिक्त पर 75ः या उससे ज्यादा है, तो प्रथम वर्ष 2024-25 में 8ः, सीधी भर्ती के कुल पद द्वितीय वर्ष 2025-26 में 23ः तृतीय वर्ष 2026-27 में 23ः, चतुर्थ वर्ष 2027-28 में 23ः, और वर्ष 2028-29 में 23ः पदों पर भर्ती होगी।
डाईंग संवर्गों में भर्ती नहीं
राज्य शासन द्वारा डाईंग संवर्ग घोषित किये जा चुके संवर्गों में किसी भी प्रकार से कोई भर्ती नहीं की जायेगी। अनुबंधित वाहन के लिए वाहन चालको के पद पर सीधी भर्ती आवश्यक नहीं है। जिन विभागों के पास स्वयं के वाहन है, वे भी वाहन चालक के कार्य हेतु सेवायें आउटसोर्स के माध्यम से प्राप्त करने पर विचार करें। विशिष्ट विभाग जहाँ वाहन चालकों के रिक्त पदों पर सीधी भर्ती अतिआवश्यक है, वे वित्त विभाग को तथ्यों सहित प्रस्ताव प्रस्तुत करते हुये स्वीकृति प्राप्त करें।
राज्य शासन के विभिन्न। कार्यालयों में चतुर्थ श्रेणी के पदों के विरूद्ध कार्य करने के लिये व्यक्तियों की पूर्ति आउटसोर्स पर करने के लिए चतुर्थ श्रेणी के कार्मिकों की सेवायें प्राप्त करने संबंधी नीति-निर्देश के अनुसार कार्यवाही की जायेगी। विशिष्ट विभाग जहाँ चतुर्थ श्रेणी के रिक्त पदों पर सीधी भर्ती अतिआवश्यक है, वे वित्त विभाग को तथ्यों सहित प्रस्ताव प्रेषित करते हुये स्वीकृति प्राप्त करेंगे। इस बात का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिये गये हैं कि रिक्त पदों की पूर्ति के समय कैडर मैनेजमेंट प्रभावित न हो।
क्रमांक310
मध्यप्रदेश को आर्थिक रूप से देश का सबसे सशक्त राज्य बनाया जाएगा
- मुख्यमंत्री डॉ. यादव
औद्योगिक गतिविधियों के विस्तार के लिए संभाग से लेकर वैश्विक स्तर तक प्रयास जारी
उमरिया 20 नवंबरदृ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश को आर्थिक रूप से देश का सबसे सशक्त राज्य बनाने के लिये प्रदेश में औद्योगिक निवेश बढ़ाने के लिए लगातार कार्य जारी है। प्रदेश में संभाग स्तर पर उद्योग समूहों को आमंत्रित कर रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव आयोजित किए जा रहे है, साथ ही तमिलनाडु, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल में रोड-शो कर निवेशकों और उद्योग समूहों को प्रदेश में अपनी गतिविधियां संचालित करने और उनका विस्तार करने के लिए आमंत्रित किया गया। इन प्रयासों के सकारात्मक परिणाम प्राप्त हुए हैं। अब भोपाल में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का आयोजन होने जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि वैश्विक स्तर से निवेशकों और उद्योग समूहों को प्रदेश में आमंत्रित करने के लिए उनकी इंग्लैंड और जर्मनी की यात्रा प्रस्तावित है, साथ ही अन्य देशों की यात्रा की भी योजना है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मीडिया से चर्चा में यह बात कही।
क्रमांक 311
रोजगार के लिए शासकीय भर्ती के साथ ही निजी क्षेत्र में भी अवसर होंगे उपलब्ध - मुख्यमंत्री डॉ. यादव
एक लाख शासकीय पदों के लिये भर्ती प्रक्रिया जारी
उमरिया 20 नवंबर। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश में एक लाख से अधिक शासकीय पदों पर भर्ती की प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है। राज्य सरकार ने बड़े पैमाने पर रोजगार उपलब्ध कराने की बात कही थी। इस क्रम में भर्ती प्रक्रिया के विज्ञापन जारी कर लोक सेवा आयोग तथा कर्मचारी चयन मंडल के माध्यम से खाली पदों को भरने की प्रक्रिया आरंभ की जा रही है। निवेशकों से आए प्रस्तावों के अनुरूप निजी क्षेत्र में लगभग ढाई लाख से अधिक पदों पर रोजगार के अवसर सृजित किए जा रहे हैं। युवाओं को अपनी क्षमता के अनुसार प्रदेश में ही रोजगार के अवसर उपलब्ध हों, इस उद्देश्य से आई.टी. सेक्टर के साथ ही तकनीकी रूप से दक्षता वाले पाठ्यक्रम भी राज्य सरकार द्वारा संचालित किए जा रहे हैं।
क्रमांक 312
फिल्म द साबरमती रिपोर्ट मध्यप्रदेश में टैक्स फ्री होगी – मुख्यमंत्री डॉ. यादव
उमरिया 20 नवंबर। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि फिल्म श्द साबरमती रिपोर्टश् मध्यप्रदेश में टैक्स फ्री होगी। उन्होंने कहा कि अतीत की घटनाओं को तथ्यपरक रूप से फिल्म में प्रस्तुत किया गया है। अधिक से अधिक लोग यह फिल्म देख सकें, इस उद्देश्य से फिल्म को टैक्स फ्री किया जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मीडिया से चर्चा में यह जानकारी दी।
क्रमांक313
मानवता के कल्याण के लिए शिक्षा अहमरू उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल
उमरिया 20 नवंबर। उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि मानवता के कल्याण के लिए शिक्षा अहम है। उपयुक्त, संस्कारयुक्त शिक्षा और समुचित उपचार की सुविधा, विकास को सार्थक बनाती है। विश्व के कल्याण के लिए सभी को एकजुट होकर सशक्त प्रयास करने होंगे। इस प्रयास में शैक्षणिक संस्थानों की महत्वपूर्ण भूमिका है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के गौरवशाली नेतृत्व में भारत “वसुधैव कुटुंबकम्” की अवधारणा से कार्य कर रहा है। सभी सुखी हों, सभी निरोगी हों, सभी का कल्याण हो इसी मूलमंत्र से प्रयास ज़ारी हैं। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल एसोसिएशन ऑफ़ यूनिवर्सिटीज एशिया एंड पैसिफिक (।न्।च्) के 17 वें सामान्य सभा सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने रोजगारपरक शिक्षा पर ज़ोर दिया है। शैक्षणिक सामग्री और विभिन्न पाठ्यक्रम में वैश्विक आवश्यकतानुसार योग्यताओं को शामिल करने पर कार्य किया गया है। उन्होंने कहा कि भारत आज सबसे तेज गति से बढ़ती अर्थव्यवस्था है, वर्ष 2047 तक भारत शीर्ष में होगा। इस कार्य के लिए सभी का प्रयास ज़रूरी है, सही शिक्षा, सही कुशलता ज़रूरी है।
उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि चिकित्सा सेवाओं को सशक्त करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा 75 हज़ार एमबीबीएस सीटों की वृद्धि की जाने की घोषणा की गयी है। मध्यप्रदेश में वर्तमान में शासकीय एवं निजी चिकित्सा शिक्षा संस्थानों में 5 हज़ार एमबीबीएस सीट और 2250 पीजी सीट हैं। इन्हें आगामी 5 वर्षों में 8 हज़ार एमबीबीएस सीट और 5000 पीजी सीट तक ले जाने का लक्ष्य है।
उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने एसोसिएशन ऑफ़ यूनिवर्सिटीज एशिया एंड पैसिफिक (।न्।च्) के सफल आयोजन के लिए वाईस प्रेसिडेंट ।न्।च् श्री हरिमोहन गुप्त और आयोजकों को शुभकामनाएँ दीं। उल्लेखनीय है कि एयूएपी का पहली बार सम्मेलन भारत में आयोजित हुआ है। सम्मेलन में 35 देशों के विभिन्न विश्वविद्यालयों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
क्रमांक314
ग्रामीण विकास उत्सव, उत्पादों और कारीगरों के प्रोत्साहन का प्रभावी मंच – राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल
राज्यपाल ने नाबार्ड द्वारा भोपाल हॉट में आयोजित उत्सव का किया शुभारंभ
विभिन्न राज्यों के स्टॉल्स का अवलोकन और कारीगरों से किया संवाद
उमरिया 20 नवंबर। राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि ग्रामीण विकास उत्सव, देश भर के कारीगरों और प्रसिद्ध उत्पादों के प्रोत्साहन का प्रभावी मंच है। ऐसे आयोजन ग्रामीण अर्थव्यवस्था के साथ महिला सशक्तिकरण की दिशा में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। राज्यपाल श्री पटेल नाबार्ड द्वारा भोपाल हॉट बाजार में आयोजित ग्रामीण विकास उत्सव के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने 19 से 27 नवम्बर तक आयोजित हो रहे ग्रामीण विकास उत्सव का फीता काटकर शुभारंभ किया।
राज्यपाल श्री पटेल ने विगत 6 वर्षों से देशभर के कारीगरों के प्रोत्साहन के लिए उत्सव का आयोजन करने पर नाबार्ड को बधाई दी। उन्होंने कहा कि नाबार्ड ऐसे आयोजनों का व्यापक और सघन स्तर पर प्रचार-प्रसार करें। राज्यपाल श्री पटेल ने स्थानीय मीडिया से भी अपील की कि देश के कारीगरों के उत्पादों के प्रचार-प्रसार में भरपूर सहयोग करें।
राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि नाबार्ड, सूक्ष्म उद्यमिता विकास कार्यक्रम, आजीविका एवं उद्यमिता विकास कार्यक्रम और गैर कृषि उत्पादक संगठन बनवाने जैसे विकास के महत्वपूर्ण प्रयास कर रहा है। कृषि, कुटीर, ग्रामीण एवं लघु उद्योगों हस्तशिल्प के विकास परक कार्यों के द्वारा ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती और समृद्धि में प्रभावी योगदान दे रहा है। नाबार्ड द्वारा स्व-सहायता समूह की महिलाओं, हस्तशिल्पियों और कृषक उत्पादक संघों के सदस्यों के लिए कौशल विकास की कई योजनाएं भी चलाई जा रही है।
राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि हमारे देश की आत्मा गांवों में बसती है। जब आत्मा मजबूत होगी तभी पूरा शरीर यानि हमारा देश मजबूत, सक्षम और आत्म-निर्भर होगा। उन्होंने नाबार्ड के ग्रामीण युवाओं के कौशल उन्नयन के द्वारा सम्मानजनक आजीविका पाने के प्रयास और ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती की दिशा में सार्थक कदम बताया। राज्यपाल श्री पटेल ने योजनाओं में प्रशिक्षित ग्रामीण किसानों, महिलाओं के समूहों और कृषक उत्पादक संघो के उत्पादों की बिक्री के लिए रूरल मार्ट, रूरल हाट और रूरल मार्ट ऑन व्हील्स जैसी पहल के लिए नाबार्ड की सराहना भी की। उन्होंने कहा कि डिजिटलाइजेशन के दौर में ग्रामीण आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए स्व-सहायता समूहों की भूमिका को विस्तारित किया जाना चाहिए।
राज्यपाल श्री पटेल ने ग्रामीण विकास उत्सव के शुभारम्भ अवसर पर देश के प्रसिद्ध उत्पादों का अवलोकन किया। उन्होंने अलग-अलग राज्यों के कारीगरों से संवाद करते हुए उनके उत्पादों के संबंध में जानकारी ली। राज्यपाल श्री पटेल ने कारीगरों का उत्साह वर्धन कर शुभकामनाएं और बधाई भी दी।
राज्यपाल श्री पटेल का नाबार्ड के महाप्रबंधक श्री कमर जावेद ने पुष्प-गुच्छ से स्वागत कर स्मृति-चिन्ह भेंट किया। स्वागत उद्बोधन नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक श्री सुनील कुमार ने दिया। कार्यक्रम को आर.बी.आई. की क्षेत्रीय निदेशक सुश्री रेखा चंदना बेदी, एसबीआई के मुख्य महाप्रबंधक श्री सीएस शर्मा और एसएलबीसी के संयोजक श्री नरसीम सिंह जीरा ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में मध्यप्रदेश ग्रामीण बैंक के अध्यक्ष श्री आर.सी. बेहरा और मध्यान्चल ग्रामीण बैंक के अध्यक्ष श्री प्रवीण अवस्थी उपस्थित थे।
क्रमांक315
औद्योगिक समृद्धि के आधार पर देश का नंबर वन राज्य बनेगा मध्यप्रदेश
- मुख्यमंत्री डॉ. यादव
मुख्यमंत्री की गतिशीलता प्रदेश के औद्योगीकीकरण में सहायकरू मंत्री श्री काश्यप
43वें भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में मध्यप्रदेश दिवस का आयोजन
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मेले में मध्यप्रदेश मंडप का किया उद्घाटन
उमरिया 20 नवंबर। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश प्राकृतिक संसाधनों और संपदा से संपन्न राज्य है। प्रदेश की हर काल और युग में विशेष सांस्कृतिक पहचान रही है। आधुनिक काल में औद्योगिक समृद्धि के आधार पर देश का नंबर वन राज्य बनाने के संकल्प के साथ प्रदेश में रोजगारपरक उद्योगों को बढ़ावा दिया जा रहा है। प्रदेश की समृद्ध प्राचीन संस्कृति और कलात्मक धरोहर को संजोए रखते हुए जन-कल्याणकारी नीतियों के माध्यम से उद्योग अनुकूल वातावरण तैयार कर प्रदेश में व्यापार, उद्योग और सेवा क्षेत्रों का वृहद विकास हो रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव मंगलवार को दिल्ली स्थित भारत मंडपम में चल रहे 43वें भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में मध्यप्रदेश दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश में दो ज्योतिर्लिंग स्थित है। यह नदियों का मायका है, जहां पावन नर्मदा और शिप्रा नदियां बहती हैं। प्रदेश वन्य-जीव से संपन्न एकमात्र टाइगर स्टेट, तेंदुआ स्टेट और चीता स्टेट राज्य है। प्रदेश में खनिज संपदा भी प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है और यह एकमात्र हीरा उत्पादक राज्य है। इसके अलावा प्रदेश की सदियों से कला, संस्कृति और सभ्यता की विशेष पहचान रही है। इसका 5 हजार साल पुराना समृद्ध इतिहास रहा है और यह भगवान श्रीकृष्ण और भगवान श्रीराम की कर्मभूमि और तपोभूमि रही है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि ऐतिहासिक काल से ही प्रदेश की व्यापार और व्यावसायिक समृद्धि की भी विशेष पहचान रही है। इसी क्रम में वर्तमान में मध्यप्रदेश सरकार संभागीय स्तर पर रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव और औद्योगिक केंद्रों में रोड-शो कर प्रदेश में उद्योगपतियों को निवेश के लिए आमंत्रित कर रहा है। प्रदेश में ‘एक जिला-एक उत्पाद’ योजना के अंतर्गत महिला स्व-सहायता समूह को भी प्रोत्साहित किया जा रही है। प्रदेश में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों के साथ भारी उद्योगों को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। प्रदेश को सबसे तेज गति से बढ़ने वाला राज्य बनाने के उद्देश्य से वर्ष 2025 को उद्योग वर्ष के रूप में मनाया जाएगा। मध्यप्रदेश की सकल घरेलू उत्पाद को अगले 5 साल में दोगुना करने के लिए प्रदेश सरकार संकल्पित है।
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री श्री चौतन्य कुमार काश्यप ने कहा कि विकसित भारत की प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की परिकल्पना और मुख्यमंत्री डॉ. यादव की तत्परता के परिणामस्वरुप मध्यप्रदेश औद्योगीकीकरण के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छू रहा है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री की समग्र विकास की सोच से रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के आयोजन के माध्यम से हर जिले में युवा उद्यमी आगे बढ़ रहे है। प्रमुख उद्योगपतियों को आमंत्रित करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री डॉ. यादव विदेश यात्रा पर भी जाने वाले हैं। विकसित मध्यप्रदेश बनाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री ने वर्ष 2025 को उद्योग वर्ष के रूप में मनाने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मेले में मध्यप्रदेश मंडप का दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया। उन्होंने मध्यप्रदेश मंडप में लगे विभिन्न स्टॉल का अवलोकन भी किया और शिल्पकारों का मनोबल बढ़ाया। मंडप को ‘विकसित भारत/2047’ की थीम पर विकसित किया गया है, जिसमें प्रदेश की धरोहर के साथ स्टार्ट-अप्स और उद्यमों का कलात्मक प्रदर्शन किया गया है। मंडप में युवा, गरीब, नारी और किसान कल्याण के मिशन को प्रमुखता से प्रदर्शित किया गया है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुरस्कार भी वितरित किए। मध्यप्रदेश मंडप में बेस्ट स्टॉल डिस्प्ले के लिए पर्यटन विभाग और हस्तकला के लिए मध्यप्रदेश माटीकला बोर्ड को पुरस्कृत किया गया। मंडप में सर्वश्रेष्ठ सजीव कला प्रदर्शन के लिए श्री मोहम्मद यूसुफ खत्री को सम्मानित किया गया। साथ ही मध्यप्रदेश मंडप के अन्य प्रतिभागियों को भी श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया।
मध्यप्रदेश दिवस समारोह में प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक कार्यक्रम की झलक देखने को मिली। डॉ. शिप्रा सुल्लेरे के संगीत निर्देशन और श्री दविंदर सिंह ग्रोवर के संयोजन में जबलपुर के श्री जानकी बैंड की प्रस्तुति दी गई। सुश्री पूजा श्रीवास्तव के निर्देशन में बुंदेलखंड के अखाड़ा लोक नृत्य की भी मनमोहक प्रस्तुति हुई।
कार्यक्रम में केंद्रीय महिला बाल विकास राज्यमंत्री श्रीमती सावित्री ठाकुर, प्रदेश की नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री श्रीमती प्रतिमा बागरी और मध्यप्रदेश लघु उद्योग निगम के प्रबंध संचालक श्री दिलीप कुमार भी उपस्थित थे।
क्रमांक316
मुख्यमंत्री डॉ. यादव के निर्देश पर वन्य-जीव जंगली हाथी के रहवास, प्रबंधन एवं मानव-वन्य-जीव द्वंद के उपायों के अध्ययन के लिये भ्रमण पर जायेंगे वन अधिकारी
उमरिया 20 नवंबर। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर प्रदेश में वन्य-जीव जंगली हाथी के रहवास, प्रबंधन एवं मानव-वन्य-जीव द्वंद के उपायों के संबंध में वन अधिकारियों का अध्ययन दल कर्नाटक एवं तमिलनाडु जाएगा। प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य-जीव) एवं मुख्य वन्य-जीव अभिरक्षक श्री व्ही.एन. अम्बाडे ने इसके लिये निर्देश जारी कर दिये हैं। श्री अम्बाडे ने बताया कि यह अध्ययन दल 30 नवम्बर तक अध्ययन करेगा। अध्ययन दल द्वारा मानव-हाथी संघर्ष प्रबंधन रणनीतियाँ, प्रभावी अवरोध, बंदी प्रबंधन, सामुदायिक सहभागिता और एआई के उपयोग विषय पर अध्ययन करेगा।
श्री अम्बाडे ने क्षेत्र संचालक, संजय टाइगर रिजर्व, बाँधवगढ़ टाइगर रिजर्व, कान्हा टाइगर रिजर्व और वन मण्डलाधिकारी उत्तर शहडोल, उमरिया, पश्चिम मण्डला, पूर्व मण्डला, सीधी, दक्षिण शहडोल, कटनी और अनूपपुर वन मण्डल को इस संबंध में आदेश जारी किये हैं।
श्री अम्बाडे ने बताया कि राज्य वन अधिकारियों के 2 बैच इस अध्ययन दौरे पर जायेंगे, जिसमें कर्नाटक और तमिलनाडु राज्य शामिल होंगे। दोनों बेचों के लिये एपीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ श्री एल. कृष्णमूर्ति समन्वयक होंगे। प्रथम अध्ययन दल 23 नवम्बर तक अध्ययन करेगा, जिसमें टीम प्रभारी आईएफएस श्री अमित कुमार दुबे एवं फील्ड डायरेक्टर संजय टाइगर रिजर्व के नेतृत्व में उप संचालक बाँधवगढ़ टाइगर रिजर्व, डीएफओ शहडोल उत्तर, उमरिया, मण्डला पश्चिम और सीधी वन संभाग के साथ एक-एक रेंज अधिकारी कान्हा, बाँधवगढ़ टाइगर रिजर्व, शहडोल उत्तर, उमरिया, मण्डला पश्चिम और सीधी वन संभाग, पशु चिकित्सक संजय टाइगर रिजर्व के अधिकारी प्रथम बैच में शामिल रहेंगे।
दूसरा अध्ययन दल 25 से 30 नवम्बर तक अध्ययन करेगा। इसमें टीम प्रभारी डॉ. अनुपम सहाय आईएफएस एवं फील्ड डायरेक्टर बाँधवगढ़ टाइगर रिजर्व टीम में डिप्टी डायरेक्टर संजय टाइगर रिजर्व, कान्हा टाइगर रिजर्व बफर, डीएफओ शहडोल दक्षिण, मण्डला पूर्व, कटनी, अनूपपुर वन संभाग, एडीजी संजय टाइगर रिजर्व, एसडीओ शहडोल दक्षिण, मण्डला पूर्व, कटनी, अनूपपुर वन संभाग, एक-एक रेंज अधिकारी संजय टाइगर रिजर्व, शहडोल दक्षिण, मण्डला पूर्व, कटनी, अनूपपुर वन संभाग और पशु चिकित्सक बाँधवगढ़ टाइगर रिजर्व शामिल रहेंगे।
क्रमांक 317
किसानों को कराई जा रही है पर्याप्त बिजली, सिंचाई और उर्वरक की उपलब्धता
- मुख्यमंत्री डॉ. यादव
उमरिया 20 नवंबर। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि यह वर्ष पर्याप्त वर्षा एवं अनुकूल मौसम के कारण किसानों के लिए अच्छा रहा है, जिसके फलस्वरूप खरीफ फसल भी अच्छी रही है एवं रबी की बोवाई भी तेजी से हो रही है। प्रदेश में कृषि के लिये पर्याप्त मात्रा में विद्युत एवं सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। अंतर्राष्ट्रीय कारणों से उर्वरक आपूर्ति में चुनौतियों के बाद भी खरीफ में किसानों को पर्याप्त उर्वरक उपलब्ध कराने के समुचित प्रयास किये गये। किसानों को रबी में निरंतर
उर्वरक उपलब्ध कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि खरीफ-2024 में 17.58 लाख मीट्रिक टन यूरिया का विक्रय हुआ था जो खरीफ-2023 में 15.54 लाख मीट्रिक टन था। इस वर्ष खरीफ में 2.04 लाख मीट्रिक टन यूरिया का अधिक विक्रय हुआ है। खरीफ-2024 में डीएपी और एनपीके 10.47 लाख मीट्रिक टन किसानों को विक्रय किया गया, जो विगत खरीफ-2023 में 10.56 लाख मीट्रिक टन था। इस प्रकार प्रदेश में खरीफ-2024 में उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता रही है।
रबी फसल मौसम में किसानों को कृषि कार्य के लिये पर्याप्त मात्रा में विद्युत एवं सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। अंतर्राष्ट्रीय कारणों से विशेषकर डीएपी उर्वरक आपूर्ति में चुनौतियों बनी हुई हैं। रबी 2024-25 में 1 अक्टूबर से अभी तक 7.3 लाख मीट्रिक टन यूरिया का विक्रय हुआ है, जबकि विगत वर्ष 1 अक्टूबर से 18 नवम्बर 2023 तक 7.4 लाख मीट्रिक टन यूरिया का विक्रय हुआ था। रबी 2024-25 में 1 अक्टूबर से अभी तक 6.1 लाख मीट्रिक टन डीएपी और एनपीके का विक्रय हुआ है, जबकि विगत वर्ष 1 अक्टूबर से 18 नवम्बर 2023 तक 6.3 लाख मीट्रिक टन डीएपी और एनपीके का विक्रय हुआ था।
254 अतिरिक्त नगद उर्वरक विक्रय केन्द्र स्वीकृत
मार्कफेड के नगद उर्वरक विक्रय केन्द्रों पर भीड़ को नियंत्रित करने हेतु 254 अतिरिक्त नगद उर्वरक विक्रय केन्द्र स्वीकृत किये गये हैं। कलेक्टर की अनुशंसा पर 160 विक्रय केन्द्र प्रारंभ भी किये जा चुके हैं। उर्वरकों के अधिक मूल्य पर विक्रय एवं कालाबाजारी के प्रकरणों पर कार्रवाई करते हुए 40 प्रकरणों में पुलिस ने एफआईआर भी दर्ज कराई गई है।
क्रमांक318