बैंक घोटाले के आरोपियों और पैसों को वापस लाये मोदी सरकार
रायपुर/ लगातार हो रहे बैंक घोटालों पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल और कांग्रेस विधायक दल के नेता टी.एस. सिंहदेव ने एक बयान में कहा है कि बैंक के इतने बड़े घोटाले पर सरकार को अपने आप से भी औऱ माननीय प्रधानमंत्री जी को दोनों सदनों में आना चाहिए था, स्टेटमेंट देनी चाहिए थी कि एक के बाद एक देश में बैंक घोटाले होते जा रहे हैं और हजारों करोड़ों का घोटाला हो रहा है, इस पर सरकार का क्या कहना है।
प्रधानमंत्री जी ने 2014 के चुनाव में जब वो प्रधानमंत्री के उम्मीदवार थे, तब उस वक्त भारत की जनता से वायदा किया था कि वो विदेश से प्रधानमंत्री बनने के बाद काला धन वापस लाएंगे। प्रधानमंत्री जी विदेश से एक पैसा काला धन वापस नहीं लाए लेकिन देश में जो वाईट मनी था उसको भारत से बाहर भेजने में वो जरुर सफल हो गए हैं। क्या उनके बोलने में गलती हुई थी या हमारे समझने में गलती हुई थी? उसके बाद भी उन्हें कोई चिंता नहीं है? जतिन मेहता से शुरु हुआ साढ़े छह हजार करोड़। वो और उसकी वाईफ 2016 में मोदी सरकार ने उनको इजाजत भी दी सेंट कीटस में बसने के लिए और यहाँ की सीटिजनशिप छोड़ने की और वहाँ की सिटीजनशिप लेने के लिए, जबकि उनका 6500-7000 करोड़ के लगभग का घोटाला था।
उसके बाद कितने लोग चले गए। एक मोदी, ललित मोदी चला गया, विजय माल्या चला गया और अब नीरव मोदी और मेहूल चोकसी। अब ये पहले शुरु में हुआ था कुछ करोड़ों से और अब 21-22 हजार करोड़ तक पहुंच गया। अब ये कहना सरकार के लिए उचित नहीं है कि हम कुछ जानते नहीं हैं।
प्रधानमंत्री जब विदेश में थे और वहाँ कोई भीड़ में वो कोई फोटो नहीं ले रहे हैं, सिलेक्टिड़ लोगों के साथ फोटो ले रहे थे। हम लोग भी पहली बार नहीं गए हैं, हमने भी सैंकड़ो दौरे किए हैं पिछले 40 साल से ऑफिशियल और प्रधानमंत्री का प्रोटोकोल तो बहुत ही ज्यादा होता है। उसमें कोई ऐरा-गेरा फोटो नहीं खिंचवा सकता। एसपीजी की क्लीयरेंस चाहिए होती है, फॉरन ऑफिस के जो ऑफिस हैं, जब तक वो क्लीयर नहीं करेंगे तब तक आप फोटो नहीं खिंचवा सकते हैं। यहाँ दिल्ली की एक मीटिंग में प्रधानमंत्री जी चोकसी का नाम लेते हैं। वो सामने बैठे हैं, लेकिन उनको सब जानकारी थी। प्रधानमंत्री जी स्वयं इन लोगों को, इन बिजनेसमैन को जानते हैं। क्या ये कारण है, कि इन पर कोई कार्यवाही नहीं होती है औऱ इनको पकड़ कर वापस नहीं लाया जा रहा।
एक के बाद एक जो ये बैंक घोटाला हो रहा है देश का हजारों-करोड़ लोगों का पैसा, विदेश में जा रहा है औऱ सरकार असफल हो रही है। प्रधानमंत्री जी ने इतने दौरे विदेश के किए और कहा जाता है भाजपा की तरफ से कि आज प्रधानमंत्री जी विश्व में लोकप्रिय हैं। अगर वाकई हमारे प्रधानमंत्री विश्व में इतने लोकप्रिय हैं, तो क्या ये चार आदमियों को अपने वैश्विक संपर्को का उपयोग करके नहीं पकड़वा सकते हैं, जिन्होंने बैंक का घोटाला किया? तो इस लोकप्रियता को हमको क्या करना? देश को क्या फायदा? देश को तो तब फायदा है इस लोकप्रियता से जब हमारे प्रधानमंत्री जी ये चार बड़े-बड़े और भी कई होंगे जिन्होंने बैंक घोटाले किए हैं, अपनी पहचान का, अपनी जान का, जो उनकी जान-पहचान है विदेशों में उसका इस्तेमाल करके उनको वापस लाएँ। यही हमारी मांग है और ये हमारी ही मांग नहीं है, देश के करोडों लोगों की मांग है, देश के गरीब लोगों की मांग है, जिनका पैसा बैंकों में हैं और बैंक मुलाजिमों की मांग है। हमारी एक बार फिर मांग है कि प्रधानमंत्री जी लोकसभा और राज्यसभा में आएँ और इस सदन को सदन के द्वारा भारत की जनता को बताएँ कि उन्होंने क्या कार्यवाही की है इन तीन-चार बड़े-बड़े बैंक घोटाला करने वाले लोगों को वापस देश में लाने के लिए?