भाजपा ब्रांड एफसीसी क्रिकेट टूर्नामेंट पर प्रशासन का डंडा,नहीं चली नेता गिरी: बंद हुआ शोरगुल :रंग लाई रतन सोनी की मेहनत
शहड़ोल।राजा चौधरी ,जिले के बुढा़र में विवादास्पद चल रहे फ्रेन्डस क्रिकेट टूर्नामेंट पर आखिर प्रशासन को कार्यवाही करनी पड़ी और मंगलवार को सुबह जिले के आला अधिकारियों ने फाइनल मैच को बंद करा आयोजकों के किये धरे पर पानी फेर दिया, गौरतलब है कि पिछले 2 फरवरी से लगातार बुढ़ार में फ्रेन्डस क्रिकेट टूर्नामेंट का भाजपा के स्थानीय नेताओं द्वारा आयोजन किया गया था जिसमें शासकीय खेल मैदान का बिना किसी अनुमति के उपयोग किया जा रहा था बल्कि भारी ध्वनि प्रदूषण के बीच हो रहे इस मैच से वर्तमान में चल रहे बच्चों के परीक्षा और पढ़ाई पर सीधा असर पड़ रहा था । जब स्थानीय स्तर पर अभिभावको द्वारा इसका विरोध होनें लगा तो स्थानीय समाजसेवी रतन सोनी नें उच्च शिक्षा विभाग के आदेश का हवाला देते हुये प्रशासन से इस मैच को बंद करानें व परीक्षा के बाद करानें कि गुहार लगाई।
इनका कहना था कि वर्तमान में जिस तरह से शहर के बीचो बीच भारी शोर शराबे के साथ यह टूर्नामेंट आयोजित किया गया है उससे बच्चों की वर्तमान में चल रही परीक्षाओं पर व उनकी पढ़ाई पर सीधा असर पड़ रहा है।
दर्जनों आवेदन बेकार , आत्म दाह पर कार्यवाही-
जानकारी के मुताबिक रतन सोनी द्वारा टूर्नामेंट के शुरुआत से इसका विरोध शुरु हो गया था इतना ही नहीं उच्च शिक्षा विभाग के एक आदेश का हवाला देते हुये जिले के संपूर्ण प्रशासनिक अमले से रतन सोनी द्वारा गुहार लगाई गई थी इतना ही नहीं इसके विरोध में अनशन भी हुआ पर भाजपा नेताओं के रशूख और प्रभाव के चलते प्रशासन मौन बना सबकुछ देखता रहा और टूर्नामेंट धीरे – धीरे अंतिम रुप पर फाइनल पर पहुंच गया था जिसमें आत्मदाह कि चेतावनी देकर रतन नें कार्यवाही कि अपील की थी जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया और आनन – फानन में एसडीएम ,एस डी ओ पी थाना प्रभारी एवं पूरा थाना स्टॉप के द्वारा मैच बंद कराकर न्यूनतम ध्वनि में मैच संचालित रखनें की चेतावनी देकर आदेश दिया।
घंटो रहा मैच बंद- जब प्रशासनिक अमला खेल मैदान में पहुंचा तो तेज ध्वनि में मैच चल रहा था और महज 50 मीटर की दूरी पर विद्यालय में परीक्षा भी चल रही थी जिसे देखकर मैच बंद कराया और ध्वनि प्रदूषण कर रहे माईक ,बाक्स इत्यादि को जप्त करा थानें भेज दिया।
भाजपा कि ब्राडिंग का मैच-
एफ सी सी क्रिकेट टूर्नामेंट पूरी तरह भाजपा ब्राडिंग का भी टूर्नामेंट बना हुआ था, मैच के आयोजक मंडल में जिस तरह से भाजपा के चेहरे शामिल थे उससे यह स्पष्ट हो रहा था कि भाजपा के स्थानीय नेता अपनी राजनीति को चार चांद लगानें में इस टूर्नामेंट के मंच का उपयोग कर रहे थे, इतना हि नहीं पूरे टूर्नामेंट का जहां भी प्रचार प्रसार किया गया उसमें भाजपा के चेहरे प्रचारित हो रहे हैं।
एक नेता बना था सर्वोपरि– इस पूरे टूर्नामेंट के आयोजन में बुढा़र नगर बी जे पी के जिला अध्यक्ष और एक भाजपा नेता मुख्य रुप से कमान संभाले हुये थे, सूत्रों की माने तो नेता जी न सिर्फ खुद मुख्य रुप से मंचासीन होकर भर्रेशाही से आयोजन करा रहे थे बल्कि अपनी ब्रांडिंग भी कर रहे इसके साथ ही अपनें गुट के नेताओं को मंचाशीन कर वाहवाही लूट रहे थे।
जनता से चंदा, शोरुम कि ब्राडिंग–
पूरे टूर्नामेंट की शुरुआत हुई तो उसमें ईनामी राशि के लिये जनता को प्रलोभन देते हुये इनामी चंदे कि रशीद काटी गई, इसमें न सिर्फ 100 -200 रुपये के रशीद कटे बल्कि उस रशीद के पीछे भाजपाई नेता अपनें भाई के टीव्हीएस शो रुम का प्रचार भी किया और इनामी रुप में एक तरफ चंदे की राशि का उपयोग हुआ तो दूसरी तरफ उसी चंदे की राशि से अपनें शो रुम की गाडियों को ईनाम बनाकर व्यापार भी कर लिया।
लाटरी और सट्टे का कारोबार-
जानकारी के मुताबिक पूरे टूर्नामेंट में जमकर लाटरी लगी और सट्टा खेला गया ,जिसमें लोग आईपीएल की तर्ज पर सट्टा खेले और लाखों का कोरोबार हुआ।और यह सब किसी से छुपा हुआ नहीं था ,लेकिन कौन अधिकारी अपनी फजीहत करवाए यह सोंच कर किसी ने भी हिम्मत नहीं दिखाई
खेल भावना नहीं राजनीतिक मंच था मैदान-
यह पूरा टूर्नामेंट खेल भावना नहीं बल्कि राजनीतिक मंच बना हुआ था, शुरुआत से ही जिस तरह भाजपा के नेता अपनी मनमनी करते नजर आ रहे थे उससे न सिर्फ बच्चो की परीक्षा पर प्रभाव पड़ा बल्कि आनें वाले दिनों में खेल राजनीतिक मंच बन गया इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता।
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रिपोर्टर :राजा चौधरी बुढार ,शहडोल ,धनपुरी