श्रीराम कंपनी के चक्रव्यूह में फंस कर पीड़ित की पत्नी ने फांसी लगाकर कर ली आत्महत्या
जमुना कॉलरी निवासी मिनाज अंसारी कार्यालय का काटता रहा चक्कर और पत्नी ने लगा ली फांसी
अनूपपुर भालूमाड़ा। (अविरल गौतम)थाना भालूमाडा क्षेत्र के जमुना कॉलरी वार्ड नंबर 2 के रहने वाले मिनाज अंसारी पिछले कुछ समय से श्री राम फाइनेंस कंपनी के चक्रव्यूह में फंस कर जहां पुलिस विभाग के अधिकारियों के दफ्तर के चक्कर काट काट कर परेशान था और न्याय के लिए भटक रहा था तो वही बीते शनिवार को उनकी पत्नी ने घर में फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला श्री राम फाइनेंस कंपनी और आर्थिक तंगी के कारण कर ली मिनाज अंसारी ने नवागत पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल से दो बार मुलाकात कर अपनी दास्तां बया की और पुलिस अधीक्षक के द्वारा कार्यवाही का भरोसा भी दिया गया था लेकिन मिनाज अंसारी की पत्नी शाहमुस्तैफी ने धैर्य खो दिया और आत्महत्या कर ली इस घटना के बाद से पीड़ित का पूरा परिवार सदमे में है तो वही अभी भी उसे न्याय की दरकार बनी हुई है
जालसाजी पूर्वक बिक्री कर दी गाड़ी
मिनाज अंसारी ने दिए गए शिकायत पत्र में बताया की गाड़ी क्रमांक एमपी 09 एचएफ 9961 के संबंध में श्रीराम फायनेंस कंपनी के मैनेजर मुकिल कुमार सिंह पिता मनोहर सिंह निवासी-ददैरा, थाना-हापुर जिला-हापुर उप्र द्वारा प्रार्थी की गाड़ी को छल पूर्वक दस्तावेज तैयार कर बेच बेच दिया गया
मो. मिनाज अंसारी जो उपरोक्त गाड़ी के मालिक थे, उसको श्रीराम फायनेंस कंपनी शाखा-अनूपपुर के कंपनी मैनेजर और प्रकाश विकास विश्वकर्मा माध्यम से छल कर पीड़ित की गाड़ी को मीता सिंह पति अरविन्द सिंह उम्र 36 वर्ष निवासी थाना के सामने जैतहरी को फायनेंस कंपनी में बिठाकर मैनेजर द्वारा गाड़ी का विक्रय करा दिया
तय हुआ सौदा और गए मुकर
मिनाज अंसारी के ट्रक का कुल सौदा 9,70,000 नौ लाख सत्तर हजार रुपये में तय हुआ था उसमें से 8,00,000/- आठ लाख रुपये कंपनी मैनेजर ने मीता सिंह के नाम से फायनेंस के समस्त दस्तावेज तैयार कर 1,70,000/- एक लाख सत्तर हजार रुपये नगद प्रार्थी को दिलाने की बात तय अनुसार 1,30,000/- एक लाख तीस हजार रुपये श्रीराम फायनेंस कंपनी के कर्मचारी प्रकाष द्वारा मीता सिंह के हाथ से लेकर मुझ प्रार्थी को दिया गया था तथा 40,000/- रुपये षेष कुछ दिन के बाद देने की बात अरविन्द सिंह द्वारा की गयी थी और मुझ प्रार्थी से श्रीराम फायनेंस कंपनी के तत्कालीन मैनेजर ने उपरोक्त गाड़ी को मीता सिंह व उसके पति अरविन्द सिंह को सुपुर्द करा दिया था। परंतु उसके बाद आज दिनांक तक मीता सिंह और मुकिल कुमार मैनेजर द्वारा न तो षेष राषि दी गयी और न ही मेरे गाड़ी का कहीं अता-पता चल रहा है।
श्रीराम कंपनी के लोगों के विरुद्ध नहीं हुई कार्यवाही
मिनाज अंसारी पर फर्जी तरीके से मुकिल कुमार मैनेजर द्वारा मुझ प्रार्थी के ऊपर 8,00,000/- आठ लाख रुपये चेक अनादरण का ममला मेरे द्वारा की गयी षिकायतों के बाद अनूपपुर न्यायालय में दर्ज करा दिया है, जबकि प्रार्थी ने लगातार गाड़ी के फर्जी तरीके से मीता सिंह, अरविन्द सिंह व मुकिल कुमार के द्वारा फर्जी दस्तावेजों के आधार पर गाड़ी बेंच दिये है, जिसके प्रार्थी को काफी नुकसान हुआ है। पीड़ित ने मामले को लेकर लगातार शिकायत किया षिकायत के उपरांत एसडीओपी अनूपपुर द्वारा मात्र कथन लिया जाकर मात्र अरविन्द सिंह के खिलाफ प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज की गयी है, जबकि अन्य उपरोक्त व्यक्ति प्रार्थी को डरा-धमका रहे हैं किन्तु मीता सिंह व मुकिल कुमार के खिलाफ कोई कार्यवाही नही की गयी।
संकट में फंस गया परिवार
पीड़ित मिनाज अंसारी और उसका परिवार संकट में फंस गया तथा उपरोक्त व्यक्तियों के अनुचित कृत्य से भूखे मरने की स्थिति में आ गया , क्योंकि एक ओर उसकी गाड़ी को फर्जी तरीके से दस्तावेज तैयार कर उपरोक्त व्यक्तियों ने बेच दिया है तथा दूसरी ओर अनूपपुर न्यायालय ने 8,00,000 वसूली का चेक अनादरण का मामला भी प्रस्तुत कर दिया है। लगातार करते रहे शिकायत सभी दस्तावेजों के साथ मिनाज अंसारी पुलिस विभाग के सभी वरिष्ठ अधिकारियों के पास आवेदन प्रस्तुत कर श्रीराम फाइनेंस कंपनी के लोगों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग हेतु आवेदन लिए भटकता रहा लेकिन उसे आज तक न्याय नहीं मिल सका वहीं दूसरी तरफ उसे और उसके परिवार को चारों तरफ से आर्थिक संकट दिखाई देने लगा जिससे परेशान होकर मिनाज अंसारी की पत्नी ने आत्महत्या कर ली अब देखना यह होगा कि प्रशासन मामले में आगे दोषियों के विरुद्ध क्या कार्यवाही करता है वैसे अनूपपुर पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल के द्वारा इस मामले में पीड़ित को कार्यवाही का भरोसा दिया गया था लेकिन अभी तक दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही नहीं हो सकी।