बिरसिंहपुर पाली:साल में ले के दुलार आयो रे गीत के साथ धूम धाम से मनाया गया क्रिसमस डे
JOGI EXPRESS
बिरसिंहपुर पाली म.प्र . ,तपस गुप्ता – नगर के पाली प्रोजेक्ट में स्थित चर्च में बड़े ही धूम धाम से क्रिसमस डे मनाया गया क्रिसमस डे के अवसर में भजन कीर्तन उपरांत नन्हे मुन्ने बच्चों ने मन मोहक नृत्य , संगीत,आदी की प्रस्तुति दी । कार्यक्रम के उपरांत पतरस स्थानी पास्टर मसीह ने जानकारी देते बताया की क्रिसमस ईसाइयों का सबसे बड़ा त्योहार है। ईसाई समुदाय के लोग इस त्योहार को बहुत धूमधाम और उल्लास के साथ मनाते हैं। यह त्योहार हर वर्ष 25 दिसंबर को मनाया जाता है। इसी दिन प्रभु ईसा मसीह या जीसस क्राइस्ट का जन्म हुआ था। जीसस क्राइस्ट एक महान व्यक्ति थे और उन्होंने समाज को प्यार और इंसानियत की शिक्षा दी। उन्होंने दुनिया के लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहने का संदेश दिया था। इन्हें ईश्वर का इकलौता प्यारा पुत्र माना जाता है। उस समय के शासकों को जीसस का संदेश पसंद नहीं था। उन्होंने जीसस को सूली पर लटका कर मार डाला था। ऐसी मान्यता है कि जीसस फिर से जी उठे थे। चर्च में विशेष प्रार्थनाएं होती हैं। लोग अपने रिश्तेदारों एवं मित्रों से मिलने उनके घर जाते हैं। सभी एक-दूसरे को उपहार देते हैं। इस दिन आंगन में क्रिसमस ट्री लगाया जाता है। इसकी विशेष सज्जा की जाती है। इस त्योहार में केक का विशेष महत्व है। मीठे, मनमोहन केक काटकर खिलाने का रिवाज बहुत पुराना है। लोग एक-दूसरे को केक खिलाकर पर्व की बधाई देते हैं। सांताक्लाज का रूप धरकर व्यक्ति बच्चों को टॉफियां-उपहार आदि बांटता है। श्री पास्टर पतरस मसीह ने बताया की पवित्र बाइबल में लिखा है कि ” परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम किया कि उसने अपना एकलौता पुत्र दे दिया कि जो कोई उस पर विश्वास करें वो नाश ना हो परंतु अन्नत जीवन पाये।”येशु मसीह का जन्म मनुष्यों के उद्धार के लिए हुआ था।उल्लेखनीय है की इस अवसर में ईसाई समुदाय के साथ साथ हिन्दू समुदाय के लोग भी भारी मात्रा में उपस्थित रहे।