जनता के बीच पैठ गरीबों का रहे वर्षों से ऐंठ।
(जिसे यह लेख पढ़कर जलन हो तो इतने वर्षों के लुटे हुए माल को गरीबों में बांटकर कुछ पुण्य अर्जित कर ले।)
लेखक:बृजेंद्र कुमार मिश्रा
संकलनकर्ता:अविरल गौतम
अनूपपुर–सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विगत कई वर्षों से ग्राम पंचायतों में अपना रैन बसेरा और उनके बीच रहकर सरकार की महत्वपूर्ण व गरीबों के हित में उनके विकास के लिए भिन्न-भिन्न योजनाओं के माध्यम से उन्हें लाभान्वित करने का सपना इन तथाकथित समाज सेवा व जनता की सेवा के नाम पर और है चोली के पीछे बेईमान लोगों के कारण ग्राम की जनता आज भी उसी दशा और दिशा में कायम किंतु अवैध उत्खनन रेत चोरी पंचायत की राशि को हजम करने से शुरू हुई सफर कायच्छा और बनियान में आए लोग लोटा और थाली लेकर अपने दुर्दशा के शिकार आज अमीरों की लिस्ट में अपना नाम सबसे आगे मानते हैं।क्या कारण है की इतने वर्षों से शासन के द्वारा सरकार के माध्यम से लोगों की गरीबी दूर करने का प्रयास असफल रहा है। कारण इन्हीं के जैसे लोगों ने गरीबों के मुंह का निवाला और उनके हिस्सों व हक में निरंतर डाका डाला है यही कारण है कि आज विकास इनके जैसे मिलावटखोरों और भ्रष्ट लोगों के द्वारा सभी नियमों व मापदंडों को दरकिनार कर शासन के कर्मचारियों से सांठगांठ कर निर्माण कार्यों में जमकर घपला, गफलत और बेईमानी करके उन सभी निर्माण कार्यों का आकलन किया जाए तो पूर्व में निर्मित सड़क सामुदायिक भवन पंचायत भवन सहित कई ऐसे निर्माण कार्य जो कि गुणवत्ता हीन निर्माण के कारण आज जर्जर और अपनी दुर्दशा के लिए आंसू बहा रहे जिन्हें सरकार और शासन ने गरीबों के हित में कई योजनाओं का संचालन तो किया है किंतु इन भ्रष्ट और चोरों को अभय दिया गया है ज्ञात हो कि यह इतने उस्ताद हैं और माहिर हैं कि जनता के बीच में रहकर सरकार की संपत्ति को जोकि गरीबों के हित में सरकार निरंतर गरीबी दूर करने के लिए प्रयासरत है उस पर खुलेआम डकैती कर शासन और सरकार की सोच के बीच गरीबों को विकास करने के लिए रोड़ा का कार्य कर रहे हैं यह ऐसे द्रोही हैं की गरीबों के बीच रहकर अपनी सेवा भाव को लेकर ऐसे बड़े बड़े बखान करते हैं की ऐसा लगता है इनसे बड़ा धर्मात्मा और गरीबों का हितैषी कोई नहीं।