सुुरजपुुुर,अजय तिवारी/प्रतापपुर-बलरामपुर जिले के वन परिक्षेत्र वाड्रफनगर के अंतर्गत आने वाले ग्राम बेलिया में अवैध र्इंट के दर्जनों मालिक है जो धड़ल्ले से अपना अवैध कारोबार कर रहे हैं। वहीं इनकी र्इंट चोरी के कोयले से पक रही है। जहां गांव के भोले-भाले खेरवार आदिवासी र्इंट भट्ठे की खुराक जंगल में पहाड़ियों के बीच नालों पर जान जोखिम में डाल कर कोयला को गहराई से निकाल रहे हैं। जिसका खामियाजा बेलिया गांव के दो लोग रामसागर खेरवार और हंसलाल खेरवार को अपनी जान दे कर चुकानी पड़ी। दरअसल दर्जनों र्इंट भट्ठों के मालिक इन्हें कहते है कि वे कोयला निकलते रहे। बाकी थाना पुलिस हो या वन विभाग हम देख लेंगे कोई कुछ नहीं करेगा। जाहिर सी बात है कि सालों से चल रहे अवैध र्इंट कारोबारियों के हौसले बुलंद हैं। गांव से तीन लोग रामसागर, हंसलाल और रामजीत अपने घर में कल कोयला निकालने को बताकर सुबह निकले थे पर समय पर वे लौटे नहीं तो अनहोनी की अशंका परिजनों को सताने लगी तो परिजन और गांव वाले जंगल में बने खदान की ओर गए। वे जब वहां पहुंचे तो खदान ऊपर से धसा हुआ था। वहीं गांव वालों की मदद से परिजन आनन-फानन में खदान से उन्हें निकालने की कोशिश की और देर शाम तक रामसागर और हंसलाल के शव को निकाल पाए लेकिन रामजीत नहीं था। दरअसल रामजीत बचकर निकल गया था पर डर से किसी को कुछ भी नहीं बताया। इस घटना की सूचना पर अब पुलिस वन विभाग और राजस्व विभाग सकते में हैं।