धनपुरी, में न स्वास्थ सुविधा, न बिजली, न पानी, धनपुरी नगर तेरी अजब कहानी
शहडोल, धनपुरी, में न स्वास्थ सुविधा, न बिजली न पानी धनपुरी नगर तेरी अजब कहानी यहाँ के नेताओ को नगर की जनता की समस्याओं से कोई सरोकार नही, उनके घरों में इन्वर्टर और सभी ऐशोआराम के संसाधन मौजूद है, नगर की खस्ताहाल स्वास्थ व्यवस्था हो चाहे बिजली की आँख मिचौली अब नेताओ को इस से कोई फर्क नही पड़ता वो अपनी ही चाल में व्यस्त नज़र आते है, आपको बता दे कि नगर के क्या पूरा देश कोविड 19 जैसी महामारी से जूझ रहा है, लॉकडाउन,जनता कर्फ्यू, जैसे नियमो का पालन घर में रहकर कर रहा है उसके सामनें कई समस्यायें हैं । इनमें से इन दिनों बिजली कटौती की समस्या कई स्थानों कई ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में आमजन के लिये मुसीबत बनी है । राज्य सरकार की ओर से भी उपभोक्ताओं को 24 घंटे घरेलू बिजली आपूर्ति देने की बात खोखली नजर आ रही है। हालात यह है कि कई स्थानों 15-20 घंटे तक बिजली की आपूर्ति बाधित है। कुछ ऐसा ही इन दिनों शहड़ोल जिले अंतर्गत धनपुरी का हाल है जहां अधिकारियों की लापरवाही के चलते पिछले कई दिनों से हो रही अघोषित विद्युत कटौती से आमजनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है और उपभोक्ताओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिसकी शिकायत कई बार स्थानीय लोगो द्वारा की गई मगर यहाँ तो हाल नक्कार खाने में तूती बोलने जैसा है। अधिकारियों से शिकायत भी की गई, परंतु सभी शिकायते डस्टबिन में फेंक दी गई है शायद,लाख शिकायतो के बावजूद भी अधिकारी कोई ध्यान नहीं दे रहे है, जिसे लेकर धनपुरी नगर के उपभोक्ताओं में अधिकारियों के प्रति आक्रोश देखा जा रहा है। समाजसेवी अतीक़ खान(बाबा) ,राकेश तिवारी, रवि सिंह, मोहम्मद फरियाद,मोहम्मद इमरान इम्मू, सतीश कुमार कचेर,विनोद पाल, अतिराज पाल, आदि ने बताया कि पिछले कई दिनों से यह देख रहे है कि घंटो बिजली गुल रहती है बिजली ऑफिस का फोन लगता नही, रात का भी यही आलम है कि घंटो बिना बिजली के काटनी पड़ रही है। इसके लिए कई बार कार्यालय पर शिकायत लेकर पहुंचे लेकिन वहां मौजूद कर्मचारियों की ओर से ऊपर से बिजली कटौती की बात कहकर टाल दी जाती है। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया है कि, जे.ई.धनपुरी का फोन तो कभी लगता ही नहीं है, और ना ही कार्यालय पर मुलाकात होती है!उपभोक्ताओं ने बताया कि नियमित विद्युतापूर्ति नहीं होने से गर्मी के कारण बीमारी फैलने की आशंका बनी हुई है। एक उपभोक्ता ने बताया कि दिन तो कट जाता है लेकिन रात मे बड़ी तकलीफ़ होती है एक तो लॉक डाउन, ऊपर से पुलिस की कार्यवाही, बड़ी गंभीर स्थिति में जीवन कट रहा
यदि जल्द ही इसका कोई ठोस उपाय नही किया गया तो लोग इस महामारी में बैमौत मरने की स्थिति में पहुँच जाएंगे,