कंस मर्दन के वध के बाद हुआ श्रीकृष्ण रुकमणी विवाह, गोपाल की बांसरी गोपियों रुपी आत्माओं को करती है मोहित: पंडित तिवारी
भगवान की रासलाली ने श्रद्धालुओ को किया भावविभौर
बसनिया में संगीतमय सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा
अनूपपुर(अबिरल गौतम) राजेन्द्रग्राम । राधा के संग गोपियों भी कन्हैया को स्त्रेह करती थी। भगवान रास की लीला करते थे। मुरलीधर की बांसूरी गोपियों रुपी आत्माओं को मोहित करती है। विभिन्न रुपों में परमात्मा के साथ रहने का वरदान प्राप्त पवित्र आत्माएं भगवान में समाहित होने का जतन करती है। भगवान की भक्ति पाने के लिए हमें भी गोपाल से गोपियों की तरह प्रेम करना होगा उक्त उदगार बुधवार को बसनिया में संगीतमय सात दिवसीय भव्य श्रीमद्भागवत कथा के दौरान भागवत आचार्य श्री कमलेश कृष्ण तिवारी ने श्रद्धालुओं के मध्य व्यक्त किए। कंस वध प्रसंग सुनाते हुए पंडित तिवारी ने कहा कंस ने अपने पिता को भी कारागार में बंद कर दिया था। कंस ने भगवान से बैर किया था। मामा थे लेकिन कन्हैया के साथ व्यवहार दुष्मनों जैसा किया। भगवान ने जीवन भर संकटों दुखों का सामना किया लेकिन कभी किसी को दुख देने का भी नहीं सोचा दिया। पंडित श्री तिवारी ने कहा कि भगवान की भक्ति करते हुए हमेशा प्रसन्न रह कर जीवन व्यातीत करना चाहिए। रासलीला प्रसंग सुनाते हुए पंडित तिवारी ने कहा कि भगवान है वह अनेक में भी एक है। माधव की मुरली जब वृंदावन में बजती थी तो गोपियां सहित सभी नर नारी और प्राणी उनके प्रेमवास में बंध जाते थे। कथा के दौरान श्रीकृष्ण रुकमणी विवाह कराया। गया। भगवान को भोग लगाया गया। पंडित श्री तिवारी ने उद्धव प्रसंग सुनाते हुए श्रद्धालुजनों को भक्ति के लिए अग्रसर किया। समाजों उथान के लिए अनेक प्रसंगों के माध्यम से पंडित श्री तिवारी ने बेटी बचाने बेटी पढाने पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधा रौपण करने नशे से बचने सहित अन्य संदेष दिया।