कोरोना वायरस: भारतीय मूल के वैज्ञानिकों के नेतृत्व में किया जा रहा रिसर्च

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नई दिल्ली

चीन के वुहान शहर से फैले खतरनाक कोरोना वायरस से दुनिया भर में हड़कंप मचा हुआ है। इस वायरस के चलते अब तक 600 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है जबकि 30 हजार से ज्यादा इन्फैक्टेड हैं।भारतीय मूल के वैज्ञानिक एस.एस. वासन के नेतृत्व में एक टीम ने ऑस्ट्रेलिया की एक लेबोरेट्री में वायरस का पहला बैच तैयार किया है, ताकि कोरोना वायरस के खिलाफ उसे वैक्सीन बनाया जा सके। चीन के स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि इस वायरस से गुरुवार की मध्य रात तक 69 नई मौतों के साथ अब तक वहां पर मरनवालों की संख्या बढ़कर 636 हो चुकी है।

 

हुबेई में गुरुवार को 2,447 नए मामले सामने आने के बाद पूरे चीन में अब तक इससे इन्फैक्टेड लोगों की संख्या 31 हजार से ज्यादा हो गई है जबकि सिर्फ मध्य चीन प्रांत में ही अब तक 22,122 मामले आए हैं।ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख साइंटिफिक एजेंसी कॉमनवेल्थ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (सीएसआईआरओ) ने अति सुरक्षित लैब के अंदर एस.एस. वासन और उनकी टीम की तरफ से वायस का पहला बैच तैयार किया गया है। सीएसआईआरओ ने एक बयान में कहा- “ऑस्ट्रेलियन एनिमल हेल्थ लेबोरेट्री (एएएचएल) में हमारे रिसर्चर मौजूदा वायरस के लक्षण का पता लगाएंगे जो नए वायरस के तैयार करने में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।”

 

क्या है कोरोना वायरस

कोरोना असल में वायरसों का एक बड़ा समूह है जो जानवरों में आम है। अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीएस) के अनुसार, कोरोना वायरस जानवरों से मनुष्यों तक पहुंच जाता है। नया चीनी कोरोनो वायरस, सार्स वायरस की तरह है। इसके संक्रमण से बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खराश जैसी समस्याएं हो जाती हैं। यह न्यूमोनिया का कारण भी बन सकता है। इसकी स्थिति मिडल ईस्ट रेस्पाइरेट्री सिंड्रोम (एमईआरएस) और सेवल एक्युट रेस्पाइरेट्री सिंड्रोम (सार्स) से काफी मिलती जुलती है। हांगकांग विश्वविद्यालय में स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के वायरोलॉजिस्ट लियो पून, जिन्होंने पहले इस वायरस को डिकोड किया था, उन्हें लगता है कि यह संभवतः एक जानवर में शुरू हुआ और मनुष्यों में फैल गया।

 

कैसे फैलता है? 

WHO के मुताबिक कोरोना वायरस ( CoV ) एक जूनोटिक है। इसका मतलब है कि यह 2019-nCoV के जरिए जानवरों से मानव में फैला है। माना जा रहा है कि 2019-nCoV सीफूड खाने से फैला था। लेकिन अब कोरोना वायरस मानव से मानव में फैल रहा है। यह कोरोना वायरस से संक्रमित किसी व्यक्ति के संपर्क में आने से फैल सकता है। खांसी, छींक या हाथ मिलाना जोखिम का कारण बन सकता है। किसी संक्रमित व्यक्ति के छूने और फिर अपने मुंह, नाक या आंखों को छूने से भी वायरस का संक्रमण हो सकता है।

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