भारत दौरे में हो सकते हैं 20 समझौते, रिपब्लिक डे पर ब्राजीली राष्ट्रपति बोल्सोनारो चीफ गेस्ट

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 नई दिल्ली
ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो इस बार गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि हैं। उनके इस दौरे के दौरान दोनों देशों के बीच डिफेंस, एनर्जी, एग्रीकल्चर, हेल्थकेयर और मिनरल के क्षेत्र में 20 समझौतों पर हस्ताक्षर हो सकते हैं। ये समझौते भारत की संसाधन-संपन्न लैटिन अमेरिका में अपनी पहुंच बढ़ाने की योजना का हिस्सा हैं। हाइड्रोकार्बन सेक्टर में मजबूत साझेदारी और डिफेंस इंडस्ट्री पर फोकस के साथ दोनों देश 2006 में साइन हुए रणनीतिक समझौतों को आगे बढ़ाने के लिए भी तैयार हैं।

सूत्रों ने बताया कि इस दौरे की मुख्य उपलब्धि एक द्विपक्षीय निवेश समझौता हो सकता है। यह पहला संशोधित निवेश समझौता होगा, जो भारत किसी देश के साथ करेगा। शुक्रवार को बोल्सोनारो के साथ ब्राजील का अब तक का सबसे बड़ा व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल भी भारत आ रहा है। इसमें कुल 62 बिजनेसमैन हैं, जिसमें 12 डिफेंस इंडस्ट्री से जुड़े हैं। ईटी को सूत्रों से पता चला है कि दोनों देश डिफेंस सेक्टर में ज्वाइंट प्रॉडक्शन और इंडस्ट्रियल सहयोग की संभावना तलाश रहे हैं।

क्लीन एनर्जी में साझेदारी बढ़ाना चाहता ब्राजील
2018 में ब्राजील का भारत 11वां सबसे बड़ा एक्सपोर्टर और वहां से 10वां सबसे बड़ा इंपोर्टर था। ब्राजील की कंपनियों ने भारत में ऑटोमोबाइल, आईटी, माइनिंग, एनर्जी, बायोफ्यूल सेक्टर में निवेश किया है। ब्राजील में भारतीय कंपनियां आईटी, फार्मास्युटिकल, एनर्जी, एग्री-बिजनेस, माइनिंग, इंजीनियरिंग और ऑटोमोबाइल सेक्टर में मौजूद हैं। ब्राजील हाइड्रोकार्बन सेक्टर में बायर-सेलर के संबंध से आगे बढ़कर एक विश्वसनीय ऑयल सप्लायर के तौर पर उभरना चाहता है। सूत्रों ने बताया कि ईरान और वेनेजुएला पर प्रतिबंध और इन देशों की राजनीति में अस्थिरता के बीच ब्राजील हाइड्रोकार्बन सेक्टर में निवेश कर सकता है।

इसके साथ ही क्लीन एनर्जी में भी ब्राजील साझेदारी को बढ़ाना चाहता है, जिसमें एथनॉल और बॉयोगैस आते हैं। भारत में बड़े पैमाने पर गन्ने की खेती होती है, जो एथनॉल इंडस्ट्री के लिए रॉ मैटीरियल का बड़ा सोर्स बन सकती है।

एनर्जी सेक्टर में कई बड़े सुधार
दुनिया के 10 शीर्ष तेल उत्पादक देशों में ब्राजील शामिल है। ब्राजील के एनर्जी सेक्टर में कई बड़े सुधार हो रहे हैं जिनसे सिर्फ प्रॉडक्शन ही नहीं बल्कि ऑयल एक्सपोर्ट को भी बढ़ाने में मदद मिलेगी।

रणनीतिक साझेदारियों को बढ़ाने के लिए दौरे के दौरान एक कार्य योजना पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। भारत में ब्राजील के राजदूत आंद्रे अरन्हा कोरा डो लैगो ने ईटी से कहा, 'मुझे विश्वास है कि यह दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत करने की हमारी कोशिशों में एक अहम मोड़ होगा।'

IBSA को फिर ऐक्टिव करने की कोशिश
इंडिया, ब्राजील, साउथ अफ्रीका (आईबीएसए) ग्रुप को भी दोनों देश फिर से सक्रिय करना चाहते हैं। ब्रिक्स, जी-20, जी-4, आईबीएसए और इंटरनेशनल सोलर अलयंस जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठनों में भी ब्राजील और भारत के बीच अच्छे संबंध रहे हैं।
 

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