वीर छत्तीसगढ़िया युवा ‘शहीद युगल किशोर वर्मा’ के नाम पर किया जाए साइंस कॉलेज रायपुर के ऑडिटोरियम का नामांकरण : अमित जोगी 

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जोगी एक्सप्रेस 
 राज्य के मुखिया होने के नाते मुख्यमंत्री रखें छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़ियों की भावनाओं का मान

 

रायपुर , मरवाही विधायक अमित जोगी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर मांग की  है कि साइंस कॉलेज रायपुर के नवनिर्मित ऑडिटोरियम का नामांकरण वीर छत्तीसगढ़िया युवा ‘शहीद युगल किशोर वर्मा’ के नाम पर किया जाए मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में अमित जोगी ने लिखा है किराजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज परिसर में नवनिर्मित ऑडिटोरियम का लोकार्पण दिनांक 15 अक्टूबर को मुख्यमंत्री के हाथों होना प्रस्तावित है। विदित हुआ है कि इस ऑडिटोरियम का नाम जनसंघ के अध्यक्ष रहे  दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर रखे जाने की तैयारी है। छत्तीसगढ़ के स्थानीय प्रेरणास्त्रोत व्यक्तियों की उपेक्षा कर लिया गया छत्तीसगढ़ सरकार का यह निर्णय, अनुचित एवं पक्षपातपूर्ण है। छत्तीसगढ़ राज्य की सरकार का यह दायित्व है कि वो छत्तीसगढ़ियों को आगे बढ़ाये व छत्तीसगढ़ के स्थानीय प्रेरणास्त्रोत व्यक्तियों एवं महापुरषों को सर्वोच्च स्थान और सम्मान दे ताकि छत्तीसगढ़ की आने वाली पीढ़ी, छत्तीसगढ़ राज्य और छत्तीसगढ़िया लोगों के हितों के लिए योगदान और बलिदान देने वाले महान व्यक्तियों के उत्कृष्ट कार्यों को जान सके एवं उनका आदर और सम्मान कर सके।
जोगी ने अपने पत्र में आगे लिखा है कि इस परिपेक्ष्य में, मैं आपके समक्ष, नवनिर्मित ऑडिटोरियम का नाम, छत्तीसगढ़ महतारी की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए वीर छत्तीसगढ़िया युवा ‘शहीद युगल किशोर वर्मा’ के नाम पर रखे जाने की मांग करता हूँ। 6 अगस्त २०१७ को राजनांदगांव जिले के सीमावर्ती इलाके में नक्सली मुठभेड़ में शहीद हुए युगल किशोर वर्मा ने अपने प्राणों की आहूति दे दी थी। वीर छत्तीसगढ़िया युवा शहीद युगल किशोर वर्मा जैसे छत्तीसगढ़ के सच्चे और युवा माटीपुत्र को सर्वोच्च और उचित सम्मान देना ही, छत्तीसगढ़ के स्थानीय लोगों की भावनाओं का मान रखना है। नवनिर्मित ऑडिटोरियम का नाम, एक शहीद और वीर छत्तीसगढ़िया युवा के नाम पर किया जाना, प्रदेश के लाखों स्थानीय युवाओं के लिए प्रेरणादायक और गौरवपूर्ण क्षण होगा।

जोगी ने यह भी लिखा है कि वे दीनदयाल उपाध्याय जी का बहुत सम्मान करते हैं किन्तु भाजपा सरकार द्वारा धड़ल्ले से छत्तीसगढ़ राज्य की प्रत्येक संपत्ति, संसाधन और संरचना को दीनदयाल जी के नाम पर करना, स्थानीय छत्तीसगढ़िया महापुरषों की अनदेखी और अपमान करना है। भाजपा सरकार द्वारा दीनदयाल जी के नाम का छत्तीसगढ़ में आवश्यकता से ज्यादा प्रचार प्रसार करना उसका एक राजनितिक उद्देश्य हो सकता है किन्तु स्थानीय प्रतीकों की उपेक्षा कर ऐसा करना, अन्यायपूर्ण और द्वेषपूर्ण नीति है जो छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़िया विरोधी है।

अपने पत्र के अंत में अमित जोगी ने मुख्यमंत्री से आशा की  है कि छत्तीसगढ़ राज्य के मुखिया होने के नाते मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़ियों की भावनाओं का मान रखेंगे और ऑडिटोरियम का नाम वीर छत्तीसगढ़िया युवा ‘शहीद युगल किशोर वर्मा’ के नाम पर करेंगे। ऐसा न होना, छत्तीसगढ़ सरकार का छत्तीसगढ़ियों के प्रति एक और अन्यायपूर्ण कदम होगा।

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