JNU में फिर बवाल, अफरा-तफरी: हॉस्टल में हिंसा, कई छात्र घायल

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नई दिल्ली
दिल्ली में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में एक बार फिर हिंसा का मामला सामने आया है. जेएनयू छात्र संघ (JNUSU) ने दावा किया कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने हिंसा को अंजाम दिया है. जेएनयू छात्र संघ (जेएनयूएसयू) अध्यक्ष आइशी घोष पर भी हमला किया गया. इस हमले में आइशी घोष के सिर में गंभीर चोट आई है.

वहीं, दूसरी ओर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने लेफ्ट के छात्र संगठनों एसएफआई, आइसा और डीएसएफ पर एबीवीपी के कार्यकर्ताओं पर हमला करने का आरोप लगाया है. जेएनयू में एबीवीपी के अध्यक्ष दुर्गेश कुमार ने कहा, 'जेएनयू में एबीवीपी के कार्यकर्ताओं पर लेफ्ट के छात्र संगठनों एसएफआई, आइसा और डीएसएफ से जुड़े लोगों ने हमला किया है. इस हमले में एबीवीपी से जुड़े करीब 15 छात्रों को गंभीर चोटें आई हैं.

दुर्गेश ने आरोप लगाया कि जेएनयू के अलग-अलग हॉस्टल में एबीवीपी से जुड़े छात्रों पर हमला किया गया है और हॉस्टलों की खिड़कियों दरवाजों को लेफ्ट के छात्र संगठनों ने बुरी तरह से तोड़ दिया है.

जेएनयूएसयू ने दावा किया कि साबरमती और अन्य हॉस्टल में एबीवीपी ने प्रवेश कर छात्रों की पिटाई की. इसके साथ ही एबीवीपी की ओर से पथराव और तोड़फोड़ भी की गई. हालांकि तोड़फोड़ करने वाले लोगों ने चेहरे पर नकाब पहना हुआ था. वहीं इस दौरान जेएनयू छात्र संघ (जेएनयूएसयू) की अध्यक्ष आइशी घोष पर हमला किया गया.

हमले में आइशी घोष बुरी तरह से घायल हो गईं और इस दौरान उनके सिर पर काफी गंभीर चोट भी आई है. वहीं हमले के बाद आइशी घोष ने कहा, 'मुझे मास्क पहने गुंडों ने बेरहमी से मारा है. मेरा खून बह रहा है. मुझे बेरहमी से पीटा गया.'

वहीं इस मामले में ABVP का कहना है कि जेएनयू में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े छात्रों पर लेफ्ट के छात्र संगठनों एसएफआई, आइसा, डीएसएफ से जुड़े लोगों ने हमला किया है. इस हमले में करीब 15 छात्रों को गंभीर चोटें आई हैं. वहीं अभी तक लगभग 11 छात्रों का कोई सुराग नहीं मिला है कि वे किस हालात में हैं. अलग-अलग छात्रावासों में एबीवीपी से जुड़े छात्रों पर हमला किया जा रहा है और हॉस्टलों की खिड़कियों दरवाजे को लेफ्ट के लोगों ने बुरी तरह से तोड़ दिया है.

जेएनयू में हिंसा को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट किया है. उन्होंने कहा कि जेएनयू में हिंसा की घटना से हैरान हूं. छात्रों पर बुरी तरह हमला किया गया है. पुलिस को फौरन हिंसा को रोकना चाहिए और शांति बहाल करना चाहिए. केजरीवाल ने ट्वीट करके सवाल उठाया कि अगर हमारे छात्र यूनिवर्सिटी कैंपस में सुरक्षित नहीं होंगे, तो देश कैसे विकास करेगा?

वहीं हाल ही में जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) के सूचना प्रणाली केंद्र में छात्रों के एक समूह ने हमला बोल दिया था. जिसके कारण रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया भी प्रभावित हुई थी. उस मामले को लेकर JNU प्रशासन ने कहा कि शुक्रवार दोपहर करीब 1 बजे छात्रों का एक समूह जो अपना चेहरा ढके हुए थे वो सूचना प्रणाली के केंद्र में जबरन घुसे. उन्होंने बिजली की सप्लाई को भी बंद कर दिया. सभी तकनीकी कर्मचारियों को जबरन बाहर निकाल दिया और सर्वर को बंद कर दिया.

प्रशासन ने बताया कि इसके कारण रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया भी प्रभावित हुई. विश्वविद्यालय उन आंदोलनकारियों के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई करेगा, जिन्होंने हजारों छात्रों को भारी कष्ट पहुंचाया है.

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