मकान पर टैक्स होता जा रहा भारी, जनता को इस समस्या से निजात दिलाएंगे: राकेश सोनी

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जोगी एक्सप्रेस 

शहडोल धनपुरी {म.प्र.}भाजपा के नेता व  सामजिक कार्यकर्त्ता  राकेश सोनी ने बताया की धनपुरी नगर में अधिकांस कालरी कर्मचारियों के मकान बने हुए है ,जो की अब सेवानिवृत हो कर पेंसन से ही अपना घर चला रहे ,और नगर के अंदर कोई रोजगार उपलब्ध न होने से युवा बेरोजगार घूम रहे ,अब इन परिस्थितियों में मकान टैक्स भरना एक बड़ी विकराल समस्या बन कर नगर वासियों के सामने आ खड़ी है ,विकास के सस्थ साथ यदि रोजगार उपलब्ध होता तो शायद यह समस्या सामने नहीं आती वही इस पर विसात्र से चर्चा करते हुए राकेश सोनी ने बताया की   जीवन की तीन मूलभूत  आवश्यकताएं हैं – रोटी कपडा और मकान  ।पौष्टिक भोजन, स्वच्छ वस्त्र तथा साफ-सुथरा आवास मानव की कार्यक्षमता एवं जीवन को सुचारू रूप से सक्रिय रखने के लिए न्यूनतम एवं वांछनीय आवश्यकताएं हैं ।वर्त्तमान युग में मशीनीकरण का युग है ।औधोगिकीकरण के जिनते भी आयाम है, सब मशीन पर निर्भर हैं, लेकिन इन मशीनों की कार्यक्षमता को बनाये रखने अथवा अनुकूल दशाओं के विकास के लिए श्रमिकों का संतुलित एवं पौष्टिक आहार शरीर ढूंढनें को पर्याप्त मात्रा वस्त्र और प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षित रखने के लिए स्वास्थ्यकर आवास की उपलब्धि नितान्त आवशयक है ।लेकिन औद्योगिकप्रगति के बाद आज श्रमिकों के आवास की व्यवस्था अच्छी नहीं है ।उन्हें गंदी बस्तियों में ही रहना पडत है ।अत: वर्त्तमान युग में गंदी बस्तियों की समस्या बनती जा रही है ।इसी कारण “जीवन और समस्याओं का विशिष्ट केंद्र” माना है ।जहाँ तक भारत जैसे विकासशील देश का प्रश्न है, गंदी बस्ती की समस्या यहां अत्यधिक गंभीर है ।लोगों को बुरी आर्थिक दशा के कारण यह बढ़ती हुई जनसंख्या, उन्नत तकनीकी और धीमी प्रगति से होने वाले औधोगिकीकरण का ही परिणाम है ।

संवाददाता  सवाल ,क्या गरीबी दूर करने के आपने कुछ उपाय किये 

सामजिक कार्यकर्त्ता राकेश सोनी,  जी हा इस पर मै बहोत पहले ही नगर के बुद्धजीवियो से चर्चा करता आ रहा हु की धनपुरी नगर के हर हाँथ को काम मिले ताकि वो इस गरीबी से ऊपर उठ सके ,साथ ही रोजगार उपलब्ध होगा तो युवाओ में बढ़ रही नशे की प्रवत्ति पर भी अंकुश काफी हद तक लगाया जा सकता है!वही  गरीब  व्यक्ति के लिए यह भू-लोक ही नरक है ।गरीब , बेरोजगार, दैनिक वेतनभोगी श्रमिक ये सब उस वर्ग के व्यक्ति हैं जो कठोर परिश्रम करने के पश्चात भी दो समय का भोजन अपने परिवार को नहीं दे पातें हैं अभावों में जीना इनकी मजबूरी है ।इस लिए मेरी नज़र में सब से पहले युवाओ को रोजगार से जोड़ना हमारी पहली प्राथमिकता होगी ,मैंने पहले भी आप से चर्चा के दौरान बताया था की ईट और सीमेंट  से तो धनपुरी नगर ने खूब विकास किया है ,अब बारी है बौद्धिक विकास की 

 

संवाददाता सवाल ,धनपुरी नगर में आवास की समस्या कैसे  खत्म करेंगे 

सामजिक कार्यकर्त्ता राकेश सोनी, धनपुरी  में भूमि समिति है और निरंतर कालरी श्रमिक रिटायर हो रहे है , और आस पास रहने के लिए जमीन खरीद रहे है ,आपनी जिंदगी भर की पूंजी अब वह मकान बनने में लगा रहे ,ताकि सर छुपाने के लिए एक छाया बनी रहे  ।सामान्य व्यक्ति भूमि क्रय करके नगर में मकान नहीं बना सकता है ।नगर में किराये के मकान भी समान्य व्यक्ति नहीं ले सकता है ।लाखों श्रमिकों जिसके साधन और आय सीमित हैं उसे विवश होकर गंदी बस्तियों में रहना पड़ता है ।मकान कम है और रहने वाले व्यक्ति कहीं अधिक हैं,। हम कुछ नए प्रयोगकरेंगे ताकि सभी को रहने के लिए अपना खुद का मकान मिल सके ,और वो गरीब आदमी की पहुच में आये , आज आप देखे कालेज कालोनी में अध धुंद निर्माण हो रहे ,अनाप शनाप दामो में जमीन की बिक्री बिचोलियों के माध्यम से खरीद कर कालरी श्रमिक लुट रहे इसके   साथ ही  जमीन तो बढ़ी नहीं फलस्वरूप रोजगार की खोज में लोग गांव से शहरों की तरफ भाग रहे हैं ।जहां उन्हें राहत के स्थान पर तमाम तकलीफों का सामना करना पड़ता है ।रहा सवाल टैक्स काइ लिए भी एक रणनीति बनाई जाएगी ,जिनके टैक्स बहुत सालो से बकाया है उनको किस्तों के माध्यम से टैक्स भरने के लिए प्रेरित किया जायेगा ,अब जिनके पास पैसे ही नहीं है उनके लिए  शासन से सिफारिश कर उनके टैक्स माफ़ करने के लिए शासन के आला अधिकारियो से चर्चा की जाएगी अब इनके रहने के लिए नगर पालिका द्वारा अच्छे और सस्ते दरों पर मकान का निर्माण करने की चर्चा की जाएगी ताकि सबका  साथ और  सबका विकास हो सके 

 

 

 

 

 

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