एक महीने का कार्यकाल निराशाजनक- कौशिक

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रायपुर। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने कांग्रेस शासन द्वारा आज के अखबारों में प्रकाशित विज्ञापन को आपत्तिजनक कहा है. कौशिक ने कहा कि विज्ञापन में ‘लोकतंत्र और व्यवस्था के प्रति विश्वास की बहालीÓ जैसी भाषा घोर आपत्तिजनक है. देश पर आपातकाल थोपने वाली पार्टी आज भी आखिर इस अहंकार में क्यूँ है कि लोकतंत्र के प्रति विश्वास बहाली तभी होगी जब कांग्रेस की सत्ता हो. ऐसा कहना घोर सामंती मानसिकता और तानाशाही है. इस भाषा की भत्र्सना की जानी चाहिए. कौशिक ने कहा कि छत्तीसगढ़ की अस्मिता और संस्कृति की रक्षा, जल-जंगल-ज़मीन के मालिकों को न्याय दिलाना, और जनता के प्रति शासन प्रशासन को संवेदनशील बनाने आदि का काम केवल भूपेश बघेल कर सकते हैं- ऐसा अहंकार ही कांग्रेस और बघेल के पतन का कारण होगा. उन्हें अपनी इस टिटहरी मानसिकता से मुक्त होना चाहिए कि यही प्रदेश का उद्धार करने वाले हैं.
कौशिक ने कहा कि लोकतंत्र में हार-जीत लगा रहता है लेकिन इस तरह का दंभ और असंवैधानिक भाषा का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए. अगर बघेल में जऱा भी नैतिकता होती तो वे प्रदेश की जनता और खासकर किसानों को ठगने के लिए हाथ जोड़ कर माफी मांगते. कांग्रेस ने घोषणा पत्र में किसानों का कज़ऱ् माफ़ करने की बात की जबकि अपनी बात से मुकरते हुए अब केवल 16 लाख किसानों के ‘अल्पकालीन कृषि ऋण माफ़Ó करने की बात कर रहे हैं. इस तरह की धोखाधड़ी को प्रदेश की जनता कभी माफ़ नहीं करने वाली है.
कौशिक ने कहा कि सत्ता में आते ही भूपेश सरकार की प्राथमिकता केवल बदले की राजनीति करते रहना, संघीय ढांचा को नुकसान पहुचाने वाले फैसले लगातार लेना, और केवल लोकतांत्रिक प्रणाली को तभी मानना जब फैसला पक्ष में हो, ऐसी सामंतशाही कभी भी लोकतंत्र में सहन करने लायक नहीं होती. कौशिक ने कहा कि स्मार्ट कार्ड से इलाज़ बंद होना, आयुष्मान योजना को लागू करने से मना करने से प्रदेश को फिर से पंद्रह-बीस वर्ष पुराने समय में धकेलने की कोशिश की जा रही है. उस समय में जब सामान्य इलाज़ की कमी से दजऱ्नों आदिवासी काल कवलित हो जाते थे. शासन की इस मंशा की निंदा की जानी चाहिए.

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