शासकीय कार्यलयो में बाहरी व्यक्तियों की दिन ब दिन बढती घुसपैठ:शासन को लगा रहे पलीता

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जोगी एक्सप्रेस 

खडगवा से बब्बी शर्मा की रिपोर्ट 

कोरिया जिला खडगवा छतीसगढ शासन  के मुख्य सचिव के द्धारा अपने पत्र के माघ्यम से दिनाक 7/2/17 पत्र क्र0 एफ 9-8/2017/1-5 के तहत समस्त संभागायुक्त, समस्त कलेक्टरो को कडे निर्देष दिये है कि निरीक्षण कर सुनिष्चित करे की शासकीय  कार्यालयो मे बाहरी व्यक्तियो से शासकीय कार्य का संचालन ना हो एसा  करते हुए कोई अधिकारी/कर्मचारी दोसी पाये जाते है उनके विरूध कडी अनुशासनात्मक कार्यवाही की जावे मगर विकासखड मुख्यालय मे ग्रामीण यात्रिकी विभाग उप संभाग का कार्यालय एव महिला बाल विकास विभाग का कार्यालय मेेे अस्थाई रूप से बाहरी व्यति कार्यरत कर्मचारी के भरोसे संचालित है जबकि इस कार्यालय मे पूर्व से दो लिपिको कि नियुक्ति है जो दिनाक 17/12/15 को ही आदेश  हो ने के बाद भी जिस लिपिक ग्रेड-1 का एव लिपिक ग्रेड-3 की पदस्थपना खडगवा परियोजना मे हुआ है वो लिपिक आज दिनाक तक खडगवा परियोजना मे कार्य ही नही कर रहा है और ग्रेड-3 के लिपिक के द्धारा परियोजना के कार्यो का संचालन किया जा रहा है और बाहरी व्यक्तियो से कार्यालय का कार्य कराया जा रहा है। जब इस कार्यालय मे पूर्व से दो लिपिको की पदस्थपना है तो बाहरी व्यक्तियो को कार्य मे रखकर छतीसगढ शासन  के मुख्य सचिव के आदेसो  को ताक मे रखकर बाहरी व्यक्तिो से कार्य कराया जा रहा है। जो कार्यालय की चाभी तक उनके पास होती है जो कार्यालय के गोदाम मे रख लाखे रूपये के समान जो विभागिय कार्येा के लियेेेे रखे होते है यहा तक का सारा देख रेख सारे दस्तावेजो को कार्यालय मे रख रखाव करना एवं कार्यालय से संबधित सारी फाइले और कार्यालय के कार्य भी इन्ही अस्थाई बाहरी व्यक्ति के द्धारा किये जाते है। कार्यालय मे आये किसी भी प्रकार के दस्तावेजो मे उसकी पावती तक धडले से दे रहे है ये बाहरी व्यक्तिेे कार्यालय के सारे दस्तावेजो मे लिखा पढी भी करते कार्यालय मे देखे जा सकते है और कार्यालय मे बैठ कर कार्यालय का संचालन भी करते है ग्रामीण यात्रिकी कार्यालय से दूसरे कार्यालय मे फाइलो का लाना ले जाना कार्यपालन अभियंता के यहा तक ले जाते है। जबकि ये विभाग के षासकीय कर्मचारी नही है तो ये किसके आदेष से इनसे शासकीय कार्य कराया जा रहा है और इन्हे कहा से वेतन की राशी का भुगतान किया जाता ेहै जिसकी जानकारी कई लोगो द्धारा ग्रामीण यात्रिकी विभाग के अनुविभीग अधिकारी से मागी गई मगर इनके द्धारा कोई जवाब कभी नही दिया गया है इस कार्यालय से निर्माण संबधित फाइले गयब होने की शिकायते हमेशा  मिलती रहती है इस संबध मे विकास खड के अधीनस्थ सरपंच ने नाम का उलेख ना करने की शर्त पर जानकारी दी की इस कार्यालय मे पदस्थ अस्थाई कर्मचारीयो के द्धारा बिना लेन देन के कोई भी कार्य फाइलो से संबधित नही होते है इस कार्यालय मे पूरा राज अस्थाई कर्मचारीयो का चलता है जिसके कारण जितने भी सरपच, ठेकेदार है वो पहले इन्ही कर्मचारी से मिलते हैे जिसकी जानकारी विकास खड के मुख्यकार्य पालन अधिकारी एवं ग्रामीण यात्रिकी विभाग के उच्च अधिकारीयो को होने के बाद भी ये कर्मचारी धडले से कार्य कर रहे है चाहे वो फाइले ठेकेदारो की हो या विभागिय कार्य की इन्ही अस्थाई कर्मचारीयो के द्धारा ही सारी फाइलो मे लिखा पढी की जाती है और कार्यालय मे कौन सी योजना की फाइल कहा है किसमे कितना कार्य हुआ किसका उपियोगिता प्रमाण पत्र जारी हुआ कि नही कौन से निर्माण कार्य कहा पर चल रहे कौन पूर्ण है और कौन अपूर्ण है किसमे कितनी राषि का भुगतान हुआ है और तो और किस ठेकेदार को कितनी राषि का भुगतान करना है ये सारा कार्य ये अस्थाई कर्मचारीयो के द्धारा किया जाता है मनरेगा के तहत विभागिय कार्यो को भी ठेकेदारी प्रथा से कार्याे को कराया जाता है और इन कार्यो को करने वाले ठेकेदार ग्रामीण यात्रिकी विभाग के आफिस खुलने से पहले उपस्थित रहते है उनके भी द्धारा कराये गये कार्यो की लिखा पढी भी इन्ही अस्थाई र्कमचारीयो के द्धारा किया जाता है। मानो ये ही ग्रामीण यात्रिकी विभाग के एस डी ओ है इस तरह से ग्रामीण यात्रिकी विभाग का कार्यालय चल रहा है जिससे फाइलो की गोपनीता पर भी प्रश्न  चिन्ह उठ रहा है शासन के आदेश  के बाद भी ये बाहरी व्यक्ति ग्रामीण यांत्रिकी  विभाग मे कार्य कैसे  धड़ल्ले  से कर रहा ।

इनका कहना है 

ग्रामीण यात्रिकी विभाग खडगवा- अनुविभागिय अधिकारी मोती राम से इस संबध मे जानकारी लेनी चाही तो उनका मोबाईल 8223950874 कवरेज क्षेत्र से बाहर था।

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