नवागत एसपी ने पेश की मानवता और कानून की जुगलबंदी की मिसाल

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भानु प्रताप साहू


बलौदाबाजार। मानवता और कानून की पाठशाला का पर्याय भले ही अलग-अलग हो, लेकिन इस कार्य को जब किसी जिम्मेदार द्वारा बड़ी तत्परता से निभाया गया हो तब उसकी समाज मे खूब चर्चा होती है ऐसा ही एक वाक्या बलौदाबाजार के नवागत पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने नियमों को ताक में रख अपने जिम्मेदारी का परिचय दे दिया। मामला तत्कालीन पुलिस अधीक्षक आर. एन. दाश के अन्य जगह पर स्थानांतरण होने के बाद बलौदाबाजार में पुलिस अधीक्षक के पद पर पदस्थ हुए प्रशांत अग्रवाल एवं अनुविभागीय पुलिस अधिकारी बलौदाबाजार राजेश जोशी के साथ 10 अगस्त को जिले के थाना क्षेत्रो के कार्यप्रणाली का जायजा लेने भाटापारा शहर होते हुए थाना सिमगा पहुंचे। वहां थाना का निरीक्षण कर स्थानिय नागरिकों से मुलाकात कर व्याप्त समस्याओं से रूबरू होकर अपने दौरे के दूसरे चरण में थाना सुहेला पहुंचे। वहाँ थाना की कार्रवाई से संतुष्ट होकर बलौदाबाजार जिला पुलिस कार्यालय वापस आ रहे थे इस दौरान ग्राम रिसदा से आगे बाईपास के पहले पहुंचे थे कि देखा कि दोनों तरफ से लगी ट्रकों की लम्बी कतार व बीच सड़क में लोगों का जमावड़ा देख तत्काल तत्परता दिखाते हुये एसडीओपी राजेश जोशी के साथ मौके पर पहुंचे तो देखा कि एक व्यक्ति खून से लथपथ सड़क पर पड़ा कराह रहा था वही उसकी मोटरसाइकिल समीप पड़ी थी देखने पर बड़ी दुर्घटना का अंदेशा लग रहा था लोगों से पूछताछ करने पर पता चला की घायल व्यक्ति का नाम मनहरण यादव पिता बरुआ यादव उम्र 35 साल साकिन सकरी थाना बलौदाबाजार का निवासी है जो अत्यधिक शराब के सेवन से खतरनाक ढंग से मोटर सायकल चलाने के कारण स्वयं गिरकर घायल हुआ है। पुलिस अधीक्षक अग्रवाल ने संवेदना व मानवता को दृष्टिगत रखते हुए तत्काल एसडीओपी राजेश जोशी के साथ पुलिस वाहन से उपचार हेतु जिला अस्पताल लाया गया।और सिटी कोतवाली प्रभारी रामअवतार ध्रुव को तस्दीक कर उचित कार्रवाई के लिये निर्देशित किया। थाना प्रभारी द्वारा मामले की तस्दीक कर घायल मनहरण के विरुद्ध शराब पीकर वाहन चलाते हुए मार्ग अवरुद्ध करने व आम जनता को असुविधा किए जाने के साथ मोटरयान अधिनियम की धारा 184,185, 130(3), 177 के तहत विधिवत कार्यवाही किया गया तथा लाइसेंश निरस्त्रीकरण की कार्यवाही भी की गई। पुलिस अधीक्षक अग्रवाल ने एक तरफ मानव संवेदना का परिचय देकर घायल व्यक्ति को तत्काल इलाज हेतु अस्पताल भेजा तो दूसरी तरफ कानून के नियमो को दरकिनार भी नही किया। नवागत पुलिस अधीक्षक की मानव संवेदना सहित कानून के तहत की गई कार्रवाई की प्रशंसा जिलेभर में हो रही है।

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