मुख्यमंत्री ने पंचायत सचिवों को दी ‘हरेली’ की सौगात

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अब 10 साल की सेवा पूरी कर चुके पंचायत सचिवों को
भी मिलेगा 5200-20200 का वेतनमान

ग्रामीण विकास योजनाओं के क्रियान्वयन में
पंचायत सचिवों की भूमिका महत्वपूर्ण: डॉ. रमन सिंह

रायपुर, मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज छत्तीसगढ़ के प्रमुख लोकपर्व ‘हरेली’ के अवसर पर पंचायत सचिवों को एक बड़ी सौगात दी। डॉ. सिंह ने जिला मुख्यालय राजनांदगांव में आयोजित पंचायत सचिवों के राज्य स्तरीय महासम्मेलन में कहा कि 15 साल की सेवा पूर्ण कर चुके पंचायत सचिवों
की तरह अब दस वर्ष की सेवा पूरी कर चुके पंचायत सचिवों को 2400 रूपए के ग्रेड वेतन के साथ 5200-20200 का वेतनमान दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि महासम्मेलन में छत्तीसगढ़ प्रदेश ग्राम पंचायत सचिव संघ के प्रतिनिधियों ने कहा कि मुख्यमंत्री हरेली के इस पावन पर्व पर हमारे सम्मेलन में आए हैं। हमें विश्वास है कि वेतनमान संबंधी हमारी मांग वे जरूरी पूरी करेंगे। पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री श्री अजय चन्द्राकर ने भी पंचायत सचिवों की इस मांग पर अपनी सहमति प्रकट की और कहा – मुझे उम्मीद है कि मुख्यमंत्री हरेली के मौके पर पंचायत सचिवों को बड़ा तोहफा देंगे। पंचायत सचिवों ने मुख्यमंत्री की इस घोषणा का स्वागत करते हुए आभार व्यक्त किया और उनका अभिनंदन किया। उन्होंने महासम्मेलन में पंचायत मंत्री श्री चन्द्राकर और लोक सभा सांसद श्री अभिषेक सिंह को भी धन्यवाद दिया।
मुख्य अतिथि की आसंदी से महासम्मेलन को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा – राज्य सरकार मंत्रालय (महानदी भवन) में बैठकर नीतियां और योजनाएं बनाती हैं, जिनका लाभ जमीनी स्तर पर जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाने के लिए पंचायत सचिव भी कड़ी मेहनत करते हैं। गांवों का विकास सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में हैं। डॉ. सिंह ने कहा – ग्रामीण विकास की योजनाओं के क्रियान्वयन में पंचायत सचिवों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। उनकी मेहनत से ही प्रदेश के गांवों में विकास के कार्य तेजी से हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने आज के महासम्मेलन में वर्ष 2006 के सम्मेलन को भी याद किया। उन्होंने कहा – मुझे याद है कि वर्ष 2006 में पंचायत सचिवों ने ऐसा ही एक विशाल सम्मेलन जांजगीर में आयोजित किया था। वहां बारिश के बावजूद काफी उत्साह था। आज राजनांदगांव के महासम्मेलन में भी पंचायत सचिवों में भरपूर उत्साह मैं महसूस कर रहा हूं। मुख्यमंत्री ने पंचायत सचिवों से ग्रामीण विकास के लिए ग्राम पंचायतों के अपने कार्यों में तत्परता से जुट जाने का आव्हान किया। महासम्मेलन को सम्बोधित करते हुए पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री श्री अजय चन्द्राकर ने कहा – मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने प्रदेश के बजट में गांवों के विकास से जुड़ी जरूरतों का उदारता के साथ पूरा ध्यान रखा है। खेल मैदान, समरसता भवन, निर्मलाघाट और गौरवपथ जैसे छोटे लेकिन गांव की दृष्टि से महत्वपूर्ण कार्यों के पूर्ण होने पर ग्रामीणों का जीवन काफी सहज हो जाता है और स्थानीय जनता में उत्साह का माहौल बनता है। चन्द्राकर ने राज्य शासन द्वारा ग्रामीण विकास के लिए संचालित योजनाओं का भी उल्लेख किया। लोक सांसद अभिषेक सिंह ने कहा कि ग्राम पंचायतों के सचिव ग्रामीण क्षेत्रों के विकास कार्यों की धुरी होते हैं।
महासम्मेलन में नगर निगम राजनांदगांव के महापौर मधुसूदन यादव, डोंगरगढ़ की विधायक श्रीमती सरोजनी बंजारे, राज्य समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष श्रीमती शोभा सोनी, राज्य भण्डार गृह निगम के अध्यक्ष नीलू शर्मा, छत्तीसगढ़ उर्दू अकादमी के अध्यक्ष अकरम कुरैशी, बीस सूत्रीय कार्यक्रम समिति के उपाध्यक्ष खूबचंद पारख और नगर निगम के सभापति शिव वर्मा सहित अनेक वरिष्ठ जनप्रतिनिधि, विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारी और कलेक्टर भीम सिंह सहित प्रशासन के कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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