राज्य शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन और जनता को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की राह में लापरवाही नहीं की जायेगी बर्दाश्त-कलेक्टर

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समय सीमा की बैठक में संग्रहण केंद्र निर्माण पर हुई चर्चा

कोरिया! जनता के हित में संचालित राज्य शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता वाली योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। सभी समितियों में वर्मी खाद, यूरिया एवं डीएपी सहित बीज की उपलब्धता सुनिश्चित करें जिससे किसानों को किसी तरह की परेशानी न हो। कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने आज साप्ताहिक समय सीमा की बैठक में गोधन न्याय योजना एवं खाद, बीज की उपलब्धता पर जिले की समीक्षा करते हुए यह बात कही। ग्रामीण तथा नगरीय निकाय में वर्मी खाद के निर्माण में शिकायत मिलने पर संबंधित अधिकारी की जिम्मेदारी होगी। इसके साथ ही उन्होंने गौठानों में वर्मी खाद निर्माण तथा अन्य आजीविका मूलक कार्यों में संलग्न स्व सहायता समूह की महिलाओं का सहयोग करने के निर्देश दिए जिससे उनका मनोबल बढ़े। बैठक में बीएमओ मार्कफेड से धान उठाव की जानकारी लेते हुए कलेक्टर ने जिले में संग्रहण केंद्र की आवश्यकता पर चर्चा की और संग्रहण केंद्र के निर्माण हेतु खाद्य अधिकारी, डीएमओ एवं सहकारी बैंक के नोडल को संयुक्त रूप से कार्य करने के निर्देश दिए तथा अपर कलेक्टर श्री सुखनाथ अहिरवार को इसकी मानीटरिंग के निर्देश दिए।
बैठक में कलेक्टर ने ड्रग इंस्पेक्टर को जमकर फटकार लगाई और अपनी कार्यशैली को सुधारने के निर्देश दिए। उन्होंने कड़े शब्दों में ड्रग इंस्पेक्टर को अपने कार्य के प्रति जिम्मेदार बनने कहा। बता दें कि बीते रविवार को जिला चिकित्सालय स्थित जन औषधि केन्द्र में निरीक्षण के दौरान पाई गई 80 प्रतिशत दवाईयां एक्सपायर डेट पार कर चुकी थी। इसी तरह कलेक्टर ने कोरोना की तीसरी लहर से बचाव के लिए ऑक्सीजन प्लांट की प्रगति पर चर्चा की। ऑक्सीजन प्लांट से संबंधित आवश्यक मशीनें कल बैकुण्ठपुर पहुंचेगी। कलेक्टर ने सभी राजस्व अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि कोरोना से सुरक्षा के नियमों का पालन नहीं करने वालों पर एक बार फिर कार्यवाही शुरू करने की आवश्यकता है। बिना मास्क घूमने वालों पर कार्यवाही करें, लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने, हैण्डवाश और सेनेटाइजर के उपयोग के प्रति जागरूक करें। उन्होंने टेस्टिंग बढ़ाने के भी निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री धावड़े ने सीएमएचओ डॉ. रामेश्वर शर्मा से जिले के 188 उपस्वास्थ्य केन्द्रों में कार्यरत स्टाफ का जानाकरी ली। उन्होंने कहा कि जहां भी स्टाफ की कमी है, उसका 2 दिन में विश्लेषण कर लें। इसके बाद जल्द से जल्द आवश्यक स्टाफ की भर्ती करने की कार्यवाही पूर्ण करें। हर उपस्वास्थ्य केन्द्र में पर्याप्त स्टाफ होने चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने अटैच किये गये स्वास्थ्य कर्मियो को भी उनके मूल पदस्थापना में भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को अगले 15 दिनों में राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत किशोर बालक-बालिकाओं को आयरन एवं फॉलिक एसिड दवाओं का वितरण कराने के निर्देश दिए। कुष्ठ रोग निवारण केन्द्र निर्माण पर चर्चा करते हुए कलेक्टर ने डीपीएम सुश्री रंजना पैकरा को आवश्यक निर्माण के निर्देश दिए।
राजस्व पुस्तिका परिपत्र के प्रकरणों में अनावश्यक देरी पर नाराजगी जताते हुए कलेक्टर ने कहा कि प्राकृतिक आपदा से हुई हानि के प्रकरणों को लंबित ना रखें। शीघ्र कार्यवाही कर प्रकरण का निराकरण कर मृतक के परिवार की सहायता करें। इसी तरह उन्होंने पेंशन हितग्राहियों को बीसी सखी के माध्यम से पेंशन भुगतान कराने के निर्देश संबंधित अधिकारी को दिए। बैठक में सीईओ जिला पंचायत श्री कुणाल दुदावत, अपर कलेक्टर श्री सुखनाथ अहिरवार, डिप्टी कलेक्टर, सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

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