सेवानिवृत्त शिक्षिका को दी गई भावभीनी विदाई

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सुरजपुर :जिले के विकासखण्ड प्रेमनगर के माध्यमिक शाला करमी टिकरा के प्रधान पाठक के पद पर लंबे समय से आसीन रहने वाली सुश्री पी0 कुजूर का संकुल स्तरीय विदाई समारोह आयोजित किया गया। इन्होंने अपने कार्यकाल में शिक्षा व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित किया। उन्होंने शैक्षिक कार्यों को ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। सबसे पहले उन्होंने ओड़गी विकास खंड से अपनी सेवा की शुरुवात की, 1889 से उन्होंने प्रेमनगर विकास खण्ड के कन्या आश्रम में पदस्थ हुई तक से लेकर आजतक उन्होंने अपने जीवन का लंबा समय शैक्षिक कार्यों को देते हुए निरंतर अंतिम समय तक कार्य में लगी रही। जिस समय सुश्री कुजूर जी पदस्थ हुई इस समय बालिका शिक्षा निम्न स्थिति में थी, बालिकाओं को लोग नहीं पढ़ाते थे पदस्थापना के उपरांत उन्होंने सबसे पहले पालकों से सतत सम्पर्क कर शिक्षा के मुख्य धारा में लाने की सफल कोशिश की। जिस समय पालक बालिकाओं का कम उम्र में विवाह कर दिया जाता था उस समय उन्होंने बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने विद्यालय में पालक बालिका सेमिनार आयोजन कर उन्हें दैनिक जीवन में शिक्षा की महत्ता को लगातार समझाया उसी का प्रतिफल है कि आज विकास खण्ड में शत प्रतिशत बालिकाओं की शैक्षिक व्यवस्था दुरुस्त हुई है, विद्यालयों में बालिकाओं की शत प्रतिशत उपस्थिति हुई है इसके सुपरिणाम स्वरूप विकास खण्ड में देखने को मिल रहा है।

संकुल स्तरीय यह विदाई समारोह विकास खण्ड शिक्षा आधिकारी आलोक कुमार सिंह के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुवा। इस कार्यक्रम को संबोधित करते सुश्री पी0 कुजूर ने अपने उद्बोधन में कहा मुझे यहां कार्य करने में बहुत अनुभव मिला, कोई व्यक्ति कहीं भी रहे अपने दायित्यों का निर्वहन ईमानदारी से करते रहें राह में आने वाली बाधाएं भी दूर हो जाएंगी। आगे बीपीओ जायसवाल ने कहा कि शिक्षक छात्रों को सभ्य समाज में रहने लायक बनाते हैं, समाज बिना शिक्षक और शिक्षा के बिना अधूरा है। पुनिता प्रसाद द्विवेदी ने कहा कर्तव्य परायणता के लिए कुजूर मेम का स्थान सर्वोपरि है। कृष्ण कुमार ध्रुव ने कहा शिक्षा मजबूत राष्ट्र की नींव है, शिक्षा के बिना सभ्य समाज की कल्पना करना सम्भव नहीं है। संकुल प्रभारी पी0 आर0 सिंह ने कहा कुजूर मेम का सेवानिवृत्ति हमारे और विद्यालय के लिए अपूरणीय क्षति है।
संकुल समन्वयक पुष्पराज पाण्डेय ने कहा मेम अनुशासन एवं मृदुभाषिता के लिए सदैव याद रहेगा।

इस कार्यक्रम में पुनिता प्रसाद द्विवेदी, रमेश कुमार जायसवाल बीपीओ, कृष्ण कुमार ध्रुव, पुष्पराज पाण्डेय, संकुल प्रभारी पी0 आर0 सिंह, प्यारी कुजूर प्रधान पाठक मा0 शाला नमना, स्वाति बरगाह अधीक्षिका कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय, रामबचन साहू मा0 शाला टाकर, उच्च वर्ग शिक्षक, गौरी शंकर साहू, राजेन्द्र जलतारे, बंश बहादुर सिंह, रूप साय पोर्ते, नरेश्वर सिंह, गीता उर्रे, पारसपति पैंकरा, राजकुमार पैंकरा, सुनीता पाण्डेय, नर्मदा चौहान, स्वाति एक्का, रजमुनिया सिंह, करुणा मिंज, महाबली सिंह, सुभद्रा बिरको, राहिल खेस, सुमन नामदेव, कमला सिंह, कु0 आभा सिंह, खेल साय सिंह, सबाना अंसारी, सुजाता जायसवाल, शिमला जायसवाल, सुशीला जायसवाल, मंजू लता सिंह, चंद्रावती साहू, बालकरण सिंह, सत्य देव सिंह, भगवती सिंह, सोनिया सिंह, रामनाथ कन्नौजे, राजेश्वरी राजवाड़े, एगेश्वर सिंह, कु0 नमिता, वंदना जायसवाल, कविता प्रधान, भैयालाल,संतोष साहू, दुधेश्वर सिंह, शशि प्रभा कुजूर, दखल राम, जगजीवन सिंह, लक्ष्मी साहू, देवनाथ सिंह, पवन कुमार, दया सिंह, अम्बिका सिंह, प्रेम अनुराग लकड़ा, श्याम लाल सिंह एवं मीनू तिर्की आदि उपस्थित थे।

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